प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना | Pradhan Mantri Krishi Sichai Yojana | PMKSY की शुरुआत हमारे देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के द्वारा किसानो को लाभ पहुंचाने के लिए की गयी है ।इस योजना के अंतर्गत देश के किसानो को अपने खेतो की सिचाई के लिए उपकरणों (Equipments) के लिए सब्सिडी (subsidy) प्रदान की जाएगी । यह सब्सिडी किसानों को उन सभी योजनाओं के लिए भी प्रदान की जायेगी। जिसमे पानी की बचत, कम महनत और साथ ही खर्चे की भी सही तरह से बचत हो सकेगी ।जिससे किसानों को अपने खेतो में सिंचाई करने में सुविधा होगी ।
Farmers of the country will be provided subsidy for equipment for irrigation of their fields.
प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना | Pradhan Mantri Krishi Sinchayee Yojana | PMKSY
प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना | Pradhan Mantri Krishi Sinchayee Yojana | PMKSY “1 जुलाई 2015” को 5 वर्ष 2015-16 से 2019-20) के लिए शुरु की गई। प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के परिदृश्य में देश के कृषि भूमि को सिंचाई का संरक्षित स्रोत उपलब्ध कराना सुनिश्चित करना है ताकि पानी के प्रत्येक बूंद से अधिक से अधिक फसल उत्पादन किया जा सके तथा ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक समृद्धि लाई जा सके। Pradhan Mantri Krishi Sinchayee Yojana की नीति के तहत जल स्रोतों, वितरण प्रणाली (नेटवर्क), खेत स्तर पर बेहतर नीति का उपयोग और नई तकनीकी पर आधारित कृषि प्रसार एवं सूचना का व्यापक रूप से सम्पूर्ण सिंचाई आपूर्ति करने के लिए जिला व राज्य स्तर पर प्रयोग।
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जैसे की आप लोग जानते है कि अनाज के लिए कृषि सबसे ज़रुरी है और कृषि तभी बेहतर होगी जब सिंचाई अच्छे से की जाएगी। खेतों में सिंचाई के लिए पानी की अधिक आवश्यकता होती है। अगर फसलों को अच्छे से पानी नहीं मिलेगा तो वह किसानो कि खेतो ख़राब हो जाएगी । इस PMKSY 2023 के तहत किसानो कि इस समस्या को दूर किया जायेगा और किसानो को उनके खेती के लिए पानी की व्यवस्था की जाएगी । इस योजना के तहत सेल्फ हेल्प ग्रुप्स, ट्रस्ट, सहकारी समिति, इंकॉर्पोरेटेड कंपनियां, उत्पादक कृषकों के समूहों के सदस्यो और अन्य पात्रता प्राप्त संस्थानों के सदस्यों को भी लाभ प्रदान किया जायेगा। Pradhanmantri Krishi Sinchayee Yojana 2023 के तहत केंद्र सरकार द्वारा इस योजना के तहत 50000 करोड़ रूपये की धनराशि निर्धारित की है ।
प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के प्रमुख बिंदु | Key points of Pradhan Mantri Krishi Sinchayee Yojana
- यह वर्ष 2015 में शुरू की गई एक केंद्र प्रायोजित योजना (कोर योजना) है। केंद्र-राज्य की हिस्सेदारी 75:25 प्रतिशत में होगी। उत्तर-पूर्वी क्षेत्र और पहाड़ी राज्यों के मामले में यह अनुपात 90:10 रहेगा।
- इससे ढाई लाख अनुसूचित जाति और दो लाख अनुसूचित जनजाति के किसानों सहित लगभग 22 लाख किसानों को लाभ होगा।
- जल शक्ति मंत्रालय ने वर्ष 2020 में PMKSY के तहत परियोजनाओं के घटकों की जियो-टैगिंग हेतु एक मोबाइल एप्लिकेशन लॉन्च किया।
- इसके तीन मुख्य घटक हैं- त्वरित सिंचाई लाभ कार्यक्रम (AIBP), हर खेत को पानी (HKKP) और वाटरशेड डेवलपमेंट (Watershed development)।
- वर्ष 1996 में AIBP को राज्यों की संसाधन क्षमताओं से अधिक सिंचाई परियोजनाओं के कार्यान्वयन में तेज़ी लाने के उद्देश्य से शुरू किया गया था।
