RTGS (Real Time Gross Settlement) क्या है? जानें शुल्क, समय सीमा, फायदे और इसकी पूरी प्रक्रिया!
आज के डिजिटल युग में, बड़ी राशि का त्वरित और सुरक्षित लेन-देन करना बेहद जरूरी हो गया है। RTGS (रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट) एक ऐसा बैंकिंग सिस्टम है जो बड़ी रकम को तुरंत और सुरक्षित तरीके से ट्रांसफर करने की सुविधा देता है। इसमें पैसा एक बैंक से दूसरे बैंक में रीयल-टाइम में सेटल होता है, यानी ट्रांज़ैक्शन तुरंत पूरा हो जाता है और इसमें कोई देरी नहीं होती। आरटीजीएस का उपयोग मुख्य रूप से बड़े फंड ट्रांसफर के लिए किया जाता है। इस ब्लॉग में हम RTGS की पूरी प्रक्रिया, इसके लाभ, शुल्क, समय सीमा और अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं को आसान भाषा में समझेंगे।
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आरटीजीएस क्या है? | What is RTGS?
RTGS एक तुरंत फंड ट्रांसफर प्रणाली है, जिसमें कम से कम ₹2 लाख या उससे अधिक की राशि भेजी जा सकती है। यह सबसे सुरक्षित और विश्वसनीय बैंकिंग माध्यमों में से एक है, जो कानूनी सुरक्षा भी प्रदान करता है।
आरटीजीएस के जरिए बैंक ब्रांच जाने या चेक लिखने की जरूरत नहीं पड़ती। यह प्रक्रिया पूरी तरह डिजिटल और तेज़ होती है, जिससे पैसे तुरंत ट्रांसफर हो जाते हैं और इंतजार करने की जरूरत नहीं पड़ती।
हालांकि, आरटीजीएस ट्रांसफर का समय बैंक से बैंक और ब्रांच से ब्रांच अलग हो सकता है। इसलिए, फंड ट्रांसफर करने से पहले संबंधित बैंक से सही जानकारी लेना बेहद जरूरी है।
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रियल-टाइम ग्रॉस सेटलमेंट कैसे काम करता है? | How does RTGS work?
रियल-टाइम का मतलब होता है तुरंत प्रक्रिया पूरी होना। यानी जब कोई पैसा भेजता है, तो वह तुरंत प्राप्तकर्ता के बैंक खाते में पहुंच जाता है। ग्रोस सेटलमेंट का अर्थ है कि प्रत्येक ट्रांज़ैक्शन को अलग-अलग प्रोसेस किया जाता है, न कि अन्य ट्रांज़ैक्शनों के साथ मिलाकर। इसलिए, हर लेन-देन को सटीकता और सुरक्षा के साथ पूरा किया जाता है।
RTGS सिस्टम का उपयोग मुख्य रूप से बड़ी राशि ट्रांसफर करने के लिए किया जाता है, क्योंकि इसमें पैसे का सेटलमेंट तुरंत होता है और रिवर्सल (पैसे वापस लेना) संभव नहीं होता। यह प्रक्रिया बैंकिंग जोखिमों को कम करने में मदद करती है, जिससे पैसे के डिलीवरी रिस्क से बचा जा सकता है और लेन-देन पूरी तरह से सुरक्षित होता है।
RTGS से ऑनलाइन फंड ट्रांसफर कैसे करें? | How to transfer funds through RTGS Online?
अगर आप RTGS के जरिए पैसे ट्रांसफर करना चाहते हैं, तो आपको इसकी प्रक्रिया को समझना जरूरी है। नीचे दिए गए आसान स्टेप्स को फॉलो करके आप आरटीजीएस का इस्तेमाल कर सकते हैं।
इंटरनेट बैंकिंग से RTGS ट्रांसफर करने का तरीका:
- इंटरनेट बैंकिंग एक्टिव करें – अगर आपकी नेट बैंकिंग चालू नहीं है, तो पहले अपनी बैंक शाखा से इसे सक्रिय करवाएं।
- बैंक पोर्टल पर लॉगिन करें – अपनी यूजर आईडी और पासवर्ड डालकर बैंक के आधिकारिक पोर्टल में लॉगिन करें।
- लाभार्थी जोड़ें –
- अपनी प्रोफाइल में जाकर “Beneficiary” (लाभार्थी) जोड़ने का विकल्प चुनें।
- RTGS का ऑप्शन चुनें और लाभार्थी का नाम, अकाउंट नंबर, IFSC कोड और पता दर्ज करें।
- सभी डिटेल्स सही भरने के बाद ‘Confirm’ और ‘Terms & Conditions’ को स्वीकार करें।
- सिक्योरिटी वेरिफिकेशन –
- बैंक आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक सिक्योरिटी पासवर्ड भेजेगा, जिसे डालकर लाभार्थी को सत्यापित करें।
- लाभार्थी अकाउंट 30 मिनट से कुछ घंटों में एक्टिव हो जाता है।
- पैसे ट्रांसफर करें –
- “Payments/Transfers” सेक्शन में जाएं और “Inter Bank Transfer” का ऑप्शन चुनें।
- RTGS ट्रांजैक्शन चुनें और लाभार्थी का नाम व ट्रांसफर राशि दर्ज करें।
- ‘Terms & Conditions’ स्वीकार करें और पुष्टि करें।
- लेन-देन पूरा होते ही आपको कन्फर्मेशन मिल जाएगा।
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आरटीजीएस से ऑफलाइन फंड ट्रांसफर कैसे करें? | How to transfer funds through RTGS Offline?
