17 सितंबर, 2015 को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई, Pradhan Mantri Khanij Kshetra Kalyan Yojana का लक्ष्य खनन उद्योग में लगे अनुसूचित जनजाति (ST) व्यक्तियों के उत्थान का लक्ष्य है। यह कार्यक्रम संविधान की पांचवीं अनुसूची में उल्लिखित आर्थिक रूप से जीवंत खनन समुदायों तक अपना प्रभाव बढ़ाता है। इसका उद्देश्य स्थानीय स्तर पर खनन किए गए खनिज संसाधनों के लाभों का लाभ उठाने के साथ-साथ स्वदेशी लोगों के लिए रहने की स्थिति, बुनियादी ढांचे और समग्र स्वास्थ्य को बढ़ाना है।
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प्रधानमंत्री खनिज क्षेत्र कल्याण योजना | Pradhan Mantri Khanij Kshetra Kalyan Yojana | PMKKKY
नई दिल्ली में खान मंत्रालय (Ministry of Mines) ने ज़िला खनिज फाउंडेशन (District Mineral Foundation-DMF)/प्रधानमंत्री खनिज क्षेत्र कल्याण योजना (Pradhan Mantri Khanij Kshetra Kalyan Yojna-PMKKKY) पर प्रथम राष्ट्रस्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया। प्रधानमंत्री खनिज क्षेत्र कल्याण योजना देश के खनन क्षेत्र की उन्नति के लिए शुरू की गई थी। देश के खनन क्षेत्र में तेजी लाना आवश्यक है, क्योंकि यह क्षेत्र देश में सबसे ज्यादा रोजगार उपलब्ध कराने वाले क्षेत्रों में से एक है।
- इसमें ज़िला कलेक्टरों/ज़िला मजिस्ट्रेट/ज़िला परिषदों (District Collectors/District Magistrates/Zilla Parishads) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, राज्य खनन विभागों के अधिकारियों, स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास, ग्रामीण विकास मंत्रालयों सहित अन्य केंद्रीय मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारियों आदि (Chief Executive Officers, officials of State Mining Departments, senior officials of other Central Ministries including Health, Women and Child Development, Rural Development Ministries etc.) ने इस कार्यशाला में भाग लिया।
- इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य DMF के कार्यान्वयन में तेज़ी लाने और DMF के कार्यान्वयन में चुनौतियों के समाधान के लिये कार्यनीतियाँ विकसित करने, लेखा-परीक्षा एवं समायोजन, PMKKKY दिशा-निर्देशों को बेहतर बनाने, प्रभावित लोगों और क्षेत्रों की पहचान करने के मानदंड आदि जैसे विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करना था।
- DMF/PMKKKY पर अपनी तरह की इस पहली कार्यशाला खनन से प्रभावित क्षेत्रों के सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा देने में खनन क्षेत्र को पूर्ण योगदान देने तथा राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था के विकास को बढ़ावा देने की दिशा में मंत्रालय के प्रयासों को सशक्त करने में बहुत लाभप्रद सिद्ध होगी।
- यह प्रयास देश के सभी क्षेत्रों में बेहतर परिपाटियों को बढ़ावा देने के लिये नीतिगत परिवेश में और अधिक सुधार की दिशा में केंद्र सरकार को सहायता प्रदान करेंगे।
