प्रधानमंत्री मोदी ने लाभार्थियों के साथ मुद्रा योजना के 10 साल पूरे होने का जश्न मनाया! | PM Modi interacts with MUDRA Yojana Beneficiaries | PM Modi-MUDRA News | MUDRA Yojana Updates 2025
MUDRA Yojana Updates 2025: प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) ने 2025 में अपने 10 वर्ष पूरे कर लिए हैं, और इस दशक में इस योजना ने लाखों छोटे व्यापारियों, स्टार्टअप्स और उद्यमियों को सशक्त बनाया है। 2015 में लॉन्च की गई इस योजना का मुख्य उद्देश्य छोटे और मध्यम स्तर के व्यवसायों को वित्तीय सहायता प्रदान करना था, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें और देश की आर्थिक प्रगति में योगदान दें।
बीते दस वर्षों में मुद्रा योजना के तहत करोड़ों लोगों को बिना किसी गारंटी के ऋण मिला, जिससे न केवल उनका व्यवसाय फला-फूला बल्कि रोजगार के नए अवसर भी सृजित हुए। सरकार ने 2025 के बजट में भी इस योजना को लेकर कई बड़े ऐलान किए हैं, जिससे लघु और मध्यम उद्योगों को और अधिक मजबूती मिलेगी। क्या आपको पता है कि इस योजना के तहत अब तक कितने लाख करोड़ रुपये के ऋण दिए जा चुके हैं? या फिर 2025 में इसमें कौन-कौन से नए सुधार किए गए हैं?
अगर आप भी मुद्रा योजना के नए अपडेट्स, इसके फायदों और अगले चरण में मिलने वाली सुविधाओं के बारे में जानना चाहते हैं, तो यह ब्लॉग आपके लिए है! पढ़ते रहिए और जानिए इस योजना से जुड़ी हर अहम जानकारी।
Pradhan Mantri MUDRA Yojana के बारे में विस्तृत जानकारी!
10 साल में 33 लाख करोड़ रुपये वितरित, करोड़ों को बिना गारंटी मिला लोन | 33 lakh crore rupees distributed in 10 years, crores got loans without guarantee | MUDRA Yojana Updates 2025
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में मुद्रा योजना के 10 साल पूरे होने के अवसर पर ऐतिहासिक घोषणा की कि सरकार ने अब तक बिना किसी जमानत के 33 लाख करोड़ रुपये से अधिक की राशि वितरित की है। उन्होंने कहा कि जो सरकार को ‘अमीरों की सरकार’ कहते हैं, उन्हें यह समझना चाहिए कि यह राशि देश के आम नागरिकों को दी गई है, न कि बड़े उद्योगपतियों को।
युवा उद्यमियों के लिए परिवर्तनकारी योजना | Transformational scheme for young entrepreneurs
मुद्रा योजना (PMMY) ने देश में युवा उद्यमियों के लिए नए रास्ते खोल दिए हैं। पीएम मोदी ने कहा कि भारत के युवा अगर सही अवसर और वित्तीय सहायता प्राप्त करें तो वे अद्भुत उपलब्धियां हासिल कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत लाखों युवाओं को अपने बिजनेस को शुरू करने और बढ़ाने का मौका मिला है।
देशभर के लाभार्थियों ने बताया कि कैसे इस योजना ने उन्हें आत्मनिर्भर बनाया और उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाया। मुद्रा योजना के तहत बिना गारंटी के मिले ऋणों ने छोटे व्यापारियों को आत्मनिर्भर बनाया और नए रोजगार के अवसर उत्पन्न किए।
महिलाओं और वंचित वर्गों को सबसे अधिक लाभ | Women and underprivileged classes benefit the most
मुद्रा योजना के आंकड़ों पर नजर डालें तो यह स्पष्ट होता है कि इस योजना ने आर्थिक और सामाजिक समावेशन को बढ़ावा दिया है। इस योजना के तहत:
- 52 करोड़ लाभार्थियों में से 70% महिलाएं हैं।
- आधे से अधिक लाभार्थी अनुसूचित जाति (SC), अनुसूचित जनजाति (ST) और अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) से आते हैं।
- छोटे दुकानदारों, कारीगरों और घरेलू उद्यमियों को इससे सबसे अधिक लाभ हुआ है।
पीएम मोदी ने कहा कि हर मुद्रा ऋण के साथ आत्मनिर्भरता और सम्मान जुड़ा हुआ है। यह योजना न केवल वित्तीय सहायता उपलब्ध करा रही है, बल्कि समाज के वंचित वर्गों को आर्थिक रूप से सशक्त भी कर रही है।
एनपीए और सरकार पर वित्तीय बोझ: क्या यह एक चिंता का विषय है? | NPAs and financial burden on the government: Is it a matter of concern?
