निक्षय पोषण योजना | Nikshay Poshan Yojana | NPY उन लोगों के लिए शुरू की गई है, जो टीबी से ग्रस्त हैं. इस योजना के तहत टीबी मरीजों को सरकार हर महीने 500 रूपये की आर्थिक सहायता देती है| टीबी (TB) का पूरा नाम है ट्यूबरक्लोसिस (Tuberculosis) है. यह एक संक्रामक बीमारी है, जो माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरक्लोसिस (Mycobacterium Tuberculosis) के कारण होता है| यह आमतौर पर फेफड़ों (Lungs) को प्रभावित करने के साथ, जिस्म के दूसरे हिस्सों को भी प्रभावित करता है| विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक दुनिया में सबसे ज्यादा टीबी के मरीज भारत में ही हैं|
WHO की “ग्लोबल ट्यूबरकुलोसिस रिपोर्ट 2020” (Global Tuberculosis Report 2020) की मानें तो 2019 में दुनिया में टीबी के 26 फीसदी मामले भारत (India) में सामने आए हैं| इस रिपोर्ट की मानें तो दुनिया में मिलना वाला टीबी का हर चौथा मरीज भारत में है. भारत के बाद दूसरे नंबर पर इंडोनेशिया (Indonesia) और फिर तीसरे नंबर पर चीन (China) है| मार्च 2018 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने “टीबी मुक्त भारत अभियान” (TB Free India Campaign) की शुरुआत की थी|
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ट्यूबरक्लोसिस रोग क्या होता है?
ट्यूबरकुलोसिस को आम बोलचाल की भाषा में टीबी (TB) कहते हैं। यह शरीर के विभिन्न अंगों को प्रभावित कर सकता है। हालांकि, फेफड़ों में होने वाला टीबी सबसे आम प्रकार का होता है। कोरोना की तरह फेफड़ों में होने वाला टीबी भी खांसी और छींक के द्वारा एक से दूसरे व्यक्ति में (from one person to another) फैल सकता है। ट्यूबरकुलोसिस का खतरा उन लोगों को सबसे अधिक होता है जो जिन्हें पहले से कोई बड़ी बीमारी जैसे कि एड्स या डायबिटीज आदि (AIDS or diabetes etc.) होती है। साथ ही, जिनकी इम्युनिटी (Immunity) कमजोर होती है उन्हें भी इस बीमारी का खतरा अधिक होता है।
ट्यूबरक्लोसिस के प्रकार
ट्यूबरकुलोसिस मुख्यता दो प्रकार (Two types) के होते हैं जिसमें लेटेंट ट्यूबरकुलोसिस और सक्रिय ट्यूबरकुलोसिस (Latent Tuberculosis and Active Tuberculosis) शामिल हैं।
लेटेंट ट्यूबरकुलोसिस (Latent Tuberculosis)
इस स्थिति में बैक्टीरिया (bacteria)आपके शरीर में होता है, लेकिन आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली (immune system) उसे सक्रिय नहीं होने देती है। लेटेंट ट्यूबरक्लोसिस के लक्षण आपको अनुभव नहीं होते हैं और यह बीमारी के कारण नहीं फैलती है। हालांकि, अगर आपको लेटेंट ट्यूबरकुलोसिस है तो वह सक्रिय ट्यूबरकुलोसिस बन सकता है।
सक्रिय ट्यूबरकुलोसिस (Active Tuberculosis)
इस स्थिति में बैक्टीरिया आपके शरीर में विकसित हो रहा होता है और आपको इसके लक्षण भी अनुभव होते हैं। अगर आपको सक्रिय ट्यूबरकुलोसिस है तो यह बीमारी के कारण दूसरे में फैल सकती है।
ट्यूबरकुलोसिस को अन्य दो भागों में बांटा जा सकता है जिसमें पल्मोनरी और एक्स्ट्रा पल्मोनरी शामिल हैं।
पल्मोनरी ट्यूबरक्लोसिस (pulmonary tuberculosis)
यह फेफड़ों को प्रभावित करता है और ट्यूबरकुलोसिस का प्राथमिक रूप है। अधिकतर मामलों में यह बच्चों या बूढ़ों में देखने को मिलता है।
एक्स्ट्रा पल्मोनरी ट्यूबरक्लोसिस (extrapulmonary tuberculosis)
यह फेफड़ों से अन्य जगहों पर होता है जैसे कि हड्डियां, किडनी और लिम्फ नोड आदि (Bones, kidney and lymph nodes etc.)। ट्यूबरकुलोसिस का यह प्रकार प्राथमिक रूप से प्रतिरक्षा में अक्षम के मरीजों में होता है।
