प्राचीन अद्भुद तकनीक: Vedic plaster से घर बन जाते हैं AC

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अतीत का ज्ञान, भविष्य का समाधान: Vedic plaster से पाएं अद्भुत ठंडक | सर्दियों में गर्म, गर्मियों में ठंडा

आज के युग में, जब हम लगातार बढ़ते प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन से जूझ रहे हैं, प्राचीन ज्ञान की ओर रुख करना महत्वपूर्ण हो गया है। Vedic plaster, जिसे गोबर प्लास्टर या मिट्टी प्लास्टर के नाम से भी जाना जाता है, एक प्राचीन निर्माण तकनीक है जो सदियों से भारत में उपयोग की जा रही है। यह तकनीक न केवल पर्यावरण के अनुकूल है, बल्कि यह घरों को ठंडा रखने और सर्दियों में गर्म रखने में भी मदद करती है। डॉ. शिव दर्शन मलिक  कहते हैं कि अगर आपको ऐसा लगता है कि गोबर का ये घर जल या गल जाएगा, तो आपको बिल्कुल गलत लग रहा है, क्योंकि जब आप घर बनाने में वैदिक प्लास्टर और गौक्रीट का इस्तेमाल करते हैं, तो ये ना तो जलता है और ना ही गलता हैं| इसके साथ ही वो दावा करते है कि जिस घर मे इसका इस्तेमाल होता है उस घर का तापमान 7 डिग्री बाहर के अपेक्षा कम रहता है | वो कहते हैं कि वैदिक प्लास्टर से रेडिएशन का खतरा भी न के बराबर होता है | डॉ मलिक कहते हैं कि वो इस काम को बिजनेस के तौर पर नहीं देखते हैं, बल्कि उनकी ये चाहत है कि ज्यादा से ज्यादा लोग इसे सीखे और ऐसा घर तैयार करें तो पर्यावरण और आपकी सेहत दोनों के लिए अच्छा हो |

हम सभी जानते हैं कि मनुष्य 20-25 डिग्री सेल्सियस के बीच के तापमान पर आराम से रह सकता है, लेकिन यहां भारत में विशेष रूप से उत्तर में, हमारे पास 8 महीने से अधिक समय तक गर्मी होती है और शेष 4 महीने सर्दी होती है, एकमात्र समाधान यह है कि आप अपने घर के निर्माण के लिए वैदिक प्लास्टर का उपयोग करें। राजस्थान के बीकानेर के रहने वाले पूर्व केमिस्ट्रिी प्रोफेसर शिव दर्शन मलिक ने कंक्रीट के विकल्प के रूप में गाय के गोबर, मिट्टी और अन्य प्राकृतिक सामग्रियों से बने वैदिक प्लास्टर और गोक्रीट ईंटें विकसित की हैं | जलवायु परिवर्तन में कंक्रीट का प्रमुख योगदान है, क्योंकि यह बड़ी मात्रा में कार्बन फुटप्रिंट पैदा करता है और ऐसे मलबे का उत्पादन करता है, जिसे रिसाइकिल नहीं किया जा सकता| प्रो. मलिक का वैदिक प्लास्टर, जो कंक्रीट से बनी संरचनाओं में दीवारों को चिकना करने के लिए उपयोग किए जाने वाले पारंपरिक चीजों की जगह लेता है | साथ ही यह ब्रीदेबल (ऑक्सीजन को अब्जॉर्ब) है और कमरों को ठंडा रखता है| इस बीच, उनकी गोक्रीट ईंटें 70 फीसदी तक हीट रेडिएशन को रोक सकती हैं और पर्यावरण के अनुकूल गुण रखती हैं|

showing the image of Vedic plaster

यह प्लास्टर सीमेंट की तरह काम करता है| देसी गाय के गोबर में जिप्सम, ग्वारगम, चिकनी मिट्टी, नींबू पाउडर वगैरह मिलाकर पे वैदिक प्लास्टर (Vedic Plaster) तैयार करते हैं, जो आसानी से किसी भी दीवार पर लगाया जा सकता है| देशी गाय के गोबर से बने वैदिक प्लास्टर की मांग लगातार बढ़ रही है। यह प्लास्टर पर्यावरण के लिए तो लाभदायक है कि भवन निर्माण कार्यों में खर्च होने वाले पानी की मात्रा को भी करीब 90 प्रतिशत तक कम कर देता है। वहीं, ग्रामीण स्तर पर गौवंश पालन करने वाले लोगों के लिए यह आमदनी का जरिया बनता जा रहा है।

आज के युग में वैदिक प्लास्टर की आवश्यकता क्यों है ?