एनपीए (Non-Performing Assets) को लेकर विपक्ष ने कई बार मुद्रा योजना की आलोचना की है। लेकिन पीएम मोदी ने कहा कि जब गरीबों को लोन दिया जाता है, तो इसे खतरा समझा जाता है, लेकिन जब बड़े उद्योगपतियों को बिना गारंटी के अरबों रुपये दिए जाते हैं, तो इसे एक सामान्य प्रक्रिया मान लिया जाता है।
- मुद्रा योजना के तहत एनपीए केवल 3.5% है, जो दुनिया भर के इस सेक्टर में सबसे कम डिफॉल्ट दरों में से एक है।
- बैंकों की हालत मजबूत हुई है, और वे लगातार मुनाफा कमा रहे हैं।
- यूपीए सरकार के ‘फोन बैंकिंग’ मॉडल की तुलना में मुद्रा योजना अधिक पारदर्शी और प्रभावी साबित हुई है।
ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार सृजन और पलायन रोकने की दिशा में कदम | Steps towards creating employment in rural areas and preventing migration
मुद्रा योजना ने न केवल शहरी बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी रोजगार के अवसर प्रदान किए हैं। छोटे शहरों और गांवों में युवाओं को रोजगार के लिए महानगरों की ओर पलायन करने की जरूरत नहीं पड़ रही है।
- छोटे व्यवसायों को बढ़ावा मिलने से स्थानीय स्तर पर विकास हुआ है।
- टियर-2 और टियर-3 शहरों में व्यापार की नई संभावनाएं बनी हैं।
- स्वरोजगार बढ़ने से ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक स्थिरता आई है।
10 वर्षों में मुद्रा योजना का विकास और भविष्य की योजना | Evolution of Mudra Yojana in 10 years and future plans
पिछले 10 वर्षों में मुद्रा योजना के तहत वितरित ऋणों का औसत आकार बढ़ा है।
- 2016 में औसत ऋण आकार 39,000 रुपये था।
- 2023 में यह बढ़कर 73,000 रुपये हो गया।
- 2025 में यह 1.05 लाख रुपये तक पहुंचने का अनुमान है।
बजट 2024: लोन सीमा में बड़ा बदलाव | Budget 2024: Big change in loan limit
2024 के बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मुद्रा योजना के तहत तरुण श्रेणी में ऋण सीमा 20 लाख रुपये तक बढ़ाने की घोषणा की। इससे:
- छोटे और मध्यम व्यवसायों को अधिक पूंजी मिल सकेगी।
- नए उद्यमियों को अपना व्यवसाय बढ़ाने में आसानी होगी।
- भारतीय बैंकिंग प्रणाली को और मजबूती मिलेगी।
