मिशन कर्मयोगी योजना 2024 | Mission Karmayogi Yojana 2024
जिससे की अधिकारियों की तर्क शक्ति को रचनात्मक और पारदर्शी बनाने के लिए तैयार किया जाएगा ताकि लोगों को सेवाएं आसानी से उपलब्ध हो सके। इस योजना का मुख्य उद्देश्य सरकारी अधिकारियों की क्षमता बढ़ाना है। इस अभियान के तहत लगभग 467 केंद्रीय कर्मचारियों को कवर करने के लिए 2020-21 से 2024-25 तक 5 सालों की अवधि में 510.86 करोड़ रुपए की राशि खर्च की जाएगी।
एस डी शिबू लाल (S.D Shibu Lal) को इस कार्यक्रम का अध्यक्ष बना दिया गया और तीन सदस्यीय टास्क फोर्स का गठन भी किया गया। शिबू लाल (Shibu Lal) के अलावा गोविंद अय्यर (Govind Iyer) और पंकज बंसल (Pankaj Bansal) भी इस फ़ोर्स का हिस्सा है। नौकरशाही में व्यापक सुधार लाने के लिए यह मिशन शुरू किया गया है।
मिशन कर्मयोगी योजना हमारे देश के प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा 2 सितंबर, 2020 को केंद्रीय मंत्रिमंडल की मंजूरी के बाद शुरू कि गई थी। इस योजना के तहत विभिन्न विभागों के सर्वश्रेष्ठ टॉप कलाकारों को शामिल कर सिविल सेवकों की क्षमताओं के विकास के लिए कई कार्य किए जाएंगे।
इसके साथ ही प्रधानमंत्री लोक मानव संसाधन परिषद, कौशल विकास आयोग, ऑनलाइन परीक्षण के लिए विशेष प्रयोजन वाहन और कैबिनेट सचिव (Human Resource Council, Skill Development Commission, Special Purpose Vehicle for Online Testing and Cabinet Secretary) की अध्यक्षता वाली सामान्य इकाइयों को भी शामिल किया जाएगा।
मिशन कर्मयोगी योजना के मार्गदर्शक सिद्धांत | Guiding Principles of Mission Karmayogi Scheme
भूमिका आधारित प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण में बदलाव लाना
मिशन कर्मयोगी के तहत सरकारी अधिकारियों का क्षमता निर्माण भूमिका-आधारित प्रशिक्षण के माध्यम से इन व्यक्तियों के दृष्टिकोण, कौशल और ज्ञान को बढ़ाने पर केंद्रित है। इसका मतलब है कि नियम-आधारित, आपूर्ति-संचालित क्षमता निर्माण से भूमिका-आधारित, मांग-संचालित क्षमता निर्माण की ओर बदलाव, जहां क्षमता निर्माण को भूमिका विशिष्ट, सरकारी अधिकारियों के लिए समय पर प्रशिक्षण के माध्यम से व्यक्तिगत अधिकारी की जरूरतों, इच्छाओं और आकांक्षाओं के लिए लक्षित किया जाता है।
क्षमता विकास के लिए योग्यता संचालित दृष्टिकोण की ओर बढ़ना
एक योग्यता संचालित क्षमता निर्माण दृष्टिकोण सार्वजनिक अधिकारियों के लिए अपनी विभिन्न भूमिकाओं को प्रभावी ढंग से निभाने के लिए महत्वपूर्ण दक्षताओं को विकसित करने पर केंद्रित है। राष्ट्रीय प्रशिक्षण नीति (2012) के अनुरूप, मिशन कर्मयोगी ने सिविल सेवाओं के क्षमता निर्माण के लिए एक योग्यता ढांचा पेश किया है जो सरकारी अधिकारियों की पदोन्नति और नियुक्ति सहित प्रशिक्षण, क्षमता निर्माण के साथ-साथ मानव संसाधन प्रबंधन को नियंत्रित करेगा। योग्यताओं को दृष्टिकोण, कौशल और ज्ञान (Attitudes, Skills and Knowledge) (A.S.K.) के संयोजन के रूप में परिभाषित किया जा सकता है जो किसी व्यक्ति को किसी दिए गए कार्य में किसी कार्य या गतिविधि को सफलतापूर्वक करने में सक्षम बनाता है।
लोकतांत्रिक बनाना और निरंतर, आजीवन सीखने के अवसरों को सक्षम बनाना