दुर्भाग्य से हमारी सभी मौजूदा निर्माण सामग्री जैसे स्टील, सीमेंट, पत्थर की धूल और पक्की ईंटें गर्मी के अच्छे संवाहक हैं, जिसके परिणामस्वरूप हमारी इमारत गर्मी के दिनों में गर्मी को अवशोषित करती है और रात में इसे छोड़ती है जो हमारे सोने का समय होता है और सर्दियों में इसके विपरीत। हमारी इमारत गर्मियों में गर्म कक्ष और सर्दियों में ठंडी गुफा बन जाती है। वर्तमान में हम अपनी इमारत में किसी भी थर्मल इंसुलेटर का उपयोग नहीं करते हैं। इस कमी को पूरा करने और हमारी आधुनिक निर्माण सामग्री और प्रौद्योगिकी में इस त्रुटि को ठीक करने के लिए हम वैदिक प्लास्टर पेश कर रहे हैं, जो कुछ माइनर एडिटिव्स के साथ जिप्सम आधारित गौ गोबर का प्लास्टर है। हम सभी जानते हैं कि जिप्सम और गौ गोबर सस्ते और सबसे अच्छे थर्मल इंसुलेटर हैं और मानव ने अज्ञात समय से घरों में इसका इस्तेमाल किया है। जिप्सम का उपयोग पिरामिड और प्राचीन चर्चों में किया गया है और इसका जीवनकाल हजारों साल है।

वैदिक प्लास्टर निर्माण के बारे में कुछ रोचक तथ्य | Some interesting facts about Vedic plaster manufacturing

प्लाटर के निर्माण में देशी गाय का गोबर, जिप्सम, चिकनी मिट्टी, गवार गम व नींबू रस का इस्तेमाल किया जाता है। जिसमें पशुपालकों से 4 रुपए प्रति किलोग्राम के भाव से गोबर खरीदा जाता है। एक गाय प्रतिदिन 10 से 12 किलोग्राम गोबर देती है। प्लास्टर की उम्र भी सीमेंट से ज्यादा है। क्योंकि इसके अंदर जिप्सम को मिलाया जाता है। जिपस्म व गाय का गोबर (नुणी) लवणीय भूमि को भी सुधार देता है। जिससे मकानों पर लंबे समय तक लवणीय प्रभाव नहीं होता। मकान पर किए गए प्लास्टर व रंगों के खराब होने का अंदेशा कम हो जाता है। वैदिक प्लास्टर की मांग को देखते हुए ग्रामीण लोग कुटिर उद्योग के तौर पर इससे जुड़ना शुरू हो गए हैं।

  • गोबर से बनी ईंटों में मिट्टी, भूसा, और प्राकृतिक पदार्थ होते हैं| ये चीज़ें गर्मी को सोख लेती हैं और धीरे-धीरे छोड़ती हैं, जिससे तापमान को लंबे समय तक नियंत्रित रखा जा सकता है| राजस्थान जैसे राज्यों में, जहां तापमान 45 से 50 डिग्री तक पहुंच जाता है, गोबर से बने घरों का तापमान करीब 10 डिग्री कम रहता है| गोबर रेडिएशन को भी रोकता है|
  • आईआईटी इंदौर ने गोबर से ईंट बनाने की एक नई तकनीक विकसित की है| इस तकनीक से बनी ईंटों को निर्माण सामग्री में मिलाने से मकान बनाने की लागत कम होती है| साथ ही, इमारतें गर्मियों में ठंडी और सर्दियों में गर्म रहती हैं|
  • गोबर से बने वैदिक प्लास्टर में जिप्सम, गवार गम, और नींबू या एलोवेरा का रस मिलाया जाता है| भवन को तोड़ने के बाद, इस प्लास्टर का इस्तेमाल खेतों में खाद के रूप में किया जा सकता है. खासकर, जिस ज़मीन में नमक ज़्यादा हो, वहां इस प्लास्टर का इस्तेमाल फ़ायदेमंद होता है|
  • यह मिश्रण पानी के साथ मिलाकर दीवारों और छतों पर लगाया जाता है, जिससे एक चिकनी और मजबूत सतह बनती है।
  • वैदिक प्लास्टर का उपयोग सदियों से भारत में घरों, मंदिरों और अन्य संरचनाओं के निर्माण में किया जाता रहा है।