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प्रधानमंत्री खनिज क्षेत्र कल्याण योजना के अंतर्गत क्षेत्र | Area under Prime Minister Mineral Sector Welfare Scheme
केंद्र सरकार ने Pradhan Mantri Khanij Kshetra Kalyan Yojana | PMKKKY के तहत उच्च प्राथमिकता वाले क्षेत्रों और अन्य प्राथमिकता वाले क्षेत्रों की पहचान की है। PMKKKY दिशानिर्देशों के अनुसार, जिला खनिज फाउंडेशनों (DMF) को उच्च प्राथमिकता वाले क्षेत्रों पर कम से कम 60 प्रतिशत पैसा खर्च करने के अनुदेश जारी किए गए हैं, इन क्षेत्रों में शामिल हैं:
- पेयजल आपूर्ति (Drinking Water Supply)
- पर्यावरण संरक्षण और प्रदूषण नियंत्रण उपाय (Environmental Conservation and Pollution Control Measures)
- स्वास्थ्य देखभाल (Healthcare)
- शिक्षा (Education)
- महिलाओं और बच्चों का कल्याण (Welfare of Women and Children)
- वृद्ध और दिव्यांगजनों का कल्याण (Welfare of the older people and disabled)
- कौशल विकास (Skill Development)
- स्वच्छता तथा अन्य प्राथमिकता वाले क्षेत्रों पर 40 प्रतिशत तक (Cleanliness and Other Priority Areas up to 40%) जैसे:
- भौतिक अवसंरचना (Physical Infrastructure)
- सिंचाई (Irrigation)
- ऊर्जा और वाटरशेड विकास (Energy and Watershed Development)
- खनन जिले में पर्यावरणीय गुणवत्ता बढ़ाने के अन्य उपाय (Other Measures to Enhance Environmental Quality in Mining Districts)
उच्च और अन्य/निम्न प्राथमिकता वाले क्षेत्रो की सूची | List of high and other/low priority areas
क्रं. संख्या | जिला | उच्च प्राथमिकता वाले क्षेत्र | अन्य प्राथमिकता वाले क्षेत्र | ||||
परियोजनाओं की संख्या | आवंटित धनराशि करोड़ रुपये में | खर्च की गई धनराशि करोड़ रुपये में | परियोजनाओं की संख्या | आवंटित धनराशि करोड़ रुपये में | खर्च की गई धनराशि करोड़ रुपये में | ||
1 | अहमदाबाद | 110 | 31.00 | 4.10 | 1 | 0.05 | 0.05 |
1 | अमरेली | 794 | 77.42 | 30.74 | 321 | 13.83 | 9.63 |
3 | आणंद | 107 | 4.52 | 1.99 | 24 | 0.80 | 0.38 |
4 | अरावली | 429 | 30.36 | 15.05 | 357 | 12.37 | 8.81 |
5 | बनासकांठा | 342 | 38.27 | 7.45 | 137 | 6.99 | 2.08 |
6 | भरूच | 1137 | 109.18 | 25.23 | 399 | 37.86 | 11.95 |
7 | भावनगर | 581 | 36.41 | 4.65 | 27 | 1.75 | 0.54 |
8 | बोटाद | 134 | 2.75 | 1.45 | 12 | 0.52 | 0.30 |
9 | छोटा उदयपुर | 1250 | 79.11 | 30.31 | 359 | 17.86 | 10.93 |
10 | दाहोद | 242 | 12.06 | 2.66 | 6 | 0.39 | 0.19 |
11 | देवभूमि द्वारका | 1597 | 75.00 | 27.26 | 248 | 24.03 | 8.10 |
12 | गांधीनगर | 270 | 10.76 | 5.83 | 62 | 2.88 | 1.92 |
13 | गिरसोमनाथ | 2979 | 113.76 | 68.82 | 554 | 36.25 | 6.67 |
14 | जामनगर | 124 | 9.15 | 5.38 | 35 | 1.86 | 1.37 |
15 | जूनागढ़ | 396 | 19.62 | 14.94 | 255 | 3.40 | 2.94 |
16 | कच्छ | 1226 | 249.30 | 87.74 | 684 | 76.41 | 38.11 |
17 | खेड़ा | 411 | 13.79 | 7.99 | 89 | 2.79 | 1.83 |
