रेल मंत्रालय ने हाल ही में किसानों की आमदनी बढ़ाने और फल-सब्जियों के ट्रांसपोर्टेशन के लिए “किसान रेल योजना 2024 | Kisan Rail Yojana 2024 | KRY ” तैयार कर ली है| रेलवे किसानों के उत्पादों को तेजी से देश में एक जगह से दूसरे जगह तक पहुंचाने हेतु बड़ी संख्या में ट्रेने चलाने की तैयारी कर रहा है|
रेलवे ने किसान रेल योजना को ध्यान में रखते हुए रेफिजरेशन की क्षमता वाले (capable of refrigeration) कंटेनर्स को खरीदने की तैयारी कर ली है| आने वाले समय में इस तरह के कंटेनर्स खरीदने के बड़े ऑर्डर कपूरथला कोच फैक्ट्री को मिल सकते हैं|
किसान रेल में किसानों के फसल उपज को एक जगह से दूसरी जगह ले जाने के लिए उत्तम व्यवस्था उपलब्ध रहेगी किसान रेल में शीत भंडारण ( Cold storage ) के साथ किसान उपज के परिवहन की उचित व्यवस्था भी दी गई है । केंद्र सरकार के द्वारा किसानों के हित के लिए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की तरह ” किसान रेल योजना “ किसानों के लिए एक बहुत ही कारगर योजना साबित होने वाली है।
Also, read: नेशनल एजुकेशन पॉलिसी | National Education Policy | NEP
किसान रेल योजना 2024 | Kisan Rail Yojana 2024 | KRY
Kisan Rail Yojana की घोषणा केंद्र सरकार द्वारा फरवरी में पेश होने वाले बजट में ही कर दी गई थी। इस योजना को केंद्र सरकार और भारतीय रेलवे के द्वारा देश के किसानो को लाभ पहुंचाने के लिए 7 अगस्त 2020 को पूर्ण रूप से शुरू कर दिया गया है। इस योजना के अंतर्गत किसानो के लिए रेलगाड़िया चलायी जाएगी। जो सब्जी, फल या अन्य कृषि उत्पाद जल्दी ही खराब हो जाते हैं उनको किसान रेल सेवा के माध्यम से उनके गंतव्य स्थान अथवा मंडियों तक पहुंचाया जायेगा।
इससे सब्जियों और फलो को ख़राब होने से बचाया जा सकेंगा | इस योजना के अंतर्गत भारतीय रेलवे ने 7 अगस्त को पहली ट्रैन चला रही है। रेलवे ने बृहस्पतिवार को कहा कि ऐसी पहली रेलगाड़ी महाराष्ट्र के देवलाली से बिहार के दानापुर के बीच चलायी जा रही है। यह ट्रेन सुबह 11 बजे महाराष्ट्र के देवलाली स्टेशन से रवाना हुई और बिहार के दानापुर स्टेशन तक जाएगी।
किसान रेल इन दो स्टेशनों के बीच लगभग 1519 किमी का सफर करीब 32 घंटे में तय करेगी | इस सार्वजनिक निजी भागीदारी (Public Private Partnership (PPP) योजना के तहत किसान ट्रैन में शीत भंडारण के साथ किसान उपज के परिवहन की व्यवस्था होगी। इससे किसानो का काफी फायदा होगा। केंद्र सरकार की यह योजना, किसानो के हित के लिए एक बहुत अच्छी पहल है। देश के जो इच्छुक लाभार्थी किसान Kisan Rail Yojana 2024 का लाभ उठाना चाहते है तो उन्हें, किसान रेल योजना के अन्तर्गत ऑनलाइन बुकिंग करने के लिए रजिस्ट्रेशन करना होगा।
Also, read: प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना | Pradhan Mantri Swanidhi Yojana | PMSY
किसान रेल योजना 2024 का विवरण | Details of Kisan Rail Scheme 2024
योजना का नाम | किसान रेल योजना 2024 | Kisan Rail Yojana 2024 | KRY |
किन वस्तुओ पर सब्सिडी दी जाएगी |
|
आरम्भ की तिथि | 7 अगस्त 2020 |
आरम्भ की गयी | केंद्र सरकार द्वारा |
लाभार्थी | देश के किसान भाई |
उद्देश्य | किसानो को फसलों को मंडी तक पहुंचाने के लिए ट्रैन की सुविधा प्रदान करना |
