AICTE-VAANI Scheme 2025: अब तकनीकी शिक्षा होगी आपकी भाषा में!

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AICTE-VAANI 2025: 22 क्षेत्रीय भाषाओं में 200 तकनीकी सम्मेलन, जानें पूरी जानकारी!

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AICTE-VAANI scheme 2025 in Hindi: भारत में तकनीकी शिक्षा को क्षेत्रीय भाषाओं में सुलभ बनाने के लिए अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE) ने AICTE-VAANI योजना 2025 की घोषणा की है। इस योजना का उद्देश्य 22 भारतीय भाषाओं में तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देना है, जिससे छात्र अपनी मातृभाषा में नवाचार और शोध को समझ सकें। ₹4 करोड़ की फंडिंग के साथ, इस पहल के तहत 200 सेमिनार, कार्यशालाएँ और सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे, जो कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI), क्वांटम टेक्नोलॉजी, साइबर सुरक्षा, अंतरिक्ष और रक्षा, कृषि प्रौद्योगिकी जैसे 16 उभरते तकनीकी क्षेत्रों को कवर करेंगे। 19 मार्च, 2025 को लॉन्च किए गए इस कार्यक्रम का विस्तार पिछले वर्ष की तुलना में अधिक भाषाओं और तकनीकी विषयों तक किया गया है।

AICTE के अनुसार, इस पहल से तकनीकी शिक्षा को स्थानीय स्तर पर मजबूती मिलेगी, जिससे छात्र अपनी भाषा में उच्च शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे और शोध कार्यों को अधिक प्रभावी बना सकेंगे। यह योजना AICTE-अनुमोदित संस्थानों के माध्यम से लागू की जाएगी, और इसके लिए 25 मार्च से 24 अप्रैल तक ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है। AICTE-VAANI 2025 तकनीकी शिक्षा को भारतीय भाषाओं में सरल और व्यापक बनाने की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम साबित होगी। AICTE-VAANI scheme 2025 in Hindi

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AICTE-VAANI 2025 क्या है? | What is AICTE-VAANI 2025?

अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE) ने अपनी प्रमुख VAANI योजना (भारतीय भाषाओं के विकास और संवर्धन के लिए जीवंत वकालत) के दूसरे संस्करण की घोषणा की है, जिसका उद्देश्य तकनीकी शिक्षा में भारतीय भाषाओं को बढ़ावा देना है। इस पहल के तहत, AICTE 22 क्षेत्रीय भाषाओं में उभरते तकनीकी क्षेत्रों से संबंधित 200 सम्मेलन, सेमिनार और कार्यशालाएँ आयोजित करने के लिए ₹4 करोड़ की धनराशि प्रदान करेगा। 19 मार्च, 2025 को लॉन्च किया गया यह संस्करण कार्यक्रम के विस्तार को दर्शाता है, जबकि इसके पहले संस्करण, जिसे 11 मार्च, 2024 को शुरू किया गया था, में 12 भाषाओं और 12 तकनीकी क्षेत्रों को शामिल किया गया था।

AICTE- VAANI (Vibrant Advocacy for Advancement and Nurturing of Indian Languages)

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भारतीय भाषाओं के संवर्धन के लिए AICTE की वाणी योजना | AICTE’s VAANI scheme for promotion of Indian languages

भारतीय भाषाओं के प्रति जागरूकता और उनके उपयोग को बढ़ावा देने के लिए अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE) ने ‘AICTE-VAANI’ योजना की शुरुआत की है। इस पहल का उद्देश्य शिक्षकों और छात्रों को भारतीय भाषाओं में तकनीकी शिक्षा प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित करना है, जिससे सीखने की प्रक्रिया अधिक प्रभावी और सुलभ बन सके। VAANI का अर्थ है भारतीय भाषाओं के संवर्धन और संरक्षण के लिए सक्रिय वकालत। इस योजना का उद्घाटन AICTE अध्यक्ष प्रो. टी.जी. सीताराम और पद्म श्री पुरस्कार विजेता चामू कृष्ण शास्त्री द्वारा नई दिल्ली स्थित AICTE मुख्यालय में किया गया।

इस योजना के अंतर्गत 12 प्रमुख तकनीकी क्षेत्रों को शामिल किया गया है, जिनमें उन्नत सामग्री, दुर्लभ पृथ्वी और महत्वपूर्ण खनिज, अर्धचालक, अंतरिक्ष एवं रक्षा, नीली अर्थव्यवस्था, ऊर्जा, स्थिरता और जलवायु परिवर्तन, सुपरकंप्यूटिंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, क्वांटम कंप्यूटिंग, अगली पीढ़ी के संचार, स्मार्ट शहर एवं गतिशीलता, कृषि प्रौद्योगिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण, स्वास्थ्य देखभाल एवं चिकित्सा तकनीक, आपदा प्रबंधन एवं लचीला बुनियादी ढांचा, तथा उद्योग 4.0 शामिल हैं।

