प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नए साल पर लक्षद्वीप गए थे, जिसकी तस्वीर सोशल मीडिया (social media) पर वायरल होने के बाद से लक्षद्वीप चर्चित पर्यटन स्थल बन गया है। भारतीय ही नहीं विदेशी पर्यटक भी लक्षद्वीप घूमने में रूचि दिखा रहे हैं। कई भारतीय सेलेब्स ने भी लक्षद्वीप जाने के लिए फैंस को प्रोत्साहित किया और खुद भी लक्षद्वीप घूमने की योजना बना रहे हैं।
खूबसूरती के लिहाज से लक्षद्वीप मालदीव को टक्कर दे रहा है। यहां के सुंदर समुद्री तट पर्यटकों को आकर्षित कर रहे हैं तो वहीं वाॅटर स्पोर्ट्स और अन्य रोमांचक एक्टिविटी (Water sports and other exciting activities) का भी लुत्फ उठा सकते हैं। हालांकि आम व्यक्ति जो पीएम मोदी की तस्वीर देखकर लक्षद्वीप की सुंदरता को करीब से देखना चाहता है, वह जरूर जानना चाहेगा कि लक्षद्वीप कैसे जाएं, यहां कितने दिन की छुट्टी मनाई जा सकती है और लक्षद्वीप में ठहरने का खर्च कितना आएगा।
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लक्षद्वीप का सफर | Trip to Lakshadweep
लक्षद्वीप, संस्कृत में “एक लाख द्वीप” का अर्थ, भारत के दक्षिण-पश्चिमी तट से 200 से 440 किलोमीटर (120 से 270 मील) दूर अरब सागर (arabian sea) में स्थित एक द्वीपसमूह (Archipelago) है। यह भारत का सबसे छोटा केंद्र शासित (smallest union territory) प्रदेश है और इसका कुल सतही क्षेत्रफल सिर्फ 32 वर्ग किलोमीटर (12 वर्ग मील) है। हालांकि, इसका अनूप क्षेत्र 4,200 वर्ग किलोमीटर (1,600 वर्ग मील), प्रादेशिक जल क्षेत्र 20,000 वर्ग किलोमीटर (7,700 वर्ग मील) और विशेष आर्थिक क्षेत्र 400,000 वर्ग किलोमीटर (150,000 वर्ग मील) में फैला है।
लक्षद्वीप का नामकरण इसके कई द्वीपों के कारण हुआ है, जो अरब सागर में बिखरे हुए हैं। इन द्वीपों को 12 एटोल, तीन रीफ और पांच जलमग्न बैंकों (12 atolls, three reefs and five submerged banks) में विभाजित किया जा सकता है। लक्षद्वीप के दस द्वीप बसे हुए हैं, जिनकी आबादी लगभग 65,000 है।
लक्षद्वीप अपने प्राकृतिक सौंदर्य के लिए जाना जाता है। यहां के द्वीप सफेद रेतीले समुद्र तटों, नीले समुद्र और हरे-भरे वनस्पतियों (White sandy beaches, blue sea and lush vegetation) से घिरे हुए हैं। यह क्षेत्र समुद्री जीवन के लिए भी समृद्ध है, जिसमें शार्क, डॉल्फिन और कई प्रकार के मछलियां शामिल हैं।
लक्षद्वीप एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। यहां आने वाले पर्यटक द्वीपों की प्राकृतिक सुंदरता का आनंद ले सकते हैं, तैराकी, स्नॉर्कलिंग और स्कूबा डाइविंग (Swimming, snorkeling and scuba diving) जैसी जल गतिविधियों में भाग ले सकते हैं, या स्थानीय संस्कृति का अनुभव कर सकते हैं।
लक्षद्वीप की जलवायु | Climate of Lakshadweep