सरकार ने 2024 के बजट में तरुण श्रेणी के तहत ऋण सीमा 10 लाख रुपये से बढ़ाकर 20 लाख रुपये कर दी है। इससे एसएमई और एमएसएमई क्षेत्र को और अधिक मजबूती मिलेगी।
बजट 2025: मुद्रा योजना में नए सुधार | Budget 2025: New reforms in Mudra scheme
केंद्रीय बजट 2025-26 में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (MSME) के लिए कई अहम घोषणाएँ की गई हैं। सूक्ष्म और लघु उद्यमों को समर्थन देने के लिए क्रेडिट गारंटी कवर ₹5 करोड़ से बढ़ाकर ₹10 करोड़ कर दिया गया है, जिससे अगले पांच वर्षों में ₹1.5 लाख करोड़ का अतिरिक्त ऋण उपलब्ध होगा।
बजट 2025 में, प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) के तहत, सूक्ष्म और लघु उद्यमों के लिए ऋण गारंटी कवर को 5 करोड़ से बढ़ाकर 10 करोड़ रुपये किया गया है, जिससे 1.5 लाख करोड़ रुपये का अतिरिक्त ऋण मिलेगा |
इसके अतिरिक्त, स्टार्टअप्स को प्रोत्साहित करने के लिए गारंटी कवर ₹10 करोड़ से बढ़ाकर ₹20 करोड़ किया गया है। साथ ही, 27 प्राथमिकता वाले क्षेत्रों के लिए ऋण गारंटी शुल्क को घटाकर 1% कर दिया गया है। निर्यातक MSME को भी बढ़े हुए गारंटी कवर के तहत ₹20 करोड़ तक का सावधि ऋण उपलब्ध होगा।
MSME के वर्गीकरण मानदंडों में संशोधन कर निवेश और टर्नओवर की सीमाएँ क्रमशः 2.5 गुना और 2 गुना तक बढ़ाई गई हैं। इससे छोटे और मध्यम उद्यमों को बड़े स्तर पर कार्य करने और अधिक संसाधनों तक पहुँच प्राप्त करने में सहायता मिलेगी।
इसके अलावा, उद्यम पोर्टल पर पंजीकृत सूक्ष्म उद्यमों के लिए ₹5 लाख की सीमा वाले विशेष credit card जारी किए जाएंगे। पहले वर्ष में सरकार का लक्ष्य 10 लाख कार्ड जारी करने का है, जिससे छोटे व्यवसायों को वित्तीय सहायता मिलेगी।
मुद्रा योजना: डिजिटल युग की ओर | Mudra Yojana: Towards the digital age
सरकार ने JAM (जन धन, आधार, मोबाइल) और डिजिटल भुगतान के साथ-साथ अकाउंट एग्रीगेटर (AA) ढांचे को भी मजबूत किया है। इससे पेपरलेस और त्वरित ऋण प्रक्रिया संभव हो गई है।
- ONDC (Open Network for Digital Commerce) के जरिए छोटे उद्यमियों को ऑनलाइन व्यापार करने का मौका मिलेगा।
- डिजिटल बुनियादी ढांचे के विस्तार से मुद्रा ऋण प्राप्त करना और आसान हो जाएगा।
मुद्रा योजना की व्यापकता: क्या यह आपकी अपेक्षाओं पर खरी उतरी?