वर्तमान सिविल सेवा क्षमता निर्माण सेवाएँ सरकारी अधिकारियों के लिए निरंतर सीखने के वातावरण की कमी से प्रभावित हैं। मिशन कर्मयोगी का उद्देश्य सभी सरकारी अधिकारियों को, पदानुक्रम और भौगोलिक क्षेत्रों में, अपनी भूमिकाओं के लिए आवश्यक दक्षताओं को लगातार बनाने और मजबूत करने का अवसर उपलब्ध कराना है। अधिकारियों के बीच शिक्षण सामग्री तक समान पहुंच प्रदान करके, प्रौद्योगिकी के उपयोग के माध्यम से सिविल सेवाओं के बड़े वर्गों के लिए विश्व स्तरीय क्षमता निर्माण उपलब्ध होगा।
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मिशन कर्मयोगी योजना के मुख्या उद्देश्य | Main objectives of Mission Karmayogi Scheme
- सरकारी अधिकारी लगातार सीखेंगे और आगे बढ़ेंगे |
- सरकारी अधिकारी विभागों और क्षेत्रों में सहयोग करेंगे, साइलो को तोड़ेंगे और सूचना तक पहुंच के साथ अधिकारियों को सशक्त करेंगे |
- सरकारी नेता उच्च निष्ठा के साथ अपने जनादेश का निष्पादन करेंगे|
- प्रत्येक मंत्रालय/विभाग की प्रगति का मूल्यांकन और इस प्रकार क्षमता निर्माण आयोग और विशेष उद्देश्य वाहन जैसे संस्थानों के माध्यम से क्षमता निर्माण प्रयासों की समग्र सफलता|
मिशन कर्मयोगी योजना की मुख्य विशेषताएँ | Key Features of Mission Karmayogi Scheme
- ‘नियम आधारित’ मानव संसाधन प्रबंधन से ‘भूमिका आधारित’ प्रबंधन (From ‘Rule Based’ Human Resource Management to ‘Role Based’ Management) के परिवर्तन को सहयोग प्रदान करना। सिविल सेवकों को उनके पद की आवश्यकताओं के अनुसार आवंटित कार्य को उनकी क्षमताओं के साथ जोड़ना।
- ‘ऑफ साइट सीखने की पद्धति’ को बेहतर बनाते हुए ‘ऑन साइट सीखने की पद्धति’ पर बल देना।
- शिक्षण सामग्री, संस्थानों तथा कार्मिकों सहित साझा प्रशिक्षण अवसंरचना परितंत्र का निर्माण करना।
- सिविल सेवा से संबंधित सभी पदों को भूमिकाओं, गतिविधियों तथा दक्षता के ढाँचे (Framework of Roles, Activities and Competencies-FRAC) संबंधी दृष्टिकोण के साथ अद्यतन करना और प्रत्येक सरकारी निकाय में चिन्हित FRAC के लिये प्रासंगिक अधिगम विषय-वस्तु का सृजन करना और प्रदान करना।
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- सभी सिविल सेवकों को आत्म-प्रेरित एवं अधिदेशित सीखने की प्रक्रिया पद्धति में अपनी व्यवहारात्मक, कार्यात्मक और कार्यक्षेत्र से संबंधित दक्षताओं को निरंतर विकसित एवं सुदृढ़ करने का अवसर उपलब्ध कराना।
- प्रत्येक कर्मचारी के लिये वार्षिक वित्तीय अंशदान के माध्यम से सीखने की प्रक्रिया के साझा एवं एक समान परिवेश तंत्र के सृजन और साझाकरण के लिये अपने-अपने संसाधनों को सीधे तौर पर निवेश करने हेतु सभी केंद्रीय मंत्रालयों और विभागों तथा उनके संगठनों को समर्थ बनाना।
- सार्वजनिक प्रशिक्षण संस्थानों, विश्वविद्यालयों, स्टार्ट-अप और एकल विशेषज्ञों सहित सीखने की प्रक्रिया संबंधी सर्वोत्तम विषय-वस्तु् के निर्माताओं को प्रोत्साहित करना और साझेदारी करना।
- क्षमता विकास, विषय-वस्तु निर्माण, उपयोगकर्ता फीडबैक और दक्षताओं की मैपिंग एवं नीतिगत सुधारों के लिये क्षेत्रों की पहचान संबंधी विभिन्न-पक्षों के संबंध में आईगॉट-कर्मयोगी द्वारा प्रदान किये गए आँकड़ों का विश्लेषण करना।
iGOT कर्मयोगी प्लेटफार्म क्या है | What is iGOT Karmayogi Platform?