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एआईसीटीई-वाणी योजना की प्रमुख विशेषताएँ | Key features of AICTE-VAANI Scheme

1. विस्तारित दायरा

  • भाषाएँ: पहले 12 क्षेत्रीय भाषाओं तक सीमित इस पहल में अब हिंदी, तमिल, बंगाली, कन्नड़, मराठी, तेलुगु, पंजाबी, असमिया, मलयालम, ओडिया और उर्दू सहित कुल 22 भाषाएँ शामिल की गई हैं।
  • तकनीकी क्षेत्र: पहले 12 विषयों की तुलना में अब 16 उभरते तकनीकी क्षेत्र शामिल किए गए हैं, जिनमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), डेटा साइंस, हेल्थकेयर टेक्नोलॉजी और पर्यावरण इंजीनियरिंग जैसे विषय प्रमुख हैं।

2. एआईसीटीई-वाणी योजना 2025 के तहत वित्तीय सहायता (Financial Assistance under AICTE-VANI Scheme 2025

  • इस योजना के तहत एआईसीटीई सम्मेलनों, सेमिनारों और कार्यशालाओं के लिए ₹4 करोड़ का अनुदान प्रदान करेगा।
  • प्रत्येक सम्मेलन के आयोजन के लिए ₹2 लाख तक की वित्तीय सहायता दी जाएगी।

3. AICTE-VAANI scheme 2025 का उद्देश्य (Objective of AICTE-VAANI scheme 2025)

  • तकनीकी शिक्षा में भारतीय भाषाओं की भागीदारी को बढ़ावा देना।
  • शिक्षण संस्थानों और उद्योगों के बीच सहयोग को प्रोत्साहित करना।
  • क्षेत्रीय भाषाओं में अनुसंधान और प्रकाशनों को बढ़ावा देना।

4. ज्ञान संग्रहण एवं दस्तावेज़ीकरण: अनुसंधान और भविष्य की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए सभी सम्मेलनों की जानकारी को एक व्यवस्थित संग्रह के रूप में संरक्षित करने की योजना बनाई गई है।

5. आयोजन अवधि: प्रत्येक सम्मेलन की अवधि 2 से 3 दिन निर्धारित की गई है।

6. फोकस क्षेत्र: योजना के तहत 16 प्रमुख तकनीकी क्षेत्रों को कवर किया जाएगा, जिनमें क्वांटम टेक्नोलॉजी, हाइड्रोजन एनर्जी, अंतरिक्ष और रक्षा, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस व डेटा साइंस, एग्रोटेक व फूड प्रोसेसिंग, साइबर सुरक्षा आदि शामिल हैं।

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वाणी योजना का प्रभाव | Impact of AICTE-VAANI scheme 2025

एआईसीटीई की वाणी योजना से निम्नलिखित की अपेक्षा की जाती है:

  1. क्षेत्रीय भाषाओं में तकनीकी ज्ञान तक पहुंच बढ़ाना।
  2. स्थानीय भाषाओं को अकादमिक जगत में एकीकृत करके सांस्कृतिक विविधता को बढ़ावा देना।
  3. तकनीकी प्रगति में जमीनी स्तर की भागीदारी को मजबूत करना।
  4. छात्रों और शिक्षकों के बीच नवाचार और आलोचनात्मक सोच को प्रोत्साहित करें।

वाणी योजना के प्रथम और द्वितीय संस्करण के बीच तुलना | Comparison between the first and second version of Vani Yojana

विशेषता प्रथम संस्करण (2024) दूसरा संस्करण (2025)
भाषाओं की संख्या 12 22
उभरते क्षेत्र 12 16
धन आवंटन ₹2 करोड़ ₹4 करोड़
समर्थित सम्मेलन 100 200

वाणी योजना भारत के शैक्षणिक परिदृश्य में समावेशिता को बढ़ावा देते हुए प्रौद्योगिकी और क्षेत्रीय भाषा शिक्षा के बीच की खाई को पाटने के लिए एआईसीटीई की प्रतिबद्धता को उजागर करती है।

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भारतीय भाषाओं को प्रोत्साहित करने के लिए AICTE-VAANI 2025 का दूसरा संस्करण लॉन्च | Second edition of AICTE-VAANI 2025 launched to promote Indian languages

अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE) ने तकनीकी शिक्षा में भारतीय भाषाओं को बढ़ावा देने के उद्देश्य से AICTE-VAANI (भारतीय भाषाओं के संवर्धन और प्रसार के लिए पहल) का दूसरा संस्करण शुरू किया है। इस योजना की आधिकारिक शुरुआत AICTE अध्यक्ष प्रो. टीजी सीताराम द्वारा की गई, जिसमें उन्होंने योजना दस्तावेज़ जारी करने के साथ-साथ इसके कार्यान्वयन को सुविधाजनक बनाने के लिए एक समर्पित ऑनलाइन पोर्टल भी लॉन्च किया।

AICTE अध्यक्ष प्रो. टीजी सीताराम ने अपने संबोधन में इस योजना की महत्ता पर जोर देते हुए कहा कि इसका उद्देश्य क्षेत्रीय भाषाओं में तकनीकी शिक्षा और अनुसंधान को मजबूत बनाना है। यह पहल उन्नत तकनीकी ज्ञान को अधिक सुलभ बनाने के साथ-साथ शिक्षाविदों और उद्योग जगत के बीच सहयोग को भी बढ़ावा देगी।

उन्होंने बताया कि पिछले संस्करण की सफलता को देखते हुए इस वर्ष योजना का विस्तार किया गया है। पहले संस्करण में 12 भाषाओं और 12 तकनीकी क्षेत्रों को शामिल किया गया था, जिसे अब 22 भाषाओं और 16 तकनीकी क्षेत्रों तक बढ़ा दिया गया है।

AICTE के उपाध्यक्ष डॉ. अभय जेरे ने भी इस अवसर पर क्षेत्रीय भाषाओं में शिक्षा के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि शिक्षा किसी भी भाषा में हो, लेकिन प्राथमिकता आलोचनात्मक सोच और समस्या-समाधान कौशल विकसित करने की होनी चाहिए। उन्होंने भविष्य में सभी सम्मेलनों की विस्तृत रिपोर्ट और शोध सामग्री को एकत्रित करने के महत्व पर भी जोर दिया, जिससे यह शोध और संदर्भ के लिए एक बहुमूल्य संसाधन बन सके।

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AICTE-VAANI 2025 के आवेदन विवरण | Application Details of AICTE-VAANI 2025

  • पोर्टल: AICTE-ATAL पोर्टल (aicte-india.org/atal) के माध्यम से आवेदन जमा किए जा सकते हैं।
  • पोर्टल सक्रियण तिथि: 25 मार्च, 2025
  • अंतिम तिथि: 24 अप्रैल, 2025
  • चयन प्रक्रिया: AICTE द्वारा निर्धारित मानकों के आधार पर, जिसमें सम्मेलनों, सेमिनारों और कार्यशालाओं की गुणवत्ता और प्रासंगिकता को प्राथमिकता दी जाएगी।

AICTE-अनुमोदित संस्थानों के लिए वित्तीय सहायता | Financial aid for AICTE-approved institutions

इस पहल के तहत, AICTE द्वारा मान्यता प्राप्त संस्थानों को तकनीकी शिक्षा के आधुनिक विषयों पर केंद्रित 2 से 3 दिवसीय कार्यक्रम आयोजित करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। यह आयोजन 12 क्षेत्रीय भाषाओं में होगा, और 100 सम्मेलन इस फंडिंग से लाभान्वित होंगे, जिसमें प्रत्येक कार्यक्रम को अधिकतम ₹2 लाख की सहायता दी जाएगी। ये 100 सम्मेलन आठ क्षेत्रीय भाषाओं—गुजराती, मराठी, तेलुगु, तमिल, पंजाबी, बंगाली, कन्नड़, असमिया, मलयालम, उड़िया और उर्दू—में आयोजित किए जाएंगे, जबकि हिंदी में अतिरिक्त 12 सम्मेलन होंगे। इस योजना के तहत, AICTE हर वर्ष ₹2 करोड़ का बजट निर्धारित करेगा।

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AICTE क्षेत्रीय भाषाओं में तकनीकी सम्मेलनों के लिए ₹4 करोड़ की सहायता देगा | AICTE to provide Rs. 4 crore funding for technical conferences in regional languages

अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE) ने अपनी प्रमुख योजना AICTE-VAANI के दूसरे संस्करण की शुरुआत की है, जिसका उद्देश्य भारतीय भाषाओं में तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देना है। इस पहल के तहत, AICTE 22 क्षेत्रीय भाषाओं में 200 तकनीकी सम्मेलनों, सेमिनारों और कार्यशालाओं के आयोजन के लिए ₹4 करोड़ की वित्तीय सहायता प्रदान करेगा।

