गोबर धन योजना | Mantri Gobar Dhan Yojana | PMGDY के तहत अब तक आठ संबंधित मंत्रालयों और विभागों की ओर से 817 बायोगैस प्लांट तैयार हो चुके हैं और 404 निर्माणाधीन हैं। सरकार की कोशिश इन प्लांटों से उत्पादित खाद को किसानों को रियायती दर पर उपलब्ध कराना है ताकि वे गैर रासायनिक खादों के इस्तेमाल के लिए आगे आएं। बायो गैस और सीबीजी प्लांटों को केंद्रीय सहायता देने का कदम अहम है।
गोबर धन योजना | Gobar Dhan Yojana | PMGDY
Gobar Dhan Yojana | PMGDY की शुरुआत की घोषणा 25 फरवरी 2018 में की गयी थी। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को कहा कि संसाधनों के महत्तम उपयोग वाली अर्थव्यवस्था (circular economy) को बढ़ावा देने के लिए गोवर्धन (गैल्वनाइजिंग ऑर्गेनिक बायो-एग्रो रिसोर्सेज धन) योजना के तहत 500 नये ‘कचरे से संपदा’ निर्माण करने वाले संयंत्रों ( equipments) की स्थापना की जाएगी. इनमें शहरी क्षेत्रों में 75 संयंत्रों सहित 200 संपीड़ित बायोगैस (compressed biogas) (CBG) संयंत्र तथा 10,000 करोड़ रुपये के कुल निवेश के साथ 300 समुदाय या क्लस्टर आधारित संयंत्र, शामिल होंगे.
वित्त वर्ष 2023-24 के लिए केंद्रीय बजट पेश करते हुए उन्होंने यह भी कहा कि सरकार एक करोड़ किसानों को प्राकृतिक खेती अपनाने की सुविधा प्रदान करेगी. इसके अलावा सरकार नई मिष्टी योजना के तहत समुद्र तट के किनारे ‘मैंग्रोव’ पौधरोपण करेगी. सीतारमण ने यह भी कहा कि सरकार आर्द्रभूमि के महत्तम उपयोग को बढ़ावा देने के लिए एक योजना के माध्यम से संरक्षण मूल्यों को बढ़ावा देगी.
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इसके अलावा, कंपनियों द्वारा पर्यावरणीय रूप से टिकाऊ और जिम्मेदार कार्यों को प्रोत्साहित करने के लिए एक हरित ऋण कार्यक्रम को अधिसूचित किया जाएगा. इंडियन बायोगैस एसोसिएशन के अध्यक्ष गौरव केडिया ने कहा कि बजट कार्बन तीव्रता को कम करने और नए हरित रोजगार के अवसर पैदा करने के लिए हरित ईंधन, ऊर्जा और निर्माण प्रथाओं को अपनाने को प्राथमिकता देता है|
GOBAR Dhan का पूरा नाम क्या है ?
GOBAR – dhan योजना का पूरा नाम “गैलवनाइजिंग ऑर्गेनिक बायो-एग्रो रिसोर्स धन (Galvanizing Organic Bio-Agro Resources Dhan)” है| इस योजना के तहत ठोस कचरे एवं जानवरों के मलमूत्र का इस्तेमाल खाद बनाने में किया जायेगा, इतना ही नहीं इससे ऊर्जा उत्पन्न करने के उद्देश्य से बायो-गैस (Bio-Gas) एवं बायो-सीएनजी (Bio-CNG) का भी निर्माण किया जायेगा. इस दृष्टि से देखा जाए तो इस समय बर्बाद हो रहे मलमूत्र का उपयोग हो सकेगा|
गोबर धन योजना पर एक नज़र | A look at Gobar Dhan Yojana
योजना का नाम | गोबर-धन योजना |
संबंधित विभाग | पेयजल एवं स्वछता विभाग |
योजना की श्रेणी | केंद्र सरकार की योजना |
उद्देश्य | किसानों को अतिरिक्त आय उपलब्ध कराना |
लाभार्थी | देश के ग्रामीण क्षेत्र के किसान |
वर्तमान वर्ष | 2023 |
आधिकारिक वेबसाइट | sbm.gov.in |
इस योजना के अंतर्गत कुछ महत्वपूर्ण बिन्दु | Some important points under this scheme
- बजट 2018-19 में इस योजना के मुख्यत: दो उद्देश्य हैं : गाँवों को स्वच्छ बनाना एवं पशुओं और अन्य प्रकार के जैविक अपशिष्ट से अतिरिक्त आय तथा ऊर्जा उत्पन्न करना।