18 | महिसागर | 51 | 1.54 | 1.10 | 22 | 0.59 | 0.42 |
19 | मेहसाणा | 110 | 9.43 | 0.78 | 73 | 3.20 | 0.95 |
20 | मोरबी | 625 | 6.60 | 2.20 | 57 | 2.89 | 1.97 |
21 | नर्मदा | 111 | 1.93 | 1.39 | 11 | 0.65 | 0.27 |
22 | नवसारी | 558 | 21.38 | 12.64 | 137 | 6.17 | 3.26 |
23 | पंचमहल | 480 | 18.40 | 10.04 | 111 | 2.64 | 1.64 |
24 | पाटन | 42 | 0.66 | 0.51 | 0 | 0.00 | 0.00 |
25 | पोरबंदर | 608 | 73.73 | 44.55 | 180 | 19.32 | 12.41 |
26 | राजकोट | 127 | 9.81 | 5.94 | 73 | 6.21 | 2.16 |
27 | साबरकांठा | 460 | 22.34 | 3.55 | 292 | 9.89 | 2.52 |
28 | सूरत | 634 | 28.73 | 19.48 | 277 | 12.06 | 8.69 |
29 | सुरेंद्रनगर | 494 | 17.96 | 8.84 | 253 | 11.67 | 9.37 |
30 | तापी | 323 | 37.07 | 9.16 | 70 | 5.03 | 2.71 |
31 | वडोदरा | 1057 | 27.38 | 13.00 | 487 | 15.33 | 7.12 |
32 | वलसाड | 567 | 13.69 | 7.14 | 17 | 0.60 | 0.29 |
कुल | 18376 | 1203.13 | 481.89 | 5630 | 336.3 | 159.6 |
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इस योजना के कुछ मुख्य बिंदु | Some main points of this scheme
- इस योजना का मुख्य उद्देश्य आदिवासी लोगों के स्वास्थ्य, आर्थिक और पर्यावरणीय परिस्थितियों के संरक्षण के लिए प्रभावित क्षेत्रों में विभिन्न विकास और कल्याणकारी परियोजनाओं को लागू करना है
- इस योजना को लागू करने के लिए, विभिन्न राज्यों के खनन क्षेत्र में करीब 6000 करोड़ रुपये का उपयोग किया जाएगा
- PMKKKY के तहत निधियों का कम से कम 60% का उपयोग उच्च प्राथमिकता वाले क्षेत्रों जैसे कि पानी की आपूर्ति, पर्यावरण संरक्षण और प्रदूषण नियंत्रण उपायों, प्राथमिक / माध्यमिक स्वास्थ्य देखभाल आदि के लिए किया जाना चाहिए
- निधियों का 40% तक तक बुनियादी ढांचा, सिंचाई, ऊर्जा और वाटरशेड विकास और खनन में पर्यावरणीय गुणवत्ता बढ़ाने के लिए अन्य उपायों जैसे बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है
- 5% से अधिक धन प्रशासनिक खर्चों के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
- आधिकारिक वेबसाइट: http://mines.nic.in
प्रधानमंत्री खनिज क्षेत्र कल्याण योजना की विशेषताएं (Pradhan Mantri Khanij Kshetra Kalyan Yojana Features)
- प्रधानमंत्री खनिज क्षेत्र कल्याण योजना के लिए सरकार ने धन जुटाने का प्रबंध कर दिया है। इसके लिए सरकार ने खनन का पट्टा लेने वालों को नोटिस भी जारी कर दिया है।
- पट्टाधारक जिनको खनन के लिए पट्टा 12 जनवरी 2015 से पहले दिया जा चुका है, वे फंड को प्रदान की जाने वाली रॉयल्टी से अतिरिक्त भुगतान करेंगे जो कि 30 परसेंट से ज्यादा होगा।
- जिन लोगों को 12 जनवरी 2015 के बाद पट्टा (lease) मिला है, वे रॉयल्टी का 10 प्रतिशत अधिक भुगतान करेंगे जो फंड में जाएगी। इस प्रधानमंत्री खनिज क्षेत्र कल्याण योजना के तहत 6000 करोड़ रुपये जुटाए जाएंगे जो लोगों के कल्याण पर खर्च किए जाएंगे।