- HKKP का उद्देश्य लघु सिंचाई के माध्यम से नए जल स्रोत निर्मित करना है। जल निकायों की मरम्मत, बहाली और नवीनीकरण, पारंपरिक जल स्रोतों की वहन क्षमता को मज़बूत करना, वर्षा जल संचयन संरचनाओं का निर्माण।
- इसके उप घटकों में शामिल हैं: कमान क्षेत्र विकास (CAD), भूतल लघु सिंचाई (SMI), जल निकायों की मरम्मत, नवीनीकरण और बहाली (RRR), भूजल विकास।
- वाटरशेड डेवलपमेंट में अपवाह जल का प्रभावी प्रबंधन और मिट्टी और नमी संरक्षण गतिविधियों में सुधार जैसे कि रिज क्षेत्र उपचार, ड्रेनेज़ लाइन 5 ट्रीटमेंट, वर्षा जल संचयन, इन-सीटू नमी संरक्षण और वाटरशेड के आधार पर अन्य संबद्ध गतिविधियाँ शामिल हैं।
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प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के उद्देश्य | Objectives of Pradhan Mantri Krishi Sinchayee Yojana
- क्षेत्रीय स्तर पर सिंचाई में निवेशों में एकरूपता प्राप्त करना (ज़िला स्तर पर और यदि आवश्यक हो तो, उप ज़िला स्तर पर जल उपयोग योजनाएँ तैयार करना)।
- खेतों में जल की पहुँच में वृद्धि और सिंचाई (हर खेत के लिये जल) सुनिश्चित करने के प्रयास के तहत कृषि योग्य क्षेत्र का विस्तार करना।
आवश्यक प्रौद्योगिकियों और प्रथाओं के माध्यम से जल के सर्वोत्तम उपयोग के लिये जल स्रोत, वितरण एवं इसके कुशल उपयोग का एकीकरण। - जल की बर्बादी को कम करने और समयबद्ध तरीके तथा आवश्यकता अनुरूप उपलब्धता बढ़ाने के लिये खेतों में जल उपयोग दक्षता में सुधार करना।
परिशुद्ध कृषि जैसी जल-बचत प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देना। - जलभृतों के पुनर्भरण को बढ़ाना तथा धारणीय जल संरक्षण प्रथाओं को लागू करना।
मृदा व जल संरक्षण, भू-जल पुनर्प्राप्ति, अपवाह पर नियंत्रण, आजीविका के विकल्प प्रदान करने और अन्य प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन गतिविधियों के लिये वाटरशेड दृष्टिकोण के उपयोग से वर्षा सिंचित क्षेत्रों का एकीकृत विकास सुनिश्चित करना। - किसानों और क्षेत्रीय कार्यकर्त्ताओं के लिये जल संचयन, जल प्रबंधन एवं फसल संरेखण से संबंधित विस्तार गतिविधियों को बढ़ावा देना।
- उप नगरीय कृषि के लिये उपचारित नगरपालिका अपशिष्ट जल के पुन: उपयोग की व्यवहार्यता की जाँच करना।
कृषि सिंचाई योजना के घटक | Components of Krishi Sinchayee Yojana
- त्वरित सिंचाई लाभ कार्यक्रम (Accelerated Irrigation Benefit Programme- AIBP): इसे वर्ष 1996 में राज्यों की संसाधन क्षमताओं से बढ़कर सिंचाई परियोजनाओं के कार्यान्वयन में तेज़ी लाने के उद्देश्य से शुरू किया गया था।
- वर्तमान में PMKSY-AIBP के तहत 53 परियोजनाएँ पूरी की जा चुकी हैं, जिनसे 25.14 लाख हेक्टेयर की अतिरिक्त सिंचाई क्षमता में वृद्धि हुई है।
- हर खेत को पानी (HKKP): इसका उद्देश्य लघु सिंचाई के माध्यम से नए जल स्रोत का निर्माण करना है। इसके अंतर्गत जल निकायों की देखभाल, पुनर्स्थापना तथा नवीकरण, पारंपरिक जल स्रोतों की वहन क्षमता को बेहतर बनाना, वर्षाजल संग्रहण संरचनाओं का निर्माण करना आदि शामिल हैं।
- इसके उप घटक इस प्रकार हैं: कमांड एरिया डेवलपमेंट (CAD), सतही लघु सिंचाई (SMI), जल निकायों की मरम्मत, नवीनीकरण एवं पुनरूद्धार (Repair, Renovation and Restoration- RRR), भू-जल विकास।
- वाटरशेड विकास: इसमें मृदा और नमी संरक्षण की बेहतर तकनीकें शामिल हैं जैसे कि रिज़ क्षेत्रों तथा जल निकासी लाइन 5 की मरम्मत करना, वर्षाजल एकत्रित करना, यथास्थान नमी का संरक्षण करना और वाटरशेड के आधार पर अन्य संबंधित कार्य करना। इसमें जल अपवाह तंत्र का कुशल प्रबंधन भी शामिल है।