वैदिक प्लास्टर (गोबर से भवन निर्माण) के फायदे | Benefits of Vedic plaster (construction of buildings from cow dung)

  • आग से सुरक्षित: वैदिक प्लास्टर आग प्रतिरोधी है, जिससे यह आपके घर को आग से सुरक्षित रखता है।
  • शांत घर: यह ध्वनि प्रदूषण को कम करता है, जिससे आपको शांत और सुकून भरा घर मिलता है।
  • कम खर्च: वैदिक प्लास्टर कम मजदूरों और कम सामग्री से बनता है, जिससे पैसे की बचत होती है।
  • पर्यावरण हितैषी: यह बिजली और पानी बचाता है, जिससे यह पर्यावरण के लिए अनुकूल है।
  • नमक और सीलन से मुक्ति: यह नमक और सीलन की समस्या को दूर करता है, जो आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकती है।
  • वास्तु दोषों का नाश: यह वास्तु दोषों को दूर करता है, जिससे आपके घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है।
  • स्वस्थ वातावरण: यह नमी और उमस को नियंत्रित करता है, जिससे आपको एक स्वस्थ और ताज़ा वातावरण मिलता है।
  • धुंआ रहित घर: यह धुएं को जल्दी सोख लेता है, जिससे आपके घर में धुंआ नहीं रहता।
  • दीर्घायु: यह सीमेंट से 30 गुना अधिक टिकाऊ होता है, जिससे आपको लंबे समय तक इसका लाभ मिलता है।
  • मानसिक शांति: यह मन को प्रसन्न और संतुलित रखता है, जिससे आपको तनाव मुक्त जीवन जीने में मदद मिलती है।
  • लक्ष्मी का आगमन: यह लक्ष्मी को आकर्षित करता है, जिससे आपके घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है।
  • तनावमुक्त जीवन: यह हर संभव विकिरण को रोकता है, जिससे आपको तनावमुक्त जीवन जीने में मदद मिलती है।
  • दुर्गंध नाशक: यह तीव्र दुर्गंध को भी सोख लेता है और स्वयं सुगंधित होता है।
  • तापमान नियंत्रक: यह गर्मी में घर को ठंडा और सर्दी में गर्म रखता है, जिससे आपको एसी की आवश्यकता नहीं होती है।
  • सकारात्मक ऊर्जा: यह अति प्रबल सकारात्मक ऊर्जा से युक्त है, जिससे आपके घर में सकारात्मकता का माहौल बनता है।
  • पर्यावरण संरक्षण: यह पूर्णतया प्रदूषण रहित प्रणाली है, जो पर्यावरण की रक्षा करती है।
  • पुण्य लाभ: यह देसी गाय को अर्थव्यवस्था से जोड़ता है, जिससे आपको पुण्य की प्राप्ति होती है।
  • स्वच्छ घर: यह धूल, गंदगी और प्रदूषित वायु को साफ करके घर के वातावरण को स्वच्छ बनाता है।

वैदिक प्लास्टर से घर बनवाने की विशेषताएं | Features of building a house with Vedic plaster

1. पर्यावरण के अनुकूल

  • वैदिक प्लास्टर की सबसे महत्वपूर्ण विशेषताओं में से एक इसकी पर्यावरण अनुकूलता है।
  • यह प्राकृतिक सामग्री जैसे गोबर, चूना, मिट्टी और रेत से बना होता है, जो सभी नवीकरणीय और पर्यावरण के अनुकूल स्रोतों से प्राप्त होते हैं।
  • इसके विपरीत, सीमेंट प्लास्टर, जो आधुनिक निर्माण में व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है, इसके निर्माण में भारी मात्रा में ऊर्जा का उपयोग करता है और हानिकारक उत्सर्जन पैदा करता है।