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निक्षय पोषण योजना | Nikshay Poshan Yojana | NPY
भारत ने वर्ष 2025 तक टीबी को समाप्त करने का लक्ष्य रखकर Nikshay Poshan Yojana का आयोजन किया है. टीबी रोगियों को पोषण संबंधी सहायता प्रदान करने के लिये 1 अप्रैल 2018 में प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण के रूप में इस योजना की शुरुआत की है. टीबी का इलाज हो सकता है इसका इलाज रोगी को सूचना, पर्यवेक्षण और सहायता प्रदान करने के साथ ही 4 रोगाणुरोधी दवाओं को मानक 6 महीने की समयावधि तक सेवन करा के किया जाता है|
आर्थिक परिस्थिती के कारन समय पर इलाज न होने से हमारे देश मै कही लोक टीबी से जुज रहे है और कही लोगोको अपने प्राण गवाने पढ़े इस बात को नजरिये मे रखकर सरकार ने पोषण संबंधी ज़रूरतों के लिये प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (DBT) के माध्यम से प्रति माह 500 रुपए की राशि Nikshay Poshan Yojana के अंतर्गत टीबी ग्रस्त रुग्ण प्रदान की जाएगी|
इसको जड़ से समाप्त करने के लिए भारत ने 2025 तक लक्ष्य तय किया है. इस बीमारी को सार्थक ढंग से रोकन के लिए सरकार ने निक्षय पोषण योजना की शुरुआत की है. इस योजना के तहत सभी टीबी मरीजों को इलाज के दौरान 500 रुपये प्रति माह की मदद दे रही है. सरकार को उम्मीद है कि, इससे टीबी के कारण होने वाली मौतों में कमी लाई जा सकेगी. इस योजना से देश के 13 लाख से अधिक मरीजों को सीधे फायदा पहुंच रहा है. इसके लिए सरकार हर साल बजट में 600 करोड़ रूपये आवंटित करती है|
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निक्षय पोषण योजना का विवरण | Details of Nikshay Nutrition Scheme
योजना नाम | निक्षय पोषण योजना |
के द्वारा | माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी |
योजना का उद्देश्य | टीबी के रोगियों के लिए दवाई के साथ-साथ एक अच्छे और स्वस्थ खाना खाने हेतु वित्तीय राशि प्रदान करना |
लाभ लेने वाले | देश के ऐसे लोग जो टीबी की बीमारी से पीड़ित हो |
श्रेणी | केंद्र सरकारी योजना |
योजना की शुरुवात | 2018 |
सहायता राशि | प्रति महीने 500 रुपये |
प्रक्रिया | ऑनलाइन मोड |
आधिकारिक वेबसाइट | nikshay.in |
निक्षय पोषण योजना के लाभ | Nikshay Poshan Yojana Benefits
- Nikshay Poshan Yojana के तहत 13 लाख लोगों का इलाज हो चुका है।
- जब तक वे अपना इलाज जारी रखेंगे तब तक टीबी रोग के रोगियों को 500 रुपये प्रति माह की वित्तीय सहायता प्राप्त होगी।
- इस योजना का लाभ देश में टीबी रोग से पीड़ित सभी लोग उठा सकते हैं।
- मरीजों के लिए सभी जरूरी चीजों और उनके खाने-पीने का रिकॉर्ड बनाया जाएगा।
- सहायता की राशि डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के माध्यम से लाभार्थी के खाते में ट्रांसफर की जाएगी।
- राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत पीड़ित मरीजों की देखभाल की जाएगी।
- जिन लोगों के पास अपना बैंक खाता नहीं है वे किसी और के खाता संख्या का उपयोग करके योजना राशि प्राप्त कर सकते हैं ऐसे में उनकी ओर से प्रमाणित सहमति पत्र जमा करना आवश्यक है
- हाल ही में पीड़ित रोगियों के उपचार के लिए अधिकतम 2 माह तक उपचार एवं उपचार दिया जाएगा जिससे उनके स्वास्थ्य में सुधार होगा।
- इस योजना का लाभ लेने के लिए आपको रजिस्ट्रेशन करना होगा।
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निक्षय पोषण योजना का उदेश्य | Objective of Nikshay Poshan Yojana
