स्वास्थ्य बीमा के दावे की पूरी प्रक्रिया जानें और समझें कैसे करें Health insurance claim का सही तरीके से पालन! How to File a Health Insurance Claim | Re-imbursement Claim Process | Cashless Claim Process | Step-by-step procedure to file a Health claim
Health insurance Claim: आज के समय में स्वास्थ्य बीमा हर व्यक्ति के लिए बहुत जरूरी हो गया है, क्योंकि इलाज के बढ़ते खर्च किसी भी परिवार के बजट को बिगाड़ सकते हैं। लेकिन सिर्फ स्वास्थ्य बीमा लेना ही काफी नहीं है, उसका सही तरीके से उपयोग करना भी महत्वपूर्ण है। जब आपको किसी बीमारी या दुर्घटना के कारण अस्पताल में भर्ती होना पड़ता है, तो आप अपनी बीमा कंपनी से Health insurance Claim के जरिए मुआवजा प्राप्त कर सकते हैं। यह क्लेम प्रक्रिया आपके इलाज का खर्च कम करने में मदद करती है, लेकिन इसके लिए सही जानकारी और दस्तावेज़ होना बहुत जरूरी है। इस ब्लॉग में हम Health insurance Claim की पूरी प्रक्रिया को आसान भाषा में समझेंगे।
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बीमा दावा क्या है? | What is Insurance claim
Insurance Claim वह प्रक्रिया है जिसमें पॉलिसीधारक अपनी बीमा कंपनी से किसी बीमा द्वारा कवर किए गए नुकसान या घटना के लिए मुआवजे की मांग करता है। बीमा कंपनी दावे की जांच करती है और उसे accept या reject करती है। अगर दावा मंजूर हो जाता है, तो कंपनी पॉलिसीधारक या किसी अन्य अधिकृत व्यक्ति (authorized person) को भुगतान करती है।
मान लीजिए, आपके पास स्वास्थ्य बीमा है और अचानक आपकी तबीयत खराब हो जाती है, जिसके कारण आपको अस्पताल में भर्ती होना पड़ता है। इस दौरान आपका इलाज होता है और कुल बिल ₹50,000 आता है।
अब आप अपनी बीमा कंपनी को बीमा दावा (Insurance Claim) के लिए आवेदन करते हैं। आप अपनी पॉलिसी के तहत कवर की गई सेवाओं का विवरण और अस्पताल के बिल जैसे जरूरी दस्तावेज बीमा कंपनी को जमा करते हैं।
बीमा कंपनी आपके द्वारा दी गई जानकारी और दस्तावेजों की जांच करती है। अगर सब कुछ सही पाया जाता है, तो बीमा कंपनी आपके इलाज का खर्च, पॉलिसी की शर्तों के अनुसार, आपको या सीधे अस्पताल को भुगतान कर देती है। अगर किसी कारण से दस्तावेज़ अधूरे हों या शर्तों का पालन न हुआ हो, तो दावा अस्वीकृत भी हो सकता है।
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स्वास्थ्य बीमा दावे के प्रकार | Types of Health Insurance Claim
स्वास्थ्य बीमा क्लेम मुख्य रूप से दो प्रकार के होते हैं। इन दोनों क्लेम प्रक्रियाओं को समझना बहुत जरूरी है ताकि आप अपनी पॉलिसी का सही उपयोग कर सकें।
1. कैशलेस क्लेम (Cashless Claim)
कैशलेस क्लेम एक ऐसी सुविधा है जिसमें बीमाधारक (Policyholder) को इलाज के दौरान अस्पताल का खर्च खुद वहन करने की जरूरत नहीं होती। बीमा कंपनी और अस्पताल के बीच सीधा भुगतान होता है। यह सुविधा केवल उन अस्पतालों में उपलब्ध होती है जो बीमा कंपनी के network (वह अस्पताल होता है जो आपकी बीमा कंपनी के साथ जुड़ा होता है) में शामिल होते हैं।
उदाहरण:
आपको दिल से संबंधित समस्या के कारण अस्पताल में भर्ती होना पड़ा और इलाज का खर्च ₹1,00,000 आया। चूंकि यह अस्पताल बीमा कंपनी के नेटवर्क में था, आपको अपनी जेब से एक भी पैसा नहीं देना पड़ा। बीमा कंपनी ने अस्पताल को ₹1,00,000 का भुगतान सीधे कर दिया।