2. ऊर्जा कुशलता

  • वैदिक प्लास्टर एक उत्कृष्ट थर्मल इन्सुलेटर है।
  • यह गर्मी और ठंड को घर के अंदर और बाहर जाने से रोकता है, जिससे घरों को गर्मियों में ठंडा और सर्दियों में गर्म रखने में मदद मिलती है।
  • इसके परिणामस्वरूप, ऊर्जा की खपत और बिजली के बिल कम हो जाते हैं।
  • यह विशेषता वैदिक प्लास्टर को जलवायु परिवर्तन से लड़ने और ऊर्जा संरक्षण में योगदान करने के लिए एक महत्वपूर्ण उपकरण बनाती है।

3. स्वास्थ्य लाभ

  • वैदिक प्लास्टर स्वास्थ्य के लिए भी कई लाभ प्रदान करता है।
  • यह हवा से हानिकारक रसायनों और प्रदूषकों को अवशोषित करता है, जिससे घरों के अंदर हवा की गुणवत्ता में सुधार होता है।
  • यह एलर्जी और श्वसन संबंधी समस्याओं वाले लोगों के लिए फायदेमंद हो सकता है।
  • इसके अतिरिक्त, वैदिक प्लास्टर नमी को नियंत्रित करने में मदद करता है, जिससे मोल्ड और फफूंदी के विकास को रोका जाता है, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं।

4. टिकाऊपन

  • वैदिक प्लास्टर एक अत्यंत टिकाऊ निर्माण सामग्री है।
  • यह दरारें, फफोले और अन्य क्षति के लिए प्रतिरोधी है, और यह कई सालों तक चल सकता है।
  • यह इसे उन क्षेत्रों के लिए एक आदर्श विकल्प बनाता है जहां भूकंप या तूफान जैसी चरम मौसम की स्थिति होती है।

5. बहुमुखी प्रतिभा

वैदिक प्लास्टर का उपयोग विभिन्न प्रकार के निर्माण कार्यों में किया जा सकता है, जिनमें शामिल हैं:

  • दीवारों और छतों का प्लास्टर
  • फर्श का निर्माण
  • मूर्तिकला
  • पानी के रिसाव को रोकना
  • फर्नीचर और सजावटी वस्तुओं का निर्माण

इसकी बहुमुखी प्रतिभा इसे विभिन्न प्रकार के अनुप्रयोगों के लिए उपयुक्त बनाती है, जिससे यह आर्किटेक्टों, बिल्डरों और घर के मालिकों के लिए एक लोकप्रिय विकल्प बन जाता है।

6. सस्ती

  • Vedic plaster सीमेंट प्लास्टर की तुलना में सस्ता है।
  • यह कम लागत वाला निर्माण विकल्प प्रदान करता है, खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में।
  • इसके अतिरिक्त, वैदिक प्लास्टर की लंबी उम्र इसकी कम रखरखाव लागत

7. प्राकृतिक ताप विनियमन

  • वैदिक प्लास्टर केवल थर्मल इंसुलेशन के कारण ही ऊर्जा कुशल नहीं है।
  • बल्कि, यह प्राकृतिक रूप से घरों के तापमान को नियंत्रित करने में भी सहायक होता है।
  • गर्मियों में, सफेद रंग का वैदिक प्लास्टर सूर्य के प्रकाश को प्रतिबिंबित करता है, जिससे घरों को गर्म होने से बचाता है।
  • इसके अतिरिक्त, वैदिक प्लास्टर हवा से नमी को अवशोषित करता है।
  • जब यह नमी वाष्पित होती है, तो यह वातावरण को ठंडा करती है, जिससे घरों को प्राकृतिक रूप से ठंडा रखने में मदद मिलती है।

8. अग्नि प्रतिरोधी

  • वैदिक प्लास्टर कुछ हद तक अग्नि प्रतिरोधी होता है।
  • चूना, जो वैदिक प्लास्टर का एक मुख्य घटक होता है, आग लगने की स्थिति में गर्मी को अवशोषित कर लेता है, जिससे आग को फैलने से रोका जा सकता है।