निक्षय योजना का उद्देश्य केवल यही कि वह देश में रह रहे ऐसे लोग जिन्हे टीबी की बीमारी है उन सभी लोगो को हर महीने 500 रूपये की धनराशि दी जाएगी, जिससे उन लोगो का खान-पान का ध्यान रखा जाएं, क्यूंकि अगर उन्हें समय से पौष्टिक आहार नहीं दिया गया तो उनकी जान को खतरा भी हो सकता है।
इसलिए दवाई के साथ-साथ आहार भी बहुत जरुरी है जिससे वह जल्द से जल्द स्वस्थ हो पाएंगे। केंद्र सरकार द्वारा प्रतिमाहिने जब तक वह ठीक नहीं हो जाते और उनका अस्पताल या स्वास्थ्य केन्द्रो में इलाज चल रहा होगा तब तक यह राशि उन्हें मिलती रहेगी।
निक्षय पोषण योजना पोर्टल की आवश्यकता | Need of Nikshay Poshan Yojana Portal
केंद्र सरकार द्वारा निम्नलिखित उद्देश्यों के लिए योजना पोर्टल बनाया गया है: –
- टीबी के इलाज के लिए निर्माण (Formulation for the treatment of TB): यह निक्षय पोषण योजना पोर्टल पोर्टल सरकार को अनुमति देगा और टीबी रोगियों को सहायता और अनुवर्ती कार्रवाई प्रदान करेगा ताकि वे इस बीमारी पर काबू पा सकें।
- टीबी रोगी डेटा का पंजीकरण (Registration of TB patient data): योजना के संबंधित विभाग योजना में नामांकन करने वाले सभी रोगियों के डेटा को पंजीकृत करने के लिए आवश्यक उपाय करेंगे।
- वित्तीय सहायता की पेशकश (Offer financial assistance): सभी टीबी रोगियों को प्रति माह 500 रुपये। सहायता प्रदान की जाएगी। यह अनुदान मरीज के ठीक होने तक जारी रहेगा।
- कुल लाभार्थी (Total beneficiaries): नामांकित रोगियों की कुल संख्या 13 लाख तक पहुंच गई है।
- फंड ट्रांसफर (fund transfer): सभी टीबी रोगियों को उनके वित्तीय अनुदान सीधे उनके सक्रिय बैंक खातों में प्राप्त होंगे जिन्हें आधार कार्ड से जोड़ा गया है। फंड डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर / डीबीटी के जरिए ट्रांसफर किया जाएगा।
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आवश्यक दस्तावेज | Required Documents)
- चिकित्सा प्रमाण पत्र (Medical Certificate): चूंकि इस कार्यक्रम के लिए केवल (TB) रोगी ही आवेदन कर सकते हैं यह अनिवार्य है कि वे आवश्यक चिकित्सा दस्तावेज जमा करें। ये कागजात मरीजों के दावे का समर्थन करेंगे।
- आवेदन पत्र (Application form): चिकित्सा प्रमाण पत्र के अलावा रोगियों को अपने आवेदन पत्र भी जमा करने होंगे। प्रपत्र उपयुक्त प्राधिकारी के सदस्यों को रोगियों के बारे में विवरण प्रदान करेगा।
- पासबुक (Bank pass-book): बैंक अकाउंट पासबुक
निक्षय पोषण योजना आवेदन | Nikshay Poshan Yojana Application
अगर आप इस योजना का लाभ लेना चाहते हैं तो आपको सबसे पहले इस योजना के लिए पंजीकरण करना होगा। पंजीकरण करने के लिए आपको कुछ सरल चरणों का पालन करना होगा –
- सबसे पहले आपको स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार की Nikshay Poshan Yojana ऑफिशल वेबसाइट पर जाना होगा।
- यहां आपके सामने होम पेज (home page) खुल जाएगा। यहां आपको लॉगिन फॉर्म (login form) दिखाई देगा यदि आप पहले से पंजीकृत हैं तो आपको सीधे लॉगिन करना होगा।
- यदि आप पंजीकृत नहीं हैं तो आपको लॉगिन फॉर्म के नीचे न्यू हेल्थ सेंटर पंजीकरण (New health centre Register) विकल्प पर क्लिक करना होगा।
- यहां क्लिक करने पर आपके सामने एक फॉर्म खुल जाएगा।
- फॉर्म में आपको मांगी गई सभी जानकारी जैसे राज्य, जिला प्रोफाइल, प्रदान की गई सेवा, आदि को भरना होगा।
- सारी जानकारी भरने के बाद आपको Continue ऑप्शन पर क्लिक करना होगा।
- इसके बाद आपको रजिस्ट्रेशन नंबर मिल जाएगा। अब आप इस नंबर के माध्यम से पोषण योजना पोर्टल पर लॉग इन करके ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