AICTE के अध्यक्ष प्रोफेसर टी.जी. सीताराम ने कहा कि VAANI (भारतीय भाषाओं के उत्थान और संवर्धन के लिए जीवंत वकालत) योजना का लक्ष्य क्षेत्रीय भाषाओं में ज्ञान का मजबूत आधार बनाना है, जिससे नवीनतम तकनीकी नवाचार स्थानीय भाषाओं में भी उपलब्ध हो सकें। यह योजना क्षेत्रीय भाषाओं में शोध पत्रों के प्रकाशन को भी प्रोत्साहित करेगी और शैक्षणिक संस्थानों व उद्योगों के बीच सहयोग को बढ़ावा देगी।

AICTE-VAANI 2025 के तहत, प्रत्येक सम्मेलन के लिए ₹2 लाख की सहायता राशि दी जाएगी, जिससे सालाना कुल ₹4 करोड़ का अनुदान प्रदान किया जाएगा। ये कार्यक्रम असमिया, बंगाली, बोडो, डोगरी, गुजराती, हिंदी, कन्नड़, कश्मीरी, कोंकणी, मैथिली, मलयालम, मणिपुरी, मराठी, नेपाली, उड़िया, पंजाबी, संस्कृत, संथाली, सिंधी, तमिल, तेलुगु और उर्दू सहित 22 क्षेत्रीय भाषाओं में आयोजित किए जाएंगे।

दूसरे संस्करण में सम्मेलनों के लिए भाषाओं की संख्या 12 से बढ़ाकर 22 कर दी गई है, और चर्चा किए जाने वाले तकनीकी क्षेत्रों की संख्या 12 से बढ़ाकर 16 कर दी गई है। इनमें Quantum Technology, Hydrogen Energy, Space and Defence, Artificial Intelligence (AI) and Data Science, Agricultural Technology and Food Processing, Cyber ​​Security जैसे महत्वपूर्ण विषय शामिल हैं।

AICTE के उपाध्यक्ष डॉ. अभय जेरे ने कहा कि भाषा कोई भी हो, लेकिन आलोचनात्मक सोच और समस्या समाधान पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए। उन्होंने भविष्य के संदर्भ और शोध कार्यों के लिए सभी सम्मेलनों का एक व्यापक संग्रह तैयार करने का भी सुझाव दिया।

तकनीकी शिक्षा नियामक AICTE-ATAL पोर्टल (https://www.aicte-india.org/atal) के माध्यम से 25 मार्च से 24 अप्रैल तक AICTE-अनुमोदित संस्थानों के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू करेगा। इन संस्थानों का चयन AICTE के मानदंडों के आधार पर किया जाएगा, ताकि सम्मेलनों, सेमिनारों और कार्यशालाओं की गुणवत्ता और प्रासंगिकता सुनिश्चित की जा सके।

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निष्कर्ष

AICTE-VAANI Scheme 2025 भारतीय भाषाओं में तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देने की दिशा में एक क्रांतिकारी पहल है। इस योजना के तहत 22 क्षेत्रीय भाषाओं में 200 सेमिनार, सम्मेलन और कार्यशालाएँ आयोजित की जाएंगी, जिससे छात्रों और शिक्षकों को अपनी मातृभाषा में नवीनतम तकनीकी ज्ञान प्राप्त करने का अवसर मिलेगा। ₹4 करोड़ की वित्तीय सहायता के साथ, यह योजना आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, साइबर सुरक्षा, क्वांटम टेक्नोलॉजी, हाइड्रोजन एनर्जी, कृषि प्रौद्योगिकी जैसे 16 उभरते तकनीकी क्षेत्रों पर केंद्रित होगी। इससे न केवल छात्रों की समझ और शोध क्षमता बढ़ेगी, बल्कि भारत में स्थानीय भाषाओं में नवाचार और तकनीकी विकास को भी बढ़ावा मिलेगा। AICTE-VAANI 2025 का मुख्य उद्देश्य तकनीकी शिक्षा को अधिक समावेशी और सुलभ बनाना है, ताकि भाषा की बाधा किसी भी छात्र की प्रगति में रुकावट न बने। यह पहल राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP 2020) के तहत स्थानीय भाषाओं में उच्च शिक्षा को प्रोत्साहित करने के संकल्प को भी मजबूत करती है। कुल मिलाकर, यह योजना भारत में तकनीकी शिक्षा की पहुंच और गुणवत्ता को नई ऊंचाइयों तक ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

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