Cashless Claim की यह सुविधा इलाज के दौरान आर्थिक चिंता से राहत देती है, लेकिन इसके लिए सही दस्तावेज़ और पॉलिसी की शर्तों का पालन करना जरूरी है।
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2. रिंबर्समेंट क्लेम (Reimbursement Claim)
रिंबर्समेंट क्लेम एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें बीमाधारक (Policyholder) को पहले इलाज का पूरा खर्च खुद वहन करना पड़ता है। इलाज पूरा होने के बाद, वह सभी बिल और जरूरी दस्तावेज़ बीमा कंपनी को जमा करता है। बीमा कंपनी इन दस्तावेजों की जांच के बाद पॉलिसी की शर्तों के अनुसार खर्च की राशि जो आपने खर्च की है वो आपको दे देती है।
उदाहरण:
आपका इलाज एक Non-Network Hospital (वह अस्पताल जो आपकी बीमा कंपनी के नेटवर्क में शामिल नहीं है में होता है) और कुल खर्च ₹80,000 आता है। आप यह राशि अस्पताल को पहले खुद से भुगतान करते हैं। इलाज के बाद, आप सभी बिल और दस्तावेज बीमा कंपनी को जमा करते हैं। कंपनी जांच के बाद पॉलिसी की शर्तों के अनुसार ₹80,000 या उससे कम की राशि (जैसा कि पॉलिसी में कवर किया गया है) आपके बैंक खाते में वापस कर देती है।
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अस्पताल में स्वास्थ्य बीमा कैसे क्लेम करें | Health Insurance Claim in hospital
1. स्वास्थ्य बीमा में Cashless Claim कैसे करें
कैशलेस क्लेम के तहत अस्पताल में स्वास्थ्य बीमा क्लेम करने की प्रक्रिया को समझना आसान है। यह प्रक्रिया इस प्रकार है-
- नेटवर्क अस्पताल का चयन करें: सबसे पहले, अपनी बीमा कंपनी के Network Hospital की सूची (List) देखें। यह सूची आपकी पॉलिसी डॉक्युमेंट (policy document) या बीमा कंपनी की वेबसाइट (Insurance company website) पर उपलब्ध होती है।
- बीमा कंपनी को सूचित करें: अस्पताल में भर्ती होने की जानकारी बीमा कंपनी को जल्द से जल्द दें। यदि इलाज पहले से तय है (Planned Surgery), तो कम से कम 3 दिन पहले सूचना दें। आपातकालीन स्थिति में, अस्पताल में भर्ती होने के 24 घंटे के अंदर सूचना देना जरूरी है।
- प्री–अथॉराइजेशन फॉर्म भरें: अस्पताल के TPA (थर्ड पार्टी एडमिनिस्ट्रेटर) डेस्क से प्री-अथॉराइजेशन फॉर्म (Pre-Authorization Form) प्राप्त करें या बीमा कंपनी से संपर्क करें। फॉर्म को सही तरीके से भरें और अपनी पहचान (आईडी प्रूफ) और स्वास्थ्य ई-कार्ड के साथ टीपीए डेस्क पर जमा करें।
- बीमा कंपनी की मंजूरी का इंतजार करें: बीमा कंपनी आपके दस्तावेज़ों की जांच करेगी। अगर क्लेम मंजूर होता है, तो बीमा कंपनी सीधे अस्पताल का बिल चुकाती है।
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2. स्वास्थ्य बीमा में Reimbursement Claim कैसे करें
1. इलाज करवाएं और बिल सुरक्षित रखें
पहला कदम है इलाज करवाना। यह सुनिश्चित करें कि:
- अस्पताल और डॉक्टर से संबंधित सभी ओरिजिनल बिल और रिपोर्ट्स (Original Bills and Reports) सुरक्षित रखें।
- डिस्चार्ज समरी (discharge summary), प्रिस्क्रिप्शन (Prescription) और टेस्ट रिपोर्ट्स (test reports) इकट्ठा करें।
- अस्पताल की ओर से प्रदान की गई कोई भी अन्य document संभाल कर रखें।
2. इंश्योरेंस कंपनी को सूचित करें
जितनी जल्दी हो सके, अपनी इंश्योरेंस कंपनी या थर्ड पार्टी एडमिनिस्ट्रेटर (TPA (Third Party Administrator) को अपने अस्पताल में भर्ती होने और इलाज के बारे में सूचित करें।
- Helpline number पर कॉल करके।