- इसके अलावा खनन पट्टों, रवन्ने से होने वाली आय का भी एक हिस्सा खनन प्रभावित इलाकों के विकास व वहां रहने वाले लोगों के कल्याण पर खर्च किया जाएगा।
- जिलास्तर पर एकत्र होने वाले फंड को विकास कार्यों पर किस तरह खर्च किया जा रहा है, इसकी निगरानी राज्य व केंद्र सरकार के अधिकारी करेंगे।
- इस प्रधानमंत्री खनिज क्षेत्र कल्याण योजना द्वारा किसानों का कल्याण होगा। प्रधानमंत्री खनिज क्षेत्र कल्याण योजना के तहत एकत्र होने वाले फंड का एक हिस्सा कृषि क्षेत्र पर खर्च होगा। भूमि सुधार के साथ ही सिंचाई के बंदोबस्त किए जाएंगे। इसके तहत नहर व कैनाल का निर्माण करवाया जाएगा।
- प्रधानमंत्री खनिज क्षेत्र कल्याण योजना के तहत खनन वाले इलाकों में जलमार्ग परियोजनाओं का विकास किया जाएगा। ताकि सड़क मार्ग पर दबाव कम किया जा सके।
- इससे खनिज पदार्थों को सड़क की जगह जलमार्ग से भेजा जाएगा। इससे प्रदूषण में तो कमी आएगी ही, ईधन की भी भारी बचत होगी।
- पुलों व सड़कों का निर्माण भी प्रधानमंत्री खनिज क्षेत्र कल्याण योजना के तहत होगा। इसका सीधा फायदा वहां रहने वाले लोगों को होगा। उनका देश के साथ संपर्क बेहतर होगा।
- शिक्षा व व्यवसाय के लिए लोगों को बाहर जाने में दिक्कत नहीं होगी।
- प्रधानमंत्री खनिज क्षेत्र कल्याण योजना के तहत रेल की नई लाइनें बिछाई जाएंगी।
- प्रयास होगा कि इलाके से खनिज पदार्थ रेल मार्ग से ही दूरदराज के क्षेत्रों में पहुंचे। इसका भी फायदा सीधा पर्यावरण को होगा और सड़क पर ट्रकों को कम दौड़ना पड़ेगा। जब रेल मार्ग बनेगा तो वहां तक यात्री ट्रेनों का भी संचालन होगा।
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योजना के लाभार्थी | Beneficiaries of the scheme
- प्रत्यक्ष रूप से प्रभावित क्षेत्र (directly affected area): जहां उत्खनन, खनन, विस्फोटन, लाभकारी एवं अपशिष्ट निपटान आदि जैसे प्रत्यक्ष खनन संबंधित संचालन स्थित हैं।
- अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित क्षेत्र (In-directly affected area): जहां खनन संबंधित संचालनों के कारण आर्थिक, सामाजिक एवं पर्यावरण दुष्परिणामों की वजह से स्थानीय जनसंख्या पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। इसकी वजह से जल, मृदा एवं वायु गुणवत्ता में ह्रास हो सकता है, झरनों के प्रवाह में कमी आ सकती है और भू-जल कम हो सकता है आदि।
- प्रभावित लोग/समुदाय (Affected people/communities): भूमि अधिग्रहण, पुनर्वास एवं पुनः स्थापन अधिनियम, 2013 में उचित क्षतिपूर्ति एवं पारदर्शिता के अधिकार के तहत ‘’प्रभावित परिवार’’ और ‘’विस्थापित परिवार’’ के रूप में चिन्हित परिवार और ग्रामसभा के मशविरे से चिन्हित अन्य परिवार।
खनिज क्षेत्र कल्याण योजना के उद्देश्य | Objectives of Khanij Kshetra Kalyan Yojana
- जिस क्षेत्र में खनन गतिविधियां होती है वहाँ के लोगों के स्वास्थ्य तथा खनन से पर्यावरण पर पड़ने वाले प्रतिकूल प्रभावों को कम/दूर करना।
- खनन गतिविधियों से प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को लंबे जीवन के लिए स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना।