- गोबर-धन योजना के अंतर्गत पशुओं के गोबर और खेतों के ठोस अपशिष्ट पदार्थों को कम्पोस्ट, बायोगैस, बायो-CNG में परिवर्तित किया जाएगा।
- इस कार्यक्रम के अप्रैल माह में शुरू होने की उम्मीद की जा रही है। इसका लक्ष्य उद्यमियों को जैविक खाद, बायोगैस / बायो-CNG उत्पादन के लिये गाँवों के क्लस्टर्स बनाकर इनमें पशुओं का गोबर और ठोस अपशिष्टों के एकत्रीकरण और संग्रहण को बढ़ावा देना है।
- फिलहाल प्रत्येक ज़िले में एक क्लस्टर का निर्माण करते हुए लगभग 700 क्लस्टर्स स्थापित करने की योजना है।
- इसके तहत जैव-ऊर्जा मूल्य श्रृंखला के सभी श्रेणियों में छोटे और बड़े पैमाने पर परिचालनों को शामिल करते हुए विभिन्न व्यवसाय मॉडल विकसित किये जा रहे हैं।
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योजना की सफलता की संभावनाएं | Chances of success of the plan
- 19वीं पशुधन जनगणना (2012) के मुताबिक़ भारत में मवेशियों की 300 मिलियन आबादी से प्रतिदिन लगभग 30 लाख टन गोबर प्राप्त होता है।
- कुछ यूरोपीय देशों और चीन द्वारा ऊर्जा उत्पादन के लिये पशुओं के गोबर और अन्य जैविक अपशिष्ट का उपयोग किया जाता है।
- लेकिन भारत इस तरह के अपशिष्ट की आर्थिक क्षमताओं का पूरी तरह लाभ उठाने में सफल नहीं हो सका है।
- दुनिया में सबसे बड़ी पशु जनसंख्या के साथ भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में गोबर की बड़ी मात्रा को धन और ऊर्जा में बदलकर इसका लाभ उठाने की क्षमता है।
- अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन के एक अध्ययन (2014) के मुताबिक गोबर का प्रोडक्टिव (productive) तरीके से उपयोग राष्ट्रीय स्तर पर 15 लाख रोज़गारों का सृजन कर सकता है। जैसे- एक किसान के लिये गोबर की बिक्री, आय का एक महत्त्वपूर्ण अतिरिक्त स्रोत सिद्ध हो सकता है।
- मवेशियों का गोबर, रसोई अपशिष्ट और कृषि संबंधी कचरे (Cattle Gobar, kitchen waste and agricultural waste) का बायोगैस-आधारित ऊर्जा बनाने के लिये प्रयोग किया जा सकता है।
- गोबर-धन की पहल से पशुओं का गोबर और अन्य कार्बनिक अपशिष्ट (organic waste) को खाद, बायोगैस और यहां तक कि बड़े पैमाने पर बायो-CNG इकाइयों में परिवर्तित करने के लिये ऐसे ही अवसरों का सृजन किये जाने की संभावना है।
- स्वच्छ भारत मिशन-ग्रामीण इस पहल का मार्गदर्शन करने में सक्षम है।
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गोबरधन योजना से बढ़ेगी इनकम | Gobar-dhan Yojana will increase income
बजट 2023-24 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सर्कुलर इकनॉमी को बढ़ावा देने के लिए गोवर्धन योजना यानी गैल्वनाइजिंग ऑर्गेनिक बायो-एग्रो रिसोर्सेज धन योजना के तहत 10,000 करोड़ रुपये के बजट से 500 नए ‘कचरे से संपदा’ (Waste to Weath) प्लांट लगाने की घोषणा हुई| इस योजना का प्रमुख उद्देश्य है गांव में साफ-सफाई को सकारात्मक तौर पर बढ़ाना और पशुओं या अन्य सोर्स से मिलने वाले ऑर्गेनिक वेस्ट से पैसा और ऊर्जा निर्माण करना, ताकि गांव में आजीविका के नए रास्ते खुल सकें और किसान-पशुपालकों की इनकम में इजाफा हो|
कहां खुलेंगे वेस्ट टू वेल्थ प्लांट | Where will Waste to Wealth plants open?