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FAQs
Q. निक्षय पोषण योजना का उद्देश्य क्या है?
योजना का उद्देश्य ऐसे लोग जिन्हे टीबी की बीमारी है उन सभी लोगो को हर महीने धनराशि दी जाएगी जिससे उन लोगो का खान-पान का ध्यान रखा जाएं, जिससे वह जल्द से जल्द स्वस्थ हो पाएंगे। केंद्र सरकार द्वारा प्रतिमाहिने जब तक वह ठीक नहीं हो जाते और उनका अस्पताल या स्वास्थ्य केन्द्रो में इलाज चल रहा होगा तब तक यह राशि उन्हें मिलती रहेगी।
Q. निक्षय पोषण योजना के अंतर्गत सरकार द्वारा कितने रुपये की सहायता राशि दी जाएगी?
निक्षय पोषण योजना के अंतर्गत सरकार द्वारा हर महीने 500 रूपये की धनराशि दी जाएगी। यह धनराशि सीधा ;अभ्यर्थी के बैंक कहते में ट्रंसफर कर दी जाएगी, इसके लिए आवेदक का बैंक खता होना बहुत ही जरुरी ही जो की आधार कार्ड से लिंक होना चाहिए।
Q. इस योजना पात्र किसे समझा जायेगा?
निक्षय पोषण योजना का पात्र केवल वही होगा जो टीबी जैसे गंभीर बीमारी से पीड़ित है। इसके लिए डॉक्टर द्वारा प्रमाणित किया गया मेडिकल सर्टिफिकेट के साथ-साथ मरीजों को अपना एप्लीकेशन फॉर्म भी जमा करना होगा।
Q. योजना का आवेदन करने हेतु आधिकारिक वेबसाइट क्या है?
योजना का आवेदन करने हेतु आधिकारिक वेबसाइट nikshay.in है आप वेबसाइट पर जाकर इसका आवेदन कर सकते है और इसका लाभ प्राप्त कर सकते है।
Q. यदि मरीज का स्वयं का बैंक अकाउंट न हो तो योजना से मिलने वाली राशि वह किसी और के खाते में पैसे ले सकता है?
जी हाँ, यदि मरीज का स्वयं का बैंक अकाउंट न ही तो वह परिवार के किसी और के बैंक खाते की डिटेल्स को जमा करके सहायता राशि प्रदान कर सकता है इसके लिए उसे सहमति पत्र जमा करना होगा।
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हेल्पलाइन नंबर | Helpline number
अगर आपको कोई भी समस्या या शिकायत है या योजना से सम्बंधित किसी भी प्रकार की सवाल है तो आप दिए गए हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करके अपनी समस्या का समाधान कर सकते है या आप ईमेल ID में ईमेल भेज कर अपनी शिकायतों व परेशानियों के बारे में बता सकते है।
टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर | 1800116666 |
ईमेल ID/E-mail | ddgtb@rntcp |
पता/Address | सेंट्रल टीबी डिवीज़न मिनिस्ट्री ऑफ़ हेल्थ एंड फॅमिली वेलफेयर निर्माण भवन New Delhi – 110 011, India |
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