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प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना की विशेषताएं | Features of Pradhan Mantri Krishi Sinchayee Yojana
- सरकार द्वारा किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए एवं उनकी आय में वृद्धि करने के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाओं का संचालन किया जाता है। प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना को भी किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए आरंभ की गई है।
- इस योजना के माध्यम से सभी खेतों में सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध करवाया जाएगा।
- सरकार इस योजना के अंतर्गत पानी के सोर्स जैसे कि जल संचयन, भूजल विकास आदि का निर्माण करवाएगी।
- इसी के साथ यदि किसान द्वारा सिंचाई के उपकरण खरीदे जाते हैं तो उनको सब्सिडी भी प्रदान की जाएगी।
- Pradhanmantri Krishi Sinchayee Yojana के माध्यम से समय और पैसे दोनों की बचत होगी।
- सरकार द्वारा इस योजना के माध्यम से ड्रिप सिंचाई, स्प्रिंकलर सिंचाई आदि को भी बढ़ावा दिया जाएगा।
- यदि फसलों को सही प्रकार की सिंचाई प्राप्त होगी तो पैदावार में भी बढ़ोतरी होगी।
- इस योजना का लाभ वह सभी किसान उठा सकते हैं जिनके पास खुद की खेती और जल का स्त्रोत है।
- इसके अलावा वह किसान भी इस योजना का लाभ उठा सकते हैं जो कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग कर रहे हैं या सहकारी सदस्य हैं।
- सेल्फ हेल्प ग्रुप भी प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना का लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
- इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन करना होगा।
- सरकार द्वारा सिंचाई के उपकरण खरीदने पर इस योजना के अंतर्गत 80% से 90% तक का अनुदान प्रदान किया जाएगा।
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प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना 2023 के लाभ | Benefits of Pradhan Mantri Krishi Sinchayee Yojana
- इस योजना के तहत देश खेती करने वाले किसानो को अपने खेतो में सिचाई के लिए उचित मात्रा में पानी उपलब्ध करना और उसके लिए सरकार सिचाई उपकरणों के लिए सब्सिडी प्रदान की जाएगी ।
- पानी की इसी कमी को पूरा करने के लिए प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना की शुरुआत की गई है। जिससे किसानों को सिंचाई करने में सुविधा होगी ।
- जो ज़मीन कृषि के योग्य होगी उस ज़मीन तक इस योजना को पहुँचाया जाएगा।
- इस योजना का लाभ देश के उन किसानो को पहुंचाया जायेगा जिनके पास अपनी खुद की कृषि योग्य भूमि होगी और जल संसाधन होगा ।
- Pradhanmantri Krishi Sinchayee Yojana 2023 के माध्यम से कृषि में विस्तार होगा, उत्पादकता में वृद्धि होगी जिससे अर्थव्यवस्था का पूर्ण विकास होगा।
- योजना के लिए केंद्र द्वारा 75% अनुदान दिया जाएगा और 25% जो खर्चा रहेगा वह राज्य सरकार द्वारा किया जाएगा।
- इससे ड्रिप/ स्प्रिंकलर जैसी सिंचाई योजना का फायदा भी किसानों को प्राप्त होता है।
- नये उपकरणों की प्रणाली के इस्तेमाल से 40-50 प्रतिशत पानी की बचत हो पायेगी और उसके साथ ही 35-40 प्रतिशत कृषि उत्पादन में बढ़ोतरी एवं उपज के गुणवत्ता में तेज़ी आएगी।
- 2018 – 2019 के दौरान, केंद्र सरकार लगभग 2000 करोड़ खर्च करेगी, और अगले वित्तीय वर्ष में इस योजना पर अन्य 3000 करोड़ खर्च होंगे।
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हर खेत को पानी योजना | Har Khet Ko Pani | HKKP