गोवर्धन (Galvanizing Organic Bio-Agro Resources Dhan) योजना के तहत ऑर्गेनिक वेस्ट का सही निपटारा करने और इससे कमाई करने के लिए 500 वेस्ट टू वेल्थ प्लांट लगाने का प्लान है. इनमें से 200 कंप्रेसर बायोगैस प्लांट (compressor biogas plant) शहरी इलाकों में स्थापित किए जाएंगे, जबकि 300 प्लांट कम्युनिटी आधारित होंगे| सरकार का मानना है कि वेस्ट-टू-वेल्थ प्लांट (Waste-to-Wealth Plant) से प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने में भी खास मदद मिलेगी|
कैसे मिलेगा लाभ | How to get benefit?
बजट 2023-24 में हुई घोषणा के मुताबिक, गोबरधन योजना के लाभार्थी उद्यमियों की जिम्मेदारी होगी कि गांव में क्लस्टर्स बनाएं, ताकि जैविक खाद, बायोगैस, बायो-CNG बनाने के लिए गोबर और ठोस अपशिष्टों (Gobar and solid wastes) का एकत्रीकरण और संग्रहण किया जा सके. वैसे तो गोबरधन योजना से सबसे ज्यादा फायदा ग्रामीण अर्थव्यवस्था को ही होगा|
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इस योजना के एकीकृत पोर्टल के बारे में | About Integrated Portal of Gobar Dhan Yojana
- केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्रालय, केंद्रीय पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस एवं इस्पात मंत्रालय, केंद्रीय मत्स्यपालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय और केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय ने हाल ही में संयुक्त रूप से ‘गोबरधन’ के एकीकृत पोर्टल को शुरू किया है।
- उल्लेखनीय है कि गोबरधन योजना के तहत एक प्रमुख उद्देश्य यह भी था कि भारत में ओडीएफ प्लस (ODF PLUS) लक्ष्यों को जल्द से जल्द पाया जाएगा।
- एकीकृत गोबरधन पोर्टल बायोगैस से संबन्धित योजनाओं/पहलों के सुचारू क्रियान्वयन और इनके वास्तविक समय पर नजर रखने के लिए विभिन्न हितधारकों (यथा-विभागों/मंत्रालयों आदि) के साथ समन्वय सुनिश्चित करेगा।
- ग्रामीण भारत में भारी मात्रा में जैव-अपशिष्ट पैदा होते हैं, जिनका कुशलता से उपयोग किया जा सकता है। इससे पर्यावरण और जन स्वास्थ्य की स्थिति बेहतर हो सकती है।
- गोबर को बायोगैस एवं जैविक खाद में बदलकर रोजगार के अवसर और घरेलू बचत को प्रोत्साहित किया जा सकता है।
- गोबरधन का एकीकृत पोर्टल, ग्रामीण अर्थव्यवस्था को और मजबूत करेगा।
गोबर धन योजना के स्टेक होल्डर | Stakeholders of Gobar Dhan Yojana
- डिपार्टमेंट ऑफ एग्रीकल्चरल रिसर्च एंड एजुकेशन (Department of Agricultural Research and Education)
- डिपार्टमेंट ऑफ एग्रीकल्चर, कोऑपरेशन एंड फार्मर्स वेलफेयर (Department of Agriculture, Cooperation and Farmers Welfare)
- मिनिस्ट्री ऑफ न्यू एंड रिन्यूएबल एनर्जी (Ministry of New and Renewable Energy)
- डिपार्टमेंट ऑफ रूरल डेवलपमेंट (Department of Rural Development)
- मिनिस्ट्री ऑफ पेट्रोलियम एंड नेचुरल गैस (Ministry of Petroleum and Natural Gas)