श्रेणी | केंद्र सरकारी योजनाएं |
आधिकारिक वेबसाइट | ———– |
ALSO, READ: प्रधानमंत्री फ्री सिलाई मशीन योजना | Pradhan Mantri Free Silai Machine Yojana | PMFSMY
किसान रेल योजना 2024 के मुख्य तथ्य | Key facts of Kisan Rail Scheme 2024
- इस योजना के तहत किसानो की फसलों जैसे- अनाज , फल , सब्जिया आदि को समय से सुरक्षित ट्रैन के माध्यम से मंडी ,बाजार तक पंहुचा सकते है।
- वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस साल फरवरी में पेश बजट में जल्दी खराब होने वाले फल एवं सब्जियों जैसे उत्पादों के मालवहन (load flow) के लिए ‘किसान रेल’ चलायी गयी है।
- किसान रेल एक तरह की स्पेशल पार्सन ट्रेन होगी जिसमे अनाज, फल और सब्जियों को लाने ले जाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकेगा।
- केंद्र सरकार ने वर्ष 2024 तक किसानों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य रखा है।
- इस योजना के तहत शीत भंडारण (Cold Storage) के साथ किसान उपज के परिवहन की भी अच्छी व्यवस्था की जाएगी।
- चार राज्यों से होकर गुजरने वाली ट्रेन बिहार, मध्य प्रदेश , यूपी और महाराष्ट्र जाएगी। जहां इसका पहला पड़ाव नासिक रोड इसके बाद मनमांड, भुस्सावल, बुहानपुर, खंडवा इटारसी, जबलपुर, सतना, माणिकपुर, प्रयागराज चौकी और पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन और बक्सर स्टेशनों से होते हुए अपने गंतव्य पर पहुंचेगी।
- देश की इस पहली किसान स्पेशल पार्सल रेल के कारण अगर 50 फीसदी उपज का भी ट्रांसपोर्टेशन किया जाता है तो इससे लगभग 45 करोड़ रुपये की हानि को रोका जा सकेगा।
- सप्ताह में दो बार यह ट्रेन 64 घंटे में 33,38 किलोमीटर का सफर तय करेगी। वातानूकुलित डिब्बों के कारण इसमें रखे सामान जल्द खराब होने से भी बचेंगे। साथ ही इनकी निर्बाध आपूर्ति में भी सहायता मिलेगी।
- सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ पोस्ट हार्वेस्ट इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (Central Institute of Post Harvest Engineering and Technology) (CIPHET) ने 9 अगस्त 2016 को एक रिपोर्ट जारी की थी। इसके मुताबिक हर साल तकरीबन 92 हजार के खाद्द पदार्थ खराब हो जाते हैं। इसमें दूध, मीट, मछली, अंडा, अनाज, फल, सब्जी, आदि खाद्य उत्पादों की बात करें तो इसमें से देश भर में हर साल औसतन 40,811 करोड़ रुपए के खाद्य उत्पाद खराब हो जाते हैं।
- इसमें सबसे अधिक 1235 करोड़ रुपये के मीट, 4315 करोड़ की समुद्री मछली और 4409 करोड़ के दूध और उससे बने उत्पाद एवं 3877 करोड़ की दालें (Meat worth Rs 1235 crore, sea fish worth Rs 4315 crore, milk and its products worth Rs 4409 crore and pulses worth Rs 3877 crore.) शामिल हैं। परिवहन से लेकर कोल्ड स्टोरेज, बारिश पानी, गर्मी और मौसमी मार के चलते होने वाली हानि शामिल है। जो अब इस ट्रेन के चलने से एक अनुमान के मुताबिक खासी कम हो जाएगी।
Also, read: प्रधानमंत्री रोजगार योजना | Pradhan Mantri Rojgar Yojana | PMRY
किसान रेल योजना ट्रैन रूट | Kisan Rail Yojana Train Route