जैसा कि मैं आप सभी को बता दूं कि प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना को केंद्र सरकार के द्वारा आरंभ किया गया है इस योजना को आरंभ करने का मुख्य उद्देश्य सिंचाई उपकरण खरीदने पर मुहैया करवाना सब्सिडी जिससे कि खेतों की सिंचाई करने के लिए पानी उपलब्ध हो सके यह योजना सभी किसानों की आय में वृद्धि करेगी और उन सभी का आई बढ़ाने के लिए कारगर साबित होगी इस योजना को देश के सभी जिलों में होने वाली पानी की कमी को ध्यान में रखते हुए आरंभ किया गया है जिससे कि फसल की गुणवत्ता सुनिश्चित की जा सके Pradhanmantri Krishi Sinchai Yojana 2023 को आरंभ करने के अंतर्गत “हर खेत के पानी योजना” भी आरंभ की गई है।
हर खेत के पानी को इस योजना के माध्यम से सरकार के द्वारा सभी खेतों को पानी मुहैया कराया जाएगा जिसके लिए कमांड क्षेत्र विकास एवं जल प्रबंधन मंत्रालय द्वारा वित्तीय सहायता दिया जाएगा और इस वित्तीय सहायता का उपयोग करके सभी किसानों को सिंचाई की सुविधा काय जाएगी जिससे कि उनके खेतों की पानी उनके के खेत तक पहुंच सके और उनका फसल अच्छी से उपज सके अब इस योजना के माध्यम से जो भी किसान खेती करने वाले हैं उन सभी किसानों को पानी की कमी का सामना नहीं करना पड़ेगा और उनका फसल उनके खेतों में हरा भरा अच्छी तरह से रहेगा।
प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना 2023 की पात्रता | Eligibility for Pradhan Mantri Krishi Sinchayee Yojana
- इस योजना का लाभ उठाने के लिए किसानो के पास कृषि योग्य भूमि होनी चाहिए ।
- इस योजना इस योजना के पात्र लाभार्थी देश के सभी वर्ग के किसान होंगे ।
- PM Krishi Sinchai Yojana के तहत सेल्फ हेल्प ग्रुप्स, ट्रस्ट, सहकारी समिति, इंकॉर्पोरेटेड कंपनियां, उत्पादक कृषकों के समूहों के सदस्यो और अन्य पात्रता प्राप्त संस्थानों के सदस्यों को भी लाभ प्रदान किया जायेगा।
- पीएम कृषि सिचांई स्कीम 2023 का लाभ उन संस्थानों और लाभार्थियों को मिलेगा जो न्यूनतम सात वर्षों से Lease Agreement के तहत उस भूमि पर खेती करते हो। कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग से भी यह पात्रता प्राप्त की जा सकती है।
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कृषि सिंचाई योजना के कंपोनेंट्स | Components of Krishi Sinchayee Yojana
- कन्वर्ट एजविद मनरेगा
- वाटर सेड (Water Shed)
- पर ड्रॉप मोर क्रॉप (Per drop More crop)
- पर ड्रॉप मोर क्रॉप माइक्रो इरिगेशन (Per Drop More Crop Micro Irrigation)
- हर खेत को पानी
- AIBP
प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना 2023 के दस्तावेज़ | Documents of Pradhan Mantri Krishi Sinchayee Yojana
- आवेदक का आधार कार्ड (Applicant’s Aadhar Card)
- पहचान पत्र (Identity Certificate)
- किसानों की ज़मीन के कागज़ात (Land Documents for Farmers)
- जमीन की जमा बंदी (खेत की नक़ल) (Land Registration Record – Property Deed)
- बैंक अकाउंट पासबुक (Bank Account Passbook)
- पासपोर्ट साइज फोटो (Passport-sized Photograph)
- मोबाइल नंबर (Mobile Number)
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प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना 2023 में आवेदन कैसे करें | How to apply in Pradhan Mantri Krishi Sinchayee Yojana