लक्षद्वीप, भारत के दक्षिण-पश्चिमी तट (south-west coast) से दूर अरब सागर में स्थित सुरम्य द्वीपसमूह, एक उष्णकटिबंधीय जलवायु (tropical climate) का आनंद लेता है। यहाँ का मौसम गर्म, आर्द्र और साल भर समान रहने वाला होता (is humid and consistent throughout the year) है। हालांकि, कुछ मौसमी बदलाव भी देखने को मिलते हैं।
- तापमान (temperature): औसत वार्षिक तापमान 27°C से 32°C के बीच रहता है। मार्च से मई तक सबसे गर्म महीने होते हैं, जब तापमान 35°C तक पहुँच सकता है। दिसंबर से फरवरी तक सबसे ठंडे महीने होते हैं, जब तापमान 25°C तक कम हो सकता है।
- आर्द्रता (Humidity): पूरे साल आर्द्रता अधिक रहती है, औसतन 70-75%। यह हवा को गर्म और भारी महसूस करा सकता है।
- वर्षा (Rain): लक्षद्वीप में दक्षिण-पश्चिम मानसून का महत्वपूर्ण प्रभाव होता है, जो मई से सितंबर तक चलता है। इस दौरान भारी वर्षा होती है, औसतन 1600 मिमी। मानसून से बाहर भी कभी-कभी बारिश होती है।
- हवा (Air): हवा का वेग आम तौर पर हल्का से मध्यम होता है, 10-15 किमी/घंटा की गति के साथ। कुछ समय में तेज हवा और तूफान भी आ सकते हैं।
- मानसून (मई-सितंबर) – Monsoon in (May-September): भारी वर्षा, उच्च आर्द्रता, कुछ हवा और थोड़ा कम तापमान। मछली पकड़ने के लिए अच्छा समय।
- उत्तर-पूर्व मानसून (अक्टूबर-जनवरी): कम वर्षा, कम आर्द्रता, हल्की हवा और अधिक धूप। पर्यटन के लिए अच्छा समय।
- फरवरी-अप्रैल: गर्मी का मौसम, बढ़ा हुआ तापमान, कम हवा और कम वर्षा। द्वीपों का आनंद लेने के लिए सबसे अच्छा समय।
- लक्षद्वीप की जलवायु पर्यटन, मछली पकड़ने और कृषि जैसे उद्योगों को काफी प्रभावित करती है।
- यहाँ का अनोखा पारिस्थितिकी तंत्र भी जलवायु परिवर्तन के प्रति संवेदनशील है, ऐसे में तापमान और समुद्र के स्तर के बढ़ने का असर पड़ सकता है।
- लक्षद्वीप के विभिन्न द्वीपों में जलवायु में थोड़ा भिन्नता हो सकती है, मुख्य रूप से उनके आकार और स्थान के कारण।
- द्वीपों के पहाड़ी इलाकों में समुद्र तटों की तुलना में हवा थोड़ी ठंडी और कम आर्द्रता वाली हो सकती है।
लक्षद्वीप के बारे में कुछ ख़ास बातें | Some special things about Lakshadweep
- मलयालम और संस्कृत में लक्षद्वीप यानी- एक लाख द्वीप
- लक्षद्वीप केरल के कोच्चि से क़रीब 440 किलोमीटर दूर
- लक्षद्वीप 36 छोटे द्वीपों का समूह
- कुल आबादी क़रीब 64 हज़ार
- क्षेत्रफल क़रीब 32 वर्ग किलोमीटर
- भाषा- मलयालम और इंग्लिश (Malayalam and English)
- अहम द्वीप- कवाराट्टी, अगाट्टी, अमिनी, कदमत, किलातन, चेतलाट, बिट्रा, आनदोह, कल्पनी और मिनिकॉय
- प्रशासन के मुताबिक, लक्षद्वीप में 13 बैंक, 13 गेस्ट हाउस, 10 अस्पताल (13 banks, 13 guest houses, 10 hospitals) हैं|
- लक्षद्वीप, भारत का सबसे छोटा संघ राज्यक्षेत्र है|
- यह अरब सागर में स्थित एक द्वीपसमूह है|