- उन लोगों को पीने के पानी की आपूर्ति, स्वच्छता और शिक्षा जैसी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराना।
- बेहतर जीवन यापन के लिए निधि की शेष राशि का उपयोग मूलभूत ढांचे के विकास जैसे सड़क, रेलवे और अन्य सुविधाओ पर किया जाएगा।
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पीएम खनिज क्षेत्र कल्याण योजना वित्तीय आवंटन | Financial Allocation of PM Khanij Kshetra Kalyan Yojana
- 60% धनराशि उच्च प्राथमिकता वाले क्षेत्रों को आवंटित की गई: पेयजल, स्वास्थ्य देखभाल, स्वच्छता, शिक्षा, कौशल विकास, महिलाओं और बच्चों की देखभाल, बुजुर्गों और विकलांगों की देखभाल, और पर्यावरण संरक्षण।
- 40% बुनियादी ढांचे, सिंचाई और बिजली की ओर निर्देशित है।
योजना का फंड आवंटन दिशानिर्देश | Fund Allocation Guidelines of the Scheme
PMKKKY धन उपयोग प्रोटोकॉल के अनुपालन में, यह अनिवार्य है कि जिला खनिज फाउंडेशन (डीएमएफ) निधि का 60% ‘प्रमुख प्राथमिकता वाले क्षेत्रों’ को आवंटित किया जाए। शेष 40% को ‘अन्य प्राथमिकता वाले क्षेत्रों’ के लिए नामित किया गया है।
प्रधानमंत्री खनिज क्षेत्र कल्याण योजना के उद्देश्य | Objectives of Pradhan Mantri Khanij Kshetra Kalyan Yojana
- स्वच्छ पेयजल आपूर्ति: समुदायों के लिए पीने के पानी की विश्वसनीय और सुरक्षित आपूर्ति सुनिश्चित करना।
- पर्यावरणीय उपाय: पर्यावरण के संरक्षण एवं संवर्द्धन के लिए पहल लागू करना।
- स्वास्थ्य क्षेत्र में देखभाल करने वाली सोसायटी: स्वास्थ्य देखभाल पर ध्यान देने के साथ एक दयालु और समावेशी समाज को बढ़ावा देना।
- शिक्षा और लोगों की रुचियां: शैक्षिक कार्यक्रमों को सुविधाजनक बनाना और समुदाय के हितों की रक्षा करना।
- बुजुर्गों और विकलांग व्यक्तियों का कल्याण: बुजुर्गों और दिव्यांग व्यक्तियों के स्वास्थ्य और जीवन की गुणवत्ता को प्राथमिकता देना।
- कौशल विकास: समुदाय के सदस्यों के लिए कौशल वृद्धि कार्यक्रमों को बढ़ावा देना।
- स्वच्छता: स्वच्छता और स्वच्छता में सुधार के लिए उपाय करना।
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FAQs on PM Khanij Kshetra Kalyan Yojana
Q: प्रधानमंत्री खनिज क्षेत्र कल्याण योजना क्या है?
प्रधानमंत्री खनिज क्षेत्र कल्याण योजना (PMKKKY) एक केंद्र प्रायोजित योजना है जिसका उद्देश्य खनन प्रभावित क्षेत्रों के विकास और कल्याण को बढ़ावा देना है। यह योजना खनन के कारण होने वाले पर्यावरणीय, स्वास्थ्य और सामाजिक-आर्थिक प्रभावों को कम करने में भी मदद करती है।
Q: Pradhan Mantri Khanij Kshetra Kalyan Yojana के तहत कौन से क्षेत्र शामिल हैं?
PMKKKY के तहत वे सभी क्षेत्र शामिल हैं जहां खनन गतिविधियाँ चल रही हैं या भविष्य में होने की संभावना है। इन क्षेत्रों में शामिल हैं:
- खनन क्षेत्रों के आसपास के गांव और कस्बे
- खनन क्षेत्रों से जुड़े सड़क, रेलवे और अन्य बुनियादी ढांचे
- खनन क्षेत्रों में रहने वाले लोग
Q: PMKKKY के तहत कौन से कार्य किए जा सकते हैं?