- डिपार्टमेंट ऑफ ड्रिंकिंग वॉटर एंड सैनिटेशन (Department of Drinking Water and Sanitation)
- डिपार्टमेंट ऑफ एनिमल हसबेंडरी एंड डेयरिंग (Department of Animal Husbandry and Dairying)
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गोबर धन योजना के लाभ | Benefits of Gobar Dhan Yojana
- इस योजना के अंतर्गत पशुओं के मल अथवा खेतों के ठोस अपशिष्ट पदार्थ जैसे कि भूसा , पत्ते इत्यादि को कंपोस्ट, बायोगैस या बायो सीएनजी बनाने के लिए उपयोग किया जायेगा।
- गोबर-धन योजना 2023 का लाभ देश के ग्रामीण क्षेत्रो के किसानो को पहुंचाया जायेगा।
- देश में इस योजना के आरम्भ होने से प्रदुषण काम होगा और किसानो की आय में भी बढ़ोतरी होगी।
- इस योजना के तहत किसानो से उनके पशुओ का गोबर और खेतो के ठोस अपशिष्ट पदार्थो को खरीदकर बायोगैस में परिवर्तित किया जायेगा।
- किसानो की आय दुगुनी करने के लिए केंद्र सरकार ने गोबर-धन योजना 2023 के तहत एक ऑनलाइन पोर्टल शुरू किया है जिस पर ग्रामीण क्षेत्रो के किसानो को पंजीकरण करना होगा।
- इस योजना के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रो में गोबर से बायोगैस प्लांट व्यक्तिगत, सामुदायिक, सेल्फ हेल्प ग्रुप या गोशाला जैसे एनजीओ के स्तर पर स्थापित किए जा सकते हैं।
बायोगैस संयंत्र हेतु स्थल का चयन | Selection of site for biogas plant
- गोबर-धन योजना 2023 के तहत बायोगैस प्लांट का निर्माण भूमि गत किया जायेगा, जिससे गैस होल्डर में किसी भी प्रकार का दरार नहीं आएगा।
- बायोगैस संयंत्रों का निर्माण ऐसे खुले स्थानों पर किया जायेगा, जहाँ आस-पास कोई भी पेड़-पौधे ना हो।
- इसके साथ ही संयंत्रों को रसोई घर एवं पशु शेड के सम्मुख स्थापित करने का प्रयत्न्न किया जायेगा।
- आवासों के समक्ष बायोगैस संयंत्रों के निर्माण करने की दशा में संयंत्रों को आवास के नीव से लगभग 2 मीटर के दूरी पर स्थापित किया जायेगा ताकि आवास के नीव में कोई दरार उत्पन्न ना हो।
- इसके अतिरिक्त बायोगैस संयंत्रों की स्थापना ऐसे स्थलों पर किया जायेगा, जिसके सम्मुख पानी का कोई स्रोत उपस्थित ना हो।
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गोबर धन योजना के दस्तावेज़ | Documents of Gobar Dhan Yojana
यदि आप भी GOBAR- Dhan Yojana Online में आवेदन करना चाहते है, तब आपके पास नीचे लिखे हुए डाक्यूमेंट्स होने चाहिए यदि आपके पास इनमे से कोई एक डॉक्यूमेंट भी नहीं है तब आप इस योजना का लाभ नहीं उठा है।
- आधार कार्ड (Aadhar Card)
- ईमेल -आईडी (Email ID)
- मोबाइल नंबर (Mobile Number)
- आय प्रमाण पत्र (Income Certificate)
- निवास प्रमाण पत्र (Residence Certificate)
- आवेदक देश का ग्रामीण हो (Applicant should be from a rural area of the country)
- केवल किसान भाई ही योजना में आवेदन कर सकते है। (Only farmer brothers can apply for the scheme.)