- पहले इन द्वीपों को ‘लक्कादीव-मिनिकॉय-अमिनीदिवि द्वीप’ के नाम से जाना जाता था|
- इनमें 12 एटोल, तीन रीफ़, पांच जलमग्न बैंक, और दस बसे हुए द्वीप हैं| लक्षद्वीप की राजधानी कवरत्ती है|
- यह द्वीप कोच्चि से 404 किलोमीटर दूर है|
- लक्षद्वीप जाने के लिए केरल के कोच्चि आना होता है| यहां से जहाज़ या उड़ान के ज़रिए लक्षद्वीप पहुंचा जा सकता है| लक्षद्वीप के लिए सीधी उड़ान केवल कोच्चि से ही मिलती है|
- लक्षद्वीप अपने विदेशी और सूरज-चुंबन वाले समुद्र तटों और हरे भरे लैंडस्केप के लिए जाना जाता है|
- यहां महासागर पक्षी थारथसी (स्टर्नना फस्कटाता) (Tharthasi (Sternana fuscatata)) और करिफ़ेटु (एनस ठोस) पाए जाते हैं| आम तौर पर ये निर्जन द्वीपों में से एक हैं जिन्हें पीआईटीटीआई (PITTI) कहा जाता है| यह द्वीप एक पक्षी अभयारण्य के रूप में घोषित किया गया है|
लक्षद्वीप पहुँचने की गाइड: परमिट सबसे ज़रूरी | Guide to reach Lakshadweep: Permit is most important
भारत में कई ऐसी जगह हैं, जहां जाने के लिए पहले परमिट लेना होता है | लक्षद्वीप भी ऐसी ही एक जगह है, जहां पहुंचने के लिए आपको पहले परमिट की जरूरत पड़ेगी | कई लोगों को इस बात की जानकारी नहीं होती है और सफर के बीच में उन्हें कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है | ऐसे में आप कहां और कैसे इस परमिट को बनवा सकते हैं, आइए हम आपको बताते हैं |
लक्षद्वीप के लिए देश के किसी भी हिस्से से सीधी फ्लाइट आपको नहीं मिलेगी | इसके लिए आपको पहले कोच्चि (Kochi) जाना होगा | कोच्चि से लक्षद्वीप की दूरी करीब 440 किमी है | अगर आप कोच्चि पहुंच चुके हैं तो आपको यहां पर लक्षद्वीप प्रशासन का एक दफ्तर (An office of Lakshadweep administration) मिलेगा, जहां जाकर आप परमिट (permit) ले सकते हैं | इसके लिए आपको अपना पहचान पत्र और यात्रा की पूरी जानकारी देनी होगी |
इसके अलावा आप निकलने से पहले भी ऑनलाइन परमिट (online permit) के लिए अप्लाई कर सकते हैं | ये परमिट 30 दिन तक के लिए मान्य होता है और इसे बनाने के लिए 300 रुपये लगते हैं | आपको ग्रीन टैक्स (green tax) के भी करीब 300 रुपये चुकाने होंगे | आप लक्षद्वीप प्रशासन की वेबसाइट से अपना परमिट डाउनलोड कर सकते हैं | लक्षद्वीप जाने से करीब 10 दिन पहले आप ये काम पूरा कर लें |
- आप भारत के किसी भी हिस्से से केरल के कोच्चि की फ्लाइट या ट्रेन लीजिए |
- कोच्चि पहुँचने पर आपको जो पहला काम करना चाहिए वो है लक्षद्वीप जाने का परमिट लेना |
- भारत में कुछ ऐसी संवेदनशील या सरंक्षित जगहें हैं, जहाँ जाने से पहले आपको प्रशासन से अनुमति लेनी होती है | लक्षद्वीप भी ऐसी ही एक जगह है |
- कोच्चि में विलिंगटन आइलैंड इलाक़े में लक्षद्वीप प्रशासन का दफ़्तर है |
- आप यहाँ जाकर परमिट के लिए अप्लाई कर सकते हैं |