iGOT कर्मयोगी प्लेटफॉर्म के माध्यम से डिजिटल लर्निंग सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी। iGOT कर्मयोगी प्लेटफार्म को एक ई-लर्निंग (e-learning) सामग्री के लिए विश्व स्तरीय बाजार बनाने का भी प्रयास किया जा रहा है। iGOT कर्मयोगी के माध्यम से कर्मचारियों का क्षमता निर्माण ई लर्निंग कांटेक्ट के माध्यम से किया जाएगा। इसी के साथ उन्हें कई अन्य सुविधाएं भी प्रदान की जाएंगी। जैसे कि- परिवीक्षा अवधि के बाद की पुष्टि, तैनाती, कार्य निर्धारण, रिक्तियों की अधिसूचना आदि।
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ऑनलाइन प्रशिक्षण के लिए iGOT कर्मयोगी प्लेटफार्म
- परिवीक्षा अवधि के बाद की पुष्टि (Confirmation after the examination period)
- तैनाती (Deployment)
- कार्य निर्धारण (Task Assignment)
- रिक्तियों की अधिसूचना (Vacancy Notification)
- अन्य सेवा मायने रखती है (Other services are considered)
इस योजना के अंतर्गत कर्मचारियों के किन-किन कौशलो को विकसित किया जाएगा | Which skills of the employees will be developed under this scheme
Mission Karmayogi Yojana 2023 के अंतर्गत सरकारी कर्मचारियों के कौशल विकास करने पर ध्यान दिया जाएगा। इस योजना के माध्यम से कर्मचारियों के कई सारे कौशलों को विकसित किया जाएगा। जिसमें से कुछ इस प्रकार है।
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- क्रिएटिविटी (Creativity)
- कल्पनाशीलता (Imagination)
- इनोवेटिव (Innovative)
- प्रोएक्टिव (Proactive)
- प्रगतिशील (Progressive)
- ऊर्जावान (Energetic)
- सक्षम (Competent)
- पारदर्शी (Visionary)
- तकनीकी तौर पर दक्ष (Technically Proficient)
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डिजिटल संपत्ति का स्वामित्व और संचालन | Ownership and operation of digital assets
- कंपनी अधिनियम 2013 की धारा 8 के तहत एनपीसीएससीबी (NPCSCB) के लिए एक पूर्ण स्वामित्व वाली गैर-लाभकारी संस्था की स्थापना की जाएगी।
- एसपीवी एक गैर-लाभ अर्जक’ कंपनी होगी जिसका स्वामित्व और प्रबंधन आईजीओटी कर्मयोगी प्लेटफॉर्म के पास होगा।
- एसपीवी आईजीओटी-कर्मयोगी प्लेटफॉर्म के कंटेंट मार्केटप्लेस के निर्माण और संचालन और सामग्री सत्यापन, स्वतंत्र निरीक्षण मूल्यांकन और टेलीमेट्री डेटा की उपलब्धता से संबंधित मुख्य व्यवसाय सेवाओं का प्रबंधन भी करेगा।
- कर्मयोगी प्रमुख प्रदर्शन संकेतकों के डैशबोर्ड का एक सिंहावलोकन उत्पन्न करने के लिए मंच के सभी उपयोगकर्ताओं के प्रदर्शन के मूल्यांकन के लिए एक उपयुक्त निगरानी और मूल्यांकन ढांचा लागू किया जाएगा।
FAQs
Q. इस योजना को सफल बनाने के लिए भारत सरकार ने कितना बजट निर्धारित किया है?
कर्मयोगी मिशन योजना को सफल बनाने के लिए भारत सरकार ने 510.86 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया है। योजना के तहत यह बजट 5 साल की अवधि के लिए निर्धारित किया गया है।
Q. कर्मयोगी योजना मिशन को कब और किसके द्वारा अनुमोदित किया गया था?
कर्मयोगी योजना मिशन को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 2 सितंबर, 2020 को मंजूरी दी गई थी।
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Q. लोक प्रशासन के कितने अधिकारी और कर्मचारी योजना के तहत रह गए हैं?
योजना के तहत 46 लाख सिविल सेवा कर्मचारी आएंगे।
Q. मिशन कर्मयोगी योजना को कब और किसके द्वारा अनुमोदित किया गया था?
मिशन कर्मयोगी योजना को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 2 सितंबर, 2020 को मंजूरी दी गई थी।
Q. मिशन कर्मयोगी योजना NPCSCB में आवेदन कैसे करें ?
योजना में अभी तक आवेदन की जानकारी नहीं दी गई है, लेकिन किसी भी समय योजना का हिस्सा बन सकते हैं।
Q. कर्मयोगी मिशन योजना के तहत किस कौशल को प्रशिक्षित किया जाएगा?
इस मिशन के तहत, आपके विभिन्न कौशल जैसे- रचनात्मकता, नवाचार, ऊर्जा, पारदर्शिता, प्रगतिशील, सक्रिय, तकनीकी रूप से सक्षम विकसित किए जाएंगे।
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