इस योजना की जानकारी हर किसान तक पहुंचना आने के लिए इसके लिए आधिकारिक पोर्टल स्थापित किया गया जहां पर इस योजना संबंधित हर जानकारी विस्तार पूर्वक तरीके से आपको बताई गई है पंजीकरण या आवेदन के लिए राज्य सरकार अपने प्रदेश के कृषि विभाग की वेबसाइट पर आवेदन कर ले सकती है अगर आप योजना में आवेदन के इच्छुक हैं तो अपने प्रदेश के कृषि विभाग की वेबसाइट पर जाकर आवेदन संबंधित सभी जानकारी ले सकते हैं।
एमआईएस रिपोर्ट देखने की प्रक्रिया | Process to view MIS report
1. सबसे पहले आपको प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना की ऑफिशियल वेबसाइट (Official website) पर जाना होगा और उसके बाद आपके सामने होम फिर खुलकर आ जाएगा।
2. इसके पश्चात आपको Mis report के अवसर पर आपको क्लिक करना होगा।
3. इसके बाद आपके सामने निम्नलिखित ऑप्शन (option) खुल कर आ जाएंगे
- अचीवमेंट रिपोर्ट (Achievement Report)
- कंसोलिडेट एक्टिविटी वाइज वन टच फॉर्मेट (Consolidate activity wise one touch format)
- वन टच फॉर्मेट (one touch format)
- DIP डॉक्यूमेंट अपलोडेड
4. PMKSY PDMC MI वर्कफ्लो सिस्टम
- ड्रिल डाउन प्रोग्रेस रिपोर्ट (drill down progress report)
- एमआईएस रिपोर्ट ओडीशा
- प्रोग्रेस रिपोर्ट ओडिशा
5. आपको अपनी आवश्यकता अनुसार विकल्प पर जाकर क्लिक करना होगा
6. इसके पश्चात आपके सामने एक नया पेज खुल कर आ जाएगा।
7. इस पेज पर आपको इसमें पूछी गई सारी जानकारी दर्ज करनी होगी।
8. अब आपको व्यू (View) के ऑप्शन पर जाकर क्लिक करना होगा।
9. इससे संबंधित सारी जानकारी आपकी कंप्यूटर स्क्रीन पर होगी।
डॉक्यूमेंट प्लान देखने की प्रक्रिया | Process to view document plan
- सबसे पहले आपको Pradhanmantri Krishi Sinchai Yojana की ऑफिस की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाना होगा।
- उसके बाद आपके सामने होम पेज खुल जाएगा।
- इसके बाद आपको डॉक्यूमेंट प्लान के ऑप्शन पर क्लिक कर देना है।
- जो आपके सामने एक नया पेज खोलकर आएगा।
- इस पेज पर आपको अपनी आवश्यकता अनुसार ऑप्शन पर क्लिक कर देना है।
- उसमें आपकी स्क्रीन पर पीडीएफ फाइल (Pdf file) खुलकर आ जाएगी।
- इस फाइल में आप इससे संबंधित सारी जानकारी देख सकते हैं।
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FAQ
Q. प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना का उद्देश्य क्या है?
पीने के पानी की उपलब्धता में वृद्धि। कृषि/बागवानी उत्पादकता में सुधार। टैंक कमानों के जलग्रहण क्षेत्रों में सुधार। बेहतर जल उपयोग दक्षता के माध्यम से पर्यावरणीय लाभ; सतह और भूजल के संयुक्त उपयोग को बढ़ावा देकर।
Q. प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना में क्या क्या शामिल है?
सरकार इस योजना के अंतर्गत पानी के सोर्स जैसे कि जल संचयन, भूजल विकास आदि का निर्माण करवाएगी। इसी के साथ यदि किसान द्वारा सिंचाई के उपकरण खरीदे जाते हैं तो उनको सब्सिडी भी प्रदान की जाएगी। Pradhanmantri Krishi Sinchayee Yojana के माध्यम से समय और पैसे दोनों की बचत होगी।
Q. प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना की शुरुआत कब हुई?
प्रधान मंत्री कृषि सिंचाई योजना (पीएमकेएसवाई) 1 जुलाई 2015 को शुरू की गई है। पीएमकेएसवाई को सिंचाई के लिए खेती वाले क्षेत्र के विस्तार के लिए लागू किया गया है। इसका मुख्य प्रतीक ‘हर खेत को पानी’ है।
Q. सिंचाई कृषि कितने प्रकार की होती है?
भारत में मुख्यत: चार प्रणालियाँ अपनाई जाती हैं। इसमें सतही सिंचाई, उप सतही सिंचाई, टपकन सिंचाई तथा फुहार सिंचाई शामिल है। सतही सिंचाई में जलप्लावित तथा सीमाबद्ध सिंचाई शामिल है, उप सतही सिंचाई में फसलों के जड़ वाले क्षेत्र में छिद्रयुक्त पाइपों के सहारे जल पहुँचाया जाता है।