- अपनी यात्रा शुरू करने से पहले भी आप परमिट के लिए ऑनलाइन अप्लाई कर सकते हैं |
- ऑनलाइन अप्लाई करने के लिए यहां क्लिक कीजिए |
- अप्लाई करते हुए आपको यात्रा की तारीख़, आईलैंड, दस्तावेज़ों को अपलोड करना होगा |
- ये सब चीज़ें अगर 15 दिन पहले कर दें, तो बेहतर रहेगा |
- परमिट 30 दिन के लिए रहता है और इसकी फ़ीस 300 रुपये है |
- एयरपोर्ट में आपको 300 रुपये ग्रीन टैक्स के भी देने होंगे |
- एक तरीक़ा और है कि आप लक्षद्वीप प्रशासन की वेबसाइट से आवेदन डाउनलोड कर सकते हैं |
- पहले इस आवेदन को भरिए | फिर कलेक्टर के दफ़्तर में जमा करिए | मगर ध्यान रहे कि इसमें वक़्त लग सकता है तो बेहतर होगा कि पहले से प्लान कर लें |
- अपना आईडी प्रूफ, पासपोर्ट साइज़ फोटो और परमिट अपने पास ज़रूर रखें |
- ये परमिट आपको लक्षद्वीप में पुलिस थाने या प्रशासन के दफ़्तर में जमा करवाना होगा |
- एक बात और संभव है कि स्कूबा डाइविंग या वाइल्डलाइफ फोटोग्राफी (wildlife photography) के लिए आपको कुछ और अनुमति लेनी हो |
कोच्चि से लक्षद्वीप कैसे पहुँचा जाए | How to reach Lakshadweep from Kochi?
- लक्षद्वीप आप दो तरीक़े से पहुंच सकते हैं|
- फ्लाइट द्वारा और जल जहाज द्वारा (By flight and by ship)
- इन दोनों ही तरीक़ो के लिए आपको केरल के कोच्चि आना ही होगा|
- लक्षद्वीप के लिए कोई सीधी फ्लाइट कोच्चि के अलावा कहीं से नहीं है |
- कोच्चि पहुंचने पर अगर आप फ्लाइट से लक्षद्वीप जाना चाहते हैं तो अगाट्टी के लिए फ्लाइट उपलब्ध है |
- ये फ्लाइट क़रीब डेढ़ घंटे की है |
- पर ध्यान रहे कि जनवरी 2024 की शुरुआत तक लक्षद्वीप तक जाने वाली फ्लाइट्स की संख्या कम ही है |
- यानी संभव है कि आपको टिकट पहले से बुक करनी पड़े और यात्रा को ढंग से प्लान करना होगा |
- फ्लाइट के अलावा आप जहाज से भी कोच्चि से लक्षद्वीप जा सकते हैं |
- लक्षद्वीप प्रशासन की वेबसाइट के मुताबिक़, अगाट्टी और बंगाराम आईलैंड के लिए कोच्चि से फ्लाइट्स (Flights from Kochi to Gatti and Bangaram Islands) उपलब्ध हैं |
- अगाट्टी (Agatti) में सिर्फ एक हवाई पट्टी है |
- हालांकि ऑनलाइन सर्च करने पर आपको कोच्चि से फ्लाइट सिर्फ़ अगाट्टी की मिलेंगी, वो भी सीमित |
- लक्षद्वीप प्रशासन के मुताबिक़, अगाट्टी से कवाराट्टी और कदमत के लिए अक्टूबर से मई तक बोट्स उपलब्ध हैं |
- मॉनसून के दौरान अगाट्टी से कवाराट्टी तक हेलिकॉप्टर की सुविधा उपलब्ध है|
लक्षद्वीप इन गलतियों को भी करें से बचें (Dos And Donts In Lakshadweep)
- लक्षद्वीप आने जाने की बुकिंग पहले ही कर लें।
- लक्षद्वीप की सीमा को क्रॉस करने की कोशिश न करें। कई को पानी के माध्यम से सीमा को क्रॉस कर जाते हैं।
- लक्षद्वीप में मौजूद किसी रिसॉर्ट में बिना अनुमति जाने की कोशिश न करें।
लक्षद्वीप में खाने-पीने में क्या अच्छा मिलता है?