PMKKKY के तहत निम्नलिखित कार्य किए जा सकते हैं:
- शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य सामाजिक कल्याण कार्यक्रम
- पर्यावरण संरक्षण और संवर्धन कार्यक्रम
- बुनियादी ढांचे का विकास
- रोजगार सृजन कार्यक्रम
Q: प्रधानमंत्री खनिज क्षेत्र कल्याण योजना के लिए धन कहाँ से आता है?
PMKKKY के लिए धन निम्नलिखित स्रोतों से आता है:
- खनन क्षेत्रों में खनन गतिविधियों से प्राप्त राजस्व
- खनन कंपनियों द्वारा खनन विकास फंड (MDF) में जमा किया जाने वाला शुल्क
Q: Pradhan Mantri Khanij Kshetra Kalyan Yojana के तहत योजनाओं का कार्यान्वयन कौन करता है?
PMKKKY के तहत योजनाओं का कार्यान्वयन संबंधित जिलों के जिला खनिज क्षेत्र विकास प्राधिकरण (DMF) द्वारा किया जाता है। DMF में स्थानीय लोगों का प्रतिनिधित्व करने वाले सदस्य शामिल होते हैं।
Q: प्रधानमंत्री खनिज क्षेत्र कल्याण योजना के तहत लाभार्थी कौन हैं?
PMKKKY के तहत लाभार्थी निम्नलिखित हैं:
- खनन क्षेत्रों में रहने वाले लोग
- खनन क्षेत्रों से जुड़े व्यवसाय
- खनन क्षेत्रों में रहने वाले बच्चे
- खनन क्षेत्रों में रहने वाले महिलाएं
Q: Pradhan Mantri Khanij Kshetra Kalyan Yojana की सफलता के लिए क्या आवश्यक है?
PMKKKY की सफलता के लिए निम्नलिखित आवश्यक हैं:
- योजनाओं का प्रभावी कार्यान्वयन
- योजनाओं की पारदर्शिता
- योजनाओं में स्थानीय लोगों की भागीदारी
Q: प्रधानमंत्री खनिज क्षेत्र कल्याण योजना के तहत कौन सी योजनाएं लागू की जा रही हैं?
PMKKKY के तहत विभिन्न प्रकार की योजनाएं लागू की जा रही हैं, जिनमें शामिल हैं:
- शिक्षा योजनाएँ (Education Schemes)
- स्वास्थ्य योजनाएँ (Health Schemes)
- बुनियादी ढांचा योजनाएँ (Basic Infrastructure Schemes)
- रोजगार सृजन योजनाएँ (Employment Generation Schemes)
- पर्यावरण संरक्षण योजनाएँ (Environmental Conservation Schemes)
Q: Pradhan Mantri Khanij Kshetra Kalyan Yojana के तहत योजनाओं की निगरानी कैसे की जाती है?
PMKKKY के तहत योजनाओं की निगरानी निम्नलिखित तरीकों से की जाती है:
- योजनाओं की प्रगति की नियमित समीक्षा (Regular Review of the Progress of Schemes)
- योजनाओं के क्रियान्वयन में शामिल लोगों के साथ बैठकें (Meetings with Stakeholders Involved in the Implementation of Schemes)
- योजनाओं के बारे में स्थानीय लोगों से प्रतिक्रिया (Feedback from Local People about the Schemes)
Q: प्रधानमंत्री खनिज क्षेत्र कल्याण योजना के तहत योजनाओं का मूल्यांकन कैसे किया जाता है?
PMKKKY के तहत योजनाओं का मूल्यांकन निम्नलिखित तरीकों से किया जाता है:
- योजनाओं के लक्ष्यों और उद्देश्यों की प्राप्ति
- योजनाओं के प्रभाव का मापन
- योजनाओं के बारे में स्थानीय लोगों की राय
Q: Pradhan Mantri Khanij Kshetra Kalyan Yojana के भविष्य के लिए क्या संभावनाएँ हैं?
PMKKKY के भविष्य के लिए निम्नलिखित संभावनाएँ हैं:
- योजनाओं की पहुंच और प्रभाव में वृद्धि
- योजनाओं में नवाचार और प्रौद्योगिकी का उपयोग
- योजनाओं में स्थानीय लोगों की भागीदारी
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