अगर आप बैंक शाखा जाकर RTGS ट्रांसफर करना चाहते हैं, तो नीचे दिए गए स्टेप्स को फॉलो करें:
- बैंक से RTGS फॉर्म लें और भरें।
- तारीख और ट्रांसफर की राशि सही से दर्ज करें।
- लाभार्थी का नाम, अकाउंट नंबर, IFSC कोड और पता दर्ज करें।
- अपने अकाउंट से जुड़ा एक चेक (Cheque) भी संलग्न करें और उसमें लाभार्थी की जानकारी लिखें।
- सभी डिटेल्स जांचने के बाद बैंक प्रतिनिधि को फॉर्म जमा करें।
- बैंक अधिकारी आपके फॉर्म को सत्यापित करेगा और आरटीजीएस ट्रांसफर प्रक्रिया पूरी करेगा।
आरटीजीएस शुल्क | RTGS Fee
जब भी आप RTGS के जरिए पैसे ट्रांसफर करते हैं, तो इस पर एक छोटा सा शुल्क लागू होता है। यह शुल्क हर बैंक में थोड़ा अलग हो सकता है, लेकिन RBI (भारतीय रिज़र्व बैंक) द्वारा तय की गई सीमा के अनुसार ही शुल्क वसूला जाता है।
आरटीजीएस शुल्क को दो भागों में बांटा गया है:
- ₹2 लाख से ₹5 लाख तक के लेन-देन पर:
- बैंक शाखा से ट्रांसफर करने पर ₹24.50 शुल्क लगता है।
- इंटरनेट बैंकिंग (Online Banking) के जरिए ट्रांसफर करने पर केवल ₹5 शुल्क देना पड़ता है।
- ₹5 लाख से अधिक के लेन-देन पर:
- बैंक शाखा से ट्रांसफर करने पर ₹49.50 शुल्क लिया जाता है।
महत्वपूर्ण: कोई भी बैंक आरबीआई द्वारा तय की गई दरों से अधिक शुल्क नहीं ले सकता, लेकिन वे चाहें तो इससे कम शुल्क वसूल सकते हैं।
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कम खर्च में आरटीजीएस ट्रांज़ैक्शन करने के टिप्स | Tips to make RTGS transactions at low cost
बड़ी राशि ट्रांसफर करने के लिए आरटीजीएस एक सुरक्षित और तेज़ तरीका है, लेकिन इसके चार्ज अलग-अलग बैंकों में भिन्न हो सकते हैं। नीचे दिए गए कुछ आसान टिप्स अपनाकर आप आरटीजीएस ट्रांसफर को किफायती बना सकते हैं:
- ऑनलाइन ट्रांसफर को चुनें – भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के नए नियमों के अनुसार, ऑनलाइन मोड से किए गए RTGS ट्रांसफर पर कम या फिर कोई शुल्क नहीं लगता। इसलिए, पैसे भेजने के लिए ऑनलाइन ट्रांसफर सबसे किफायती विकल्प है।
- फीस की तुलना करें – RTGS चार्ज हर बैंक में अलग होता है और यह ट्रांसफर की राशि पर भी निर्भर करता है। अलग-अलग बैंकों की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर शुल्क की तुलना करें और सबसे सस्ता विकल्प चुनें।
- छूट और ऑफर चेक करें – कई बैंक और वित्तीय संस्थान बड़ी रकम ट्रांसफर करने पर छूट या शुल्क माफ करने का ऑफर देते हैं। यदि संभव हो, तो अलग-अलग ट्रांसफर को एक ही ट्रांज़ैक्शन में मिलाकर शुल्क बचाया जा सकता है।
- बैंकिंग समाधान देखें – कुछ बैंकों में विशेष ग्राहकों के लिए पैकेज्ड बैंकिंग सॉल्यूशंस (Packaged Banking Solutions) होते हैं, जो RTGS ट्रांसफर शुल्क को कम या पूरी तरह समाप्त कर सकते हैं। ऐसे बैंकिंग ऑफर्स की जानकारी लेकर आप आरटीजीएस ट्रांज़ैक्शन को मुफ्त में भी प्रोसेस कर सकते हैं।
इन आसान तरीकों से आप RTGS ट्रांसफर को कम खर्च में पूरा कर सकते हैं और बेवजह के शुल्क से बच सकते हैं!
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