लक्षद्वीप में पीने के पानी के स्रोत बिल्कुल नहीं हैं। वर्षा के पानी को ही इकट्ठा करके इस्तेमाल किया जाता है। कुछ द्वीपों में कुएं बनाए गए हैं, जिसमें वर्षा का पानी जमा किया जाता है और फिर काम में लिया जाता है। नारियल, केला, पपीता और कुछ जंगली पेड़-पौधों के अलावा लक्षद्वीप में कुछ भी नहीं पैदा होता। मिट्टी न होने की वजह से सब्जियां नहीं उगाई जा सकती हैं। खाद्य सामग्री, सब्जियां और ज़रूरत की दूसरी चीज़ें कोच्चि से ही मंगाई जाती हैं।
- कवाराट्टी बिरयानी (Kavaratti Biryani)
- तना करी (Tuna Curry)
- मसल पिकल (Masala Pickle)
- लॉब्सटर मसाला (Lobster Masala)
- स्कॉइड फ्राई (Squid Fry)
- सी फूड भी आप चख सकते हैं (You can also taste seafood).
लक्षद्वीप के मुख्य द्वीप
- बंगारम द्वीप समूह (Bangaram Islands Group)
- कवरत्ती द्वीप समूह (Kavaratti Islands Group)
- कलपेनी द्वीप समूह (Kalpeni Islands Group)
- मिनीकॉय द्वीप समूह (Minicoy Islands Group)
- कदमत द्वीप समूह (Kadmat Islands Group)
- अगत्ती द्वीप समूह (Agatti Islands Group)
- अनद्रोथ द्वीप समूह (Androth Islands Group)
- बित्रा द्वीप समूह (Bitra Islands Group)
FAQs
Q. लक्षद्वीप जाने के लिए परमिट कैसे मिलता है?
ऑनलाइन या कोच्चि पहुंचने पर लक्षद्वीप प्रशासन के दफ्तर से 300 रुपये के शुल्क पर मिलता है। इसे 10 दिन पहले प्राप्त करें।
Q. लक्षद्वीप जाने का सबसे अच्छा समय कब होता है?
अक्टूबर से अप्रैल तक, जब मौसम सुहाना होता है और पानी का स्तर कम होता है।
Q. लक्षद्वीप में घूमने के लिए कौन-से द्वीप सबसे अच्छे हैं?
कवरत्ती (राजधानी), अमिनी, बंगारम (प्रवाल भित्तियों के लिए), कल्पेनी (पक्षीविज्ञान)।
Q. लक्षद्वीप में करने के लिए सबसे लोकप्रिय गतिविधियाँ क्या हैं?
स्नोर्केलिंग, स्कूबा डाइविंग, वायु-सर्फिंग, कायाकिंग, पैडल बोर्डिंग, आराम से समुद्र तट पर घूमना (snorkelling, scuba diving, wind-surfing, kayaking, paddle boarding, leisurely beach walks)
Q. लक्षद्वीप में रहने के लिए सबसे अच्छे विकल्प क्या हैं?
सरकारी गेस्टहाउस, निजी रिसॉर्ट, हाउसबोट। बजट और पसंद के हिसाब से चुनें।
Q. लक्षद्वीप के भोजन में क्या खास है?
ताज़ा समुद्री भोजन, नारियल आधारित व्यंजन, मालदीवी प्रभाव।
Q. लक्षद्वीप जाने का बजट कितना होना चाहिए?
यात्रा के तरीके, रहने और गतिविधियों के आधार पर भिन्न। सरकारी गेस्टहाउस और बजट गतिविधियाँ चुनने से किफायती हो सकता है।
Q. लक्षद्वीप की संस्कृति कैसी है?
मलयाली और लक्षद्वीपी प्रभाव से समृद्ध, पारंपरिक कला और नृत्य, मछली पकड़ने का महत्व।
Q. लक्षद्वीप इको-टूरिज्म के लिए कितना उपयुक्त है?
बहुत उपयुक्त! पर्यावरण संरक्षण पर जोर, स्थायी पर्यटन प्रथाओं को बढ़ावा दिया जाता है।
Q. लक्षद्वीप ट्रिप की प्लानिंग में सबसे बड़ी गलती क्या लोग करते हैं?
परमिट लेना भूल जाना, मौसम का ध्यान न रखना, बजट सीमित रखकर महंगे आवास/गतिविधियाँ चुनना।
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