मुद्रा योजना केवल एक वित्तीय सहायता योजना नहीं है, बल्कि यह एक बड़े दृष्टिकोण का हिस्सा है। प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि 2014 में सरकार बनने के बाद उन्होंने वित्तीय समावेशन को प्राथमिकता दी।
- Jan Dhan Yojana के जरिए बैंकिंग सुविधा से वंचित लोगों को बैंकिंग सेवा से जोड़ा गया।
- मुद्रा योजना के माध्यम से सूक्ष्म एवं लघु उद्यमों को वित्तीय सहायता दी गई।
- बीमा योजनाओं के माध्यम से लोगों को सुरक्षा कवच प्रदान किया गया।
इस योजना के अंतर्गत अब तक 33 लाख करोड़ रुपये से अधिक के 52 करोड़ से ज्यादा ऋण वितरित किए जा चुके हैं। यह संख्या बताती है कि यह योजना कितनी व्यापक और प्रभावी रही है।
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना: ऋण श्रेणियाँ और ब्याज दरें | Pradhan Mantri Mudra Yojana: Loan Categories and Interest Rates
1. शिशु मुद्रा योजना (Shishu Mudra Yojana)
यदि आप अपना व्यवसाय शुरू कर रहे हैं या प्रारंभिक चरण में हैं, तो इस योजना के तहत आप ऋण प्राप्त कर सकते हैं। इस योजना के अंतर्गत अधिकतम ₹50,000 तक का ऋण दिया जाता है, जिसकी अवधि 5 वर्ष तक हो सकती है। शिशु मुद्रा योजना के लिए पात्र व्यवसायों में निम्नलिखित शामिल हैं:
- व्यक्तिगत और साझेदारी में संचालित फर्में
- सेवा क्षेत्र से जुड़ी कंपनियाँ
- छोटे पैमाने के विनिर्माण उद्योग
- विक्रेता, ट्रक मालिक, और मरम्मत सेवाएँ
- खाद्य सेवा से संबंधित व्यवसाय
इस ऋण पर वार्षिक ब्याज दर 1% से 12% के बीच होती है। भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने वाणिज्यिक वित्तीय संस्थानों को निर्देश दिया है कि वे अपनी ब्याज दर MCLR या आधार दर के अनुसार तय करें।
इसके अतिरिक्त, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक और अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक, मुद्रा पुनर्वित्त दर से अधिकतम 3.5% अतिरिक्त ब्याज दर पर ऋण प्रदान कर सकते हैं, जबकि गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (NBFCs) के लिए यह सीमा 6% तक हो सकती है।
2. किशोर मुद्रा योजना (Kishore Mudra Yojana)
यह योजना उन व्यवसायों के लिए है, जो अपने संचालन को बनाए रखना और आगे बढ़ाना चाहते हैं। इसके अंतर्गत ₹50,000 से ₹5 लाख तक का ऋण प्रदान किया जाता है। ब्याज दर 8.60% से शुरू होती है और यह आवेदक की क्रेडिट हिस्ट्री और बैंक के दिशानिर्देशों पर निर्भर करती है। ऋण की राशि और ब्याज को निर्धारित समय सीमा के भीतर चुकाना आवश्यक होता है।
3. तरुण मुद्रा योजना (Tarun Mudra Yojana)
यदि आप अपने व्यवसाय के विस्तार की योजना बना रहे हैं, तो इस योजना के तहत ₹5 लाख से ₹10 लाख तक का ऋण लिया जा सकता है। इस श्रेणी में ब्याज दर 11.15% से 20% तक हो सकती है, जो कि आपके क्रेडिट इतिहास और बैंक की शर्तों के आधार पर तय होती है। पुनर्भुगतान अवधि ऋणदाता द्वारा निर्धारित की जाती है।
निष्कर्ष: MUDRA Yojana Updates 2025
मुद्रा योजना ने पिछले 10 वर्षों में भारतीय अर्थव्यवस्था में अभूतपूर्व बदलाव लाए हैं। यह योजना केवल वित्तीय सहायता प्रदान करने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह महिलाओं, वंचित वर्गों और युवा उद्यमियों के लिए एक नई राह खोल रही है। आने वाले वर्षों में, यह योजना और अधिक उन्नत होगी, जिससे भारत का हर नागरिक आत्मनिर्भरता और आर्थिक विकास की ओर कदम बढ़ा सकेगा। मुद्रा योजना के तहत वितरित 33 लाख करोड़ रुपये और 52 करोड़ ऋण इस योजना की सफलता को दर्शाते हैं। अब देखना यह होगा कि आने वाले वर्षों में यह योजना भारतीय उद्यमियों और अर्थव्यवस्था को कैसे नई ऊंचाइयों तक ले जाती है।