- या Email के माध्यम से जानकारी भेजें।
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3. क्लेम फॉर्म प्राप्त करें और भरें
इंश्योरेंस कंपनी या TPA से Reimbursement Claim Form प्राप्त करें।
- फॉर्म को सही और स्पष्ट जानकारी के साथ भरें।
- सभी आवश्यक डॉक्यूमेंट्स को फॉर्म के साथ अटैच करें।
4. सभी जरूरी डॉक्यूमेंट्स जमा करें
क्लेम प्रक्रिया के लिए आपको निम्नलिखित दस्तावेज जमा करने होंगे:
- ओरिजिनल बिल और रसीदें (Original bills and receipts)
- हॉस्पिटल का डिस्चार्ज सर्टिफिकेट (hospital discharge certificate)
- डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन (Doctor’s Prescriptions) और दवाओं के बिल (Medicine Bills)
- टेस्ट रिपोर्ट और संबंधित बिल (Test Report and Related Bills)
- पहचान पत्र की कॉपी (copy of Identity Card)
- इंश्योरेंस पॉलिसी की कॉपी (Copy of Insurance Policy)
5. क्लेम स्टेटस चेक करें
claim form जमा करने के बाद कंपनी से status track करते रहें।
6. रिइम्बर्समेंट प्राप्त करें
Documents Verification के बाद आपकी क्लेम राशि सीधे बैंक खाते में transfer कर दी जाएगी। मेडिकल इंश्योरेंस में Reimbursement Claim प्राप्त करने में आमतौर पर 15 से 30 working day लगते हैं। यह समय-सीमा इंश्योरेंस कंपनी की प्रक्रिया और दस्तावेज़ों के सही होने पर निर्भर करती है।
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FAQs: Health insurance claim
1. क्या सभी बीमारियों का क्लेम किया जा सकता है?
नहीं, इंश्योरेंस पॉलिसी में कुछ बीमारियों और स्थितियों को कवर नहीं किया जाता। इसे Exclusions कहते हैं। पॉलिसी पढ़कर इनकी जानकारी लेना जरूरी है।
2. क्लेम रिजेक्ट होने के कारण क्या हो सकते हैं?
- अधूरी या गलत जानकारी (incomplete or incorrect information)
- पॉलिसी के नियमों के बाहर का क्लेम (Claim outside the policy terms)
- जरूरी दस्तावेजों की कमी (lack of necessary documents)
3. प्री-अप्रूवल (Pre-Approval) क्या है और यह कब जरूरी होता है?
Pre-Approval का मतलब है कि इलाज शुरू होने से पहले इंश्योरेंस कंपनी से क्लेम की मंजूरी लेना। यह कैशलेस क्लेम के लिए जरूरी होता है।
4. क्या मैं ऑनलाइन क्लेम कर सकता हूँ?
हाँ, कई बीमा कंपनियाँ online claim करने की सुविधा प्रदान करती हैं। आप बीमा कंपनी की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन क्लेम कर सकते हैं।
5. क्या मैं एक ही बीमारी के लिए कई बार क्लेम कर सकता हूँ?
यह आपकी पॉलिसी की शर्तों पर निर्भर करता है। कुछ पॉलिसियाँ एक ही बीमारी के लिए बार-बार क्लेम करने की अनुमति देती हैं, जबकि कुछ नहीं देती हैं।
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निष्कर्ष | Conclusion
मेडिकल खर्चों का भार कम करने के लिए हेल्थ इंश्योरेंस एक आवश्यक सुरक्षा कवच है। सही प्रक्रिया और दस्तावेज़ों के साथ, Health insurance claim करना न केवल आसान है बल्कि यह समय पर वित्तीय सहायता प्राप्त करने में भी मदद करता है। चाहे Reimbursement Claim हो या cashless claim, पॉलिसी की शर्तों को समझना और समय पर सूचित करना बेहद जरूरी है। इससे न केवल आपका Claim जल्दी स्वीकृत होगा, बल्कि आप अपने इलाज के दौरान मानसिक शांति भी बनाए रख सकेंगे। हेल्थ इंश्योरेंस क्लेम का सही उपयोग आपकी और आपके परिवार की वित्तीय सुरक्षा सुनिश्चित करता है।