भारत में व्यापार चलाने वाले हर व्यक्ति या कंपनी के लिए GST return filing एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है। यह एक ऐसा दस्तावेज है, जिसमें आपकी बिक्री, खरीद, कर भुगतान और इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) की जानकारी होती है। चाहे आप छोटे व्यापारी हों या बड़े उद्यमी, GST return filing in India को समय पर और सही तरीके से करना जरूरी है। इस ब्लॉग में हम आपको ऑनलाइन GST रिटर्न कैसे फाइल करें, इसके प्रकार, GST return filing due date, और GST return penalties से बचने के तरीकों के बारे में सरल हिंदी में बताएंगे।
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जीएसटी रिटर्न फाइलिंग क्या है? | What is GST Return Filing?
GST रिटर्न एक ऐसा दस्तावेज है, जिसमें आपके व्यवसाय की बिक्री, खरीद, आउटपुट टैक्स, और इनपुट टैक्स क्रेडिट (Input Tax Credit) की जानकारी होती है। यह सरकार को बताता है कि आपने कितना टैक्स जमा किया या कितना क्लेम किया। हर GST रजिस्टर्ड व्यवसाय को monthly GST return filing या त्रैमासिक रिटर्न फाइल करना होता है। अगर आपका व्यवसाय छोटा है और टर्नओवर 5 करोड़ रुपये से कम है, तो आप QRMP (Quarterly Return Monthly Payment) स्कीम चुन सकते हैं। इस स्कीम में साल में केवल 9 रिटर्न फाइल