9. श्वास लेने योग्य सामग्री

  • वैदिक प्लास्टर एक श्वसनशील सामग्री है।
  • इसका मतलब है कि यह हवा को पारित होने देता है।
  • यह विशेषता घरों के अंदर हवा के संचलन को बढ़ावा देती है, जिससे नमी का निर्माण कम होता है और मोल्ड और फफूंदी के विकास को रोका जाता है।
  • साथ ही, यह घरों के अंदर ताजी हवा का प्रवाह सुनिश्चित करता है, जिससे रहने वालों के स्वास्थ्य में सुधार होता है।

10. सौंदर्य अपील

  • वैदिक प्लास्टर एक आकर्षक सौंदर्य प्रदान करता है।
  • यह स्वाभाविक रूप से सफेद रंग का होता है, जो घरों को एक साफ-सुथरा और शांत लुक देता है।
  • इसके अतिरिक्त, वैदिक प्लास्टर को विभिन्न रंगों में रंगा जा सकता है, जिससे डिजाइनरों और घर के मालिकों को अपनी पसंद के अनुसार सजावट करने की सुविधा मिलती है।

वैदिक प्लास्टर और सीमेंट प्लास्टर का मूल्य प्रस्ताव के साथ-साथ कुछ तुलनात्मक तथ्य | Some comparative facts along with value proposition of Vedic plaster and cement plaster

  • Vedic plaster उत्पादन सीमेंट प्लास्टर की तुलना में केवल पीसने के उद्देश्य के लिए न्यूनतम बिजली का उपयोग करता है।
  • उत्पादन के सभी कारक प्राकृतिक संसाधन हैं, इसके पर्यावरण के अनुकूल उत्पाद बनाने के लिए कोई रसायन नहीं मिलाया जाता है।
  • इस उत्पाद का सार गाय के गोबर द्वारा प्रदान किए जाने वाले गुणों में निहित है। एक प्राकृतिक वायु शोधक, थर्मल इन्सुलेटर जैसे 10-15 डिग्री का तापमान अंतर, प्रदूषण नियंत्रण उपाय, विकिरण रोधी गुणवत्ता आदि जैसे बेजोड़ गुण अन्य संसाधनों में मिलना मुश्किल है।
  • पूरे मिश्रण में गाय के गोबर का 20-22% प्लास्टर उत्पादन में बहुत योगदान देता है। इसलिए, यह सामाजिक और आर्थिक दोनों रूप से मूल्यवान है।
  • अन्य लाभ जैसे स्वास्थ्य के लिए अच्छा, पानी की खपत में कमी, नमी को कम करना, सकारात्मक ऊर्जा का स्रोत, अप्रत्यक्ष रूप से गायों की उपयोगिता में वृद्धि, गायों का आर्थिक मूल्य बढ़ाना, हानिकारक कीड़ों से सुरक्षा आदि उत्पाद के मूल्य प्रस्ताव को बढ़ाते हैं।
  • जिप्सम, ग्वार गम, नींबू जैसे अन्य घटकों की औद्योगिक उपयोग के कारण मांग में वृद्धि देखी जा रही है। इस मामले में सबसे महत्वपूर्ण लाभ, किसानों को है, जिन्होंने ग्वार गम (क्लस्टर बीन्स) की मांग पहले कभी नहीं देखी थी।
  • प्लास्टर की अतिरिक्त विशेषता यह है कि वैदिक प्लास्टर का लेप घर को सजाने के लिए पर्याप्त है, इसके बाद पेंट की आवश्यकता नहीं होती है।
  • सीमेंट प्लास्टर में चार चरण शामिल होते हैं, जिसमें प्लास्टरिंग, दीवार सुरक्षा पुट्टी, दीवार स्मूथर, यानी प्राइमर और फिर पेंट शामिल हैं।
  • लेकिन वैदिक प्लास्टर में दीवारों पर प्लास्टर के केवल एक कोट की आवश्यकता होती है।
  • रंग जोड़ने के लिए प्राकृतिक सामग्री और फलों और सब्जियों के अर्क का उपयोग किया जाता है। आर्थिक रूप से, 1 वर्ग फुट क्षेत्र पर प्लास्टर लगाने पर 13 रुपये का अंतर देखा जा सकता है।
  • सीमेंट के हानिकारक प्रभावों को नजरअंदाज करना चुनौतीपूर्ण होने के कारण परिणाम अतुलनीय हैं। सीमेंट प्लास्टर और पेंट के विकल्प की कमी ने लोगों को अपने स्वास्थ्य के साथ समझौता करने के लिए मजबूर कर दिया है। लेकिन बाजार में वैदिक प्लास्टर के कदम रखने से अविश्वसनीय लाभ मिल रहे हैं, जो प्लास्टर और पेंट उद्योग के प्रति लोगों के दृष्टिकोण को पूरी तरह से बदल सकते हैं।
  • सामाजिक-आर्थिक प्रभाव और जैव-विविधता के समावेश के परिणामस्वरूप स्थायी समाधान सामने आते हैं। टिकाऊ समाधान, स्थायी उद्यमियों द्वारा पेश की जाने वाली समस्याओं का भविष्य के लिए तैयार समाधान हैं। इसलिए, डॉ. शिव दर्शन मलिक का नवाचार जलवायु परिवर्तन – ग्लोबल वार्मिंग, खाद्य असुरक्षा, पर्यावरणीय समस्याएं, स्वास्थ्य संबंधी मुद्दे आदि वैश्विक मुद्दों का एक बड़ा समाधान है।