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गोबर धन योजना 2023 के तहत ऑनलाइन आवेदन करने की प्रक्रिया | Process to apply online under Gobar Dhan Yojana 2023
हमारे देश के जो भी ग्रामीण क्षेत्रों के इच्छुक नागरिक योजना 2023 के तहत आवेदन कर इसका लाभ उठाना चाहते हैं तो आप हमारे नीचे दिए गए सभी तरीके को स्टेप बाय स्टेप फॉलो करें और Gobar Dhan Yojana Registration कर लाभ उठाएं।
- सबसे पहले Gobar Dhan Yojana Registration के लिए आवेदक को इस योजना की ऑफिशल वेबसाइट पर जाना होगा इसके ऑफिशल वेबसाइट पर जाने के बाद आपके सामने इसका होमपेज खुलकर आएगा।
- इस के होम पेज पर आपको Gobar Dhan Yojana Registration (रजिस्ट्रेशन) का ऑप्शन दिखाई देगा आपको इस ऑप्शन पर क्लिक कर देना है ऑप्शन पर क्लिक करने के बाद आपके सामने एक नया पेज खुल कर आएगा।
- इस पेज पर आपको एप्लीकेशन फॉर्म दिखाई देगा आपको इस एप्लीकेशन फॉर्म में पूछे गए सभी जानकारी जैसे कि पर्सनल डिटेल एड्रेस डिटेल रजिस्ट्रेशन डिटेल्स इत्यादि सभी जानकारी दर्ज करनी होगी।
- सभी जानकारी भरने के बाद आपको सभी मित्र के ऑप्शन पर जाकर क्लिक करना होगा सबमिट करने के बाद क्लिक करने के बाद आपका रजिस्ट्रेशन पूरा हो जाएगा।
- इसके बाद आपको रजिस्ट्रेशन संख्या प्राप्त हो जाएगी जिसको आपको भविष्य के लिए सुरक्षित कर के रख लेना है।
यूज़र मैन्युअल डाउनलोड करने की प्रक्रिया | Process to download user manual
- यूज़र मैन्युअल डाउनलोड करने के लिए आप को पहले आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
- अब आप को होम पेज पर यूज़र मैन्युअल के ऑप्शन पर क्लीक करना होगा।
- क्लीक करते ही अगले पेज पर यूज़र मैन्युअल खुल जाएगा।
- आप इसे डाउन लोड करके इसका प्रिंट आउट निकाल सकते हैं।
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FAQs
Q. गोबर-धन योजना 2023 क्या है ?
गोबर धन योजना स्वच्छ भारत मिशन के तहत लांच की गयी है। इस योजना के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों की स्वच्छता सुनिश्चित की जाएगी। साथ ही गाँव में मवेशियों के गोबर और जैविक कचरे का प्रभावी तरीके से प्रबंधन किया जाएगा।
Q. PM Gobar Dhan Yojana से क्या लाभ हैं ?
इस योजना के माध्यम से देश के ग्रामीण क्षेत्रों में स्वछता का स्तर सुधरेगा। साथ ही रोगाणुओं की वजह से होने वाली बीमारियां भी खत्म होंगी। गाओंमें पशुओं के गोबर और जैविक अपशिष्ट का प्रबंधन होने से स्थानीय किसानो को अतिरिक्त आय का साधन भी प्राप्त होगा। अधिक जानने के लिए हमारे लेख को पढ़ें।
Q. गोबर-धन योजना का उद्देश्य क्या है ?
योजना का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में स्वछता बनाये रखना और जैविक कचरे का प्रबंधन करने में सहयता करना है। साथ ही कचरे के प्रबंधन में शोधन प्रणालियों का उपयोग करके आय के साधन उत्पन्न करना है। अधिक जानकरी के लिए हमारे लेख को पूरा पढ़ें।
Q. PM Gobar Dhan Yojana में आवेदन कैसे करें ?
इस योजना में लाभ प्राप्त करने के लिए आप को अपना पंजीकरण करवाना। होगा इस के लिए आप योजना के अंतरगत निर्धारित आधिकारिक वेबसाइट पर जा सकते हैं। आवेदन की पूरी प्रक्रिया जानने के लिए आप हमारे लेख को पूरा पढ़ें।
Q. गोबर-धन योजना में अपना पंजीकरण करने के लिए आधिकारिक वेबसाइट कौन सी है ?
PM Gobar Dhan Yojana में आवेदन करने के लिए आधिकारिक वेबसाइट – https://sbm.gov.in/
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