देवलाली से चलने के बाद यह ट्रेन नासिक रोड़, मनमाड़, जलगांव, भुसावल, बुरहानपुर, खंडवा, इटारसी, जबलपुर, सतना, कटनी, मणिकपुर, प्रयागराज, पं दीनदयाल उपाध्याय नगर और बक्सर से दानापुर (Nashik Road, Manmad, Jalgaon, Bhusaval, Burhanpur, Khandwa, Itarsi, Jabalpur, Satna, Katni, Manikpur, Prayagraj, Pt. Deendayal Upadhyay Nagar and Buxar to Danapur.) में रुकेगी। किसान रेल ताजी सब्जियों, फलों, फूल, प्याज तथा अन्य कृषि इन उत्पादों को गंतव्य तक पहुंचाने का काम करेगी।7 अगस्त से शुरू हुई ये विशेष ट्रेन 20 अगस्त तक हर शुक्रवार को देवलाली से दानापुर के लिए चलेंगी और हर रविवार को दानापुर से देवलाली के लिए चलेगी। इससे ट्रेन से महाराट्र, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और बिहार के किसानों को फायदा होगा।
किसान रेल का प्रति टन किराया | Per ton fare of Kisan Rail
किसान रेल के माध्यम से किसान फल, सब्जियां, दूध आदि कम समय में मंडियों तक पहुंचा सकते हैं। इस योजना का लाभ उठाने के लिए किसानों को प्रति टन के हिसाब से किराया भरना होगा जो कि कुछ इस प्रकार है।
- खंडवा से दानापुर- Rs 3148/- प्रति टन
- बुरहानपुर से दानापुर- Rs 3323/- प्रति टन
- भुसावल से दानापुर- Rs 3459/- प्रति टन
- जलगांव से दानापुर- Rs 3513/- प्रति टन
- मनमाड से दानापुर- Rs 3849/- प्रति टन
- नासिक रोड से दानापुर- Rs 4001/- प्रति टन
- देवलाली से दानापुर- Rs 4001/- प्रति टन
Also, read: आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन | Ayushman Bharat Digital Mission | ABDM
प्रधानमंत्री किसान रेल योजना का मुख्य उद्देश्य | Main objective of Pradhan Mantri Kisan Rail Yojana
कोरोनावायरस महामारी के बारे में आप सब परिचित ही होंगे | इस वायरस का प्रकोप हर जगह दिखाई दे रहा था , यातायात के संसाधन भी थप हो गए थे । किसान समय से अपनी फसल,सब्जी ,फल को मंडी में उपलब्ध नहीं करवा पा रहे थे, जिसके वजह से उनकी फसल नष्ट, बर्बाद हो रही थी । यह समस्या केवल कोरोनावायरस काल में नहीं है किसानों को हमेशा अपने फसल का उचित मंडी उपलब्ध कराने में यही समस्या आती है , किसानों की इस समस्या को केंद्र सरकार के द्वारा समझा गया और Kisan Rail Yojana 2024 का आरंभ किया गया है ।
किसान रेल योजना 2024 ऑनलाइन बुकिंग के लिए रजिस्ट्रेशन कैसे करे ?
देश के जो इच्छुक लाभार्थी किसान इस Kisan Rail Yojana का लाभ उठाना चाहते है तो उन्हें अभी थोड़ा इंतज़ार करना होगा। क्योकि अभी इस योजना के अंतर्गत किसान रेल बुकिंग के लिए रजिस्ट्रेशन की कोई जानकारी अभी तक उपलब्ध नहीं है। इस योजना के तहत जैसे की ऑनलाइन बुकिंग की प्रक्रिया को ऑनलाइन शुरू कर दिया जायेगा । और जैसे ही ट्रैन लिस्ट को जारी किया जायेगा हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बता देंगे उसके बाद आपके किसान ट्रैन के लिए ऑनलाइन आवेदन करके ट्रैन की बुकिंग कर सकते है। और किसान रेल योजना 2024 का लाभ उठा सकते है।इस योजना से जुडी अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए इस लिंक पर क्लिक कर सकते है।
Also, read: प्रधानमंत्री सुकन्या समृद्धि योजना | Pradhan Mantri Sukanya Samridhi Yojana | PMSSY
FAQ Kisan Rail Yojana 2021
Q 1. किसान रेल क्या है और इसका लाभ कैसे मिलेगा ?
किसान रेल केंद्र सरकार और भारतीय रेल विभाग के द्वारा किसानों की हित में शुरू की गई एक नई योजना है । इस योजना के तहत किसानों को फसल की आवाजाही के लिए सरकार के द्वारा एक विशेष ट्रेन चलाई जाएगी जिसे किसान रेल का नाम दिया गया है , इस किसान रेल योजना के तहत किसान अपनी फसल को एक राज्य से दूसरे राज्य या अपने गंतव्य मंडी, बाजार तक उचित सुविधा के साथ पहुंचा पाएंगे ।
Q 2. किसान रेल रूट क्या है ?
फिलहाल Kisan Rail Yojana के तहत किसान रेल रूट 4 राज्यों के बीच बनाई गई है , किसान रेलवे रूट महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार के कृषि मंडी को आपस में जोड़ने का काम करेगी ।
ट्रेन की रूट महाराष्ट्र के देवलाली से चलने के बाद नासिक रोड, मनमाड ,जलगांव, भुसावल, बुरहानपुर, खंडवा, इटारसी ,जबलपुर, सतना, कटनी, मानिकपुर, प्रयागराज , पं दीनदयाल उपाध्याय नगर से होते हुए बक्सर और दानापुर में रुकेगी ।
Q 3. किसान रेल में किराया कितना लगेगा ?
किसान रेल के तहत सब्जी फल के वजन प्रति टन के हिसाब से और आप कितनी दूरी तय कर रहे हैं इसके अनुरूप किराया चुकाना होगा ।
फिलहाल निम्नलिखित किराया भारतीय रेलवे द्वारा निर्धारित की गई है :-
कहां से कहां तक | किराया प्रति टन रुपए में |
नासिक रोड/देवलाली से दानापुर | ₹4001 |
मनमाड से दानापुर | 3849 रुपए |
जलगांव से दानापुर | 3513 रुपए |
भुसावल से दानापुर | 3459 रुपए |
बुरहानपुर से दानापुर | 3323 रुपए |
खरवा से दानापुर | 3148 रुपए |
Also, read: प्रधानमंत्री राष्ट्रीय पोषण मिशन | Pradhan Mantri National Poshan Mission | NPM
Q 4. किसान रेल बुकिंग कैसे करें ?
किसान रेल बुकिंग के ऊपर केंद्र सरकार या भारतीय रेलवे द्वारा अभी कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है ना ही कोई ऑनलाइन पोर्टल बनाया गया है । जैसे ही भारतीय रेलवे द्वारा या केंद्र सरकार द्वारा कोई पोर्टल या टिकट बुकिंग की कोई भी जानकारी दी जाती है उसे हम अपने इस ही आर्टिकल में अपडेट कर देंगे । तब तक के लिए आप हमारे इस आर्टिकल पर अपनी नजर बनाए रखें ।
Q 5. किसान रेल किस-किस दिन चलाई जाएगी ?
किसान रेल महाराष्ट्र से बिहार के लिए हर एक शुक्रवार को चलाई जाएगी तथा वापस बिहार से महाराष्ट्र के लिए ट्रेन हर एक रविवार को रवाना होगी ।
Q 6. किसान रेल योजना ऑफिशल वेबसाइट क्या है ?
किसान रेल योजना के तहत अभी तक ऑफिशियल वेबसाइट के बारे में कोई भी जानकारी उपलब्ध नहीं कराई गई है , सूत्रों के मुताबिक जल्दी ही सरकार के द्वारा नई वेबसाइट लांच की जा सकती है ।
Q 7. क्या किसान रेल योजना के तहत केवल गरीब किसान ही आवेदन कर पाएंगे , या सभी किसान इस योजना का लाभ उठा सकेंगे ?
किसान रेल योजना के अंतर्गत भारत के जो भी इच्छुक और जरूरतमंद किसान ,किसान रेल का लाभ लेना चाहते हैं वह इस योजना के तहत आवेदन कर सकते हैं । किसानों के बीच छोटे-बड़े या मंजिलें होने या अन्य किसी क्षेत्र में कोई भी भेदभाव नहीं किया जाएगा । भारत का हर एक किसान किसान रेल का लाभ ले सकता है।