FAQ on Vedic plaster

1. Vedic plaster क्या है?

वैदिक प्लास्टर एक प्राचीन भारतीय निर्माण तकनीक है जो मिट्टी, चूना, गोबर और कुछ प्राकृतिक तत्वों से बना होता है। यह घरों को ठंडा रखने और गर्मी को बाहर निकालने में मदद करता है।

2. वैदिक प्लास्टर कैसे काम करता है?

वैदिक प्लास्टर गर्मी को अवशोषित करके और पानी को वाष्पित करके घर को ठंडा रखता है। जब पानी वाष्पित होता है, तो यह गर्मी को भी साथ ले जाता है, जिससे घर का तापमान कम हो जाता है।

3. वैदिक प्लास्टर का उपयोग कैसे करें?

वैदिक प्लास्टर का उपयोग आप दीवारों, छतों, और फर्श पर कर सकते हैं।

4. Vedic plaster कहां से खरीदें?

आप वैदिक प्लास्टर ऑनलाइन या स्थानीय स्टोर्स से खरीद सकते हैं।

5. क्या वैदिक प्लास्टर लगाने के लिए किसी विशेषज्ञ की आवश्यकता होती है?

नहीं, वैदिक प्लास्टर लगाना आसान है और आप इसे खुद भी लगा सकते हैं।

6. Vedic plaster कितने समय तक सूखता है?

वैदिक प्लास्टर को पूरी तरह से सूखने में 24-48 घंटे लगते हैं।

7. क्या वैदिक प्लास्टर को पेंट किया जा सकता है?

हाँ, वैदिक प्लास्टर को पेंट किया जा सकता है।

8. क्या वैदिक प्लास्टर हर घर के लिए उपयुक्त है?

हाँ, वैदिक प्लास्टर हर घर के लिए उपयुक्त है। यह सभी प्रकार की जलवायु में उपयोग किया जा सकता है।

निष्कर्ष | Conclusion

Vedic plaster एक प्राचीन निर्माण तकनीक है जो आधुनिक समय में भी प्रासंगिक है। इसकी पर्यावरण के अनुकूल, ऊर्जा कुशल, स्वास्थ्य लाभकारी और टिकाऊ विशेषताओं के कारण, वैदिक प्लास्टर आधुनिक निर्माण सामग्रियों के लिए एक आकर्षक विकल्प के रूप में उभर रहा है। हालाँकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि वैदिक प्लास्टर की कुछ सीमाएँ भी हैं, जैसे लंबी निर्माण प्रक्रिया और कौशल की आवश्यकता। फिर भी, वैदिक प्लास्टर के लाभों को देखते हुए, यह आशा की जाती है कि आने वाले वर्षों में यह तकनीक अधिक लोकप्रिय हो जाएगी। यदि आप एक टिकाऊ, पर्यावरण के अनुकूल और ऊर्जा कुशल निर्माण सामग्री की तलाश कर रहे हैं, तो वैदिक प्लास्टर एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। हालांकि, यह सलाह दी जाती है कि किसी भी निर्माण परियोजना को शुरू करने से पहले किसी विशेषज्ञ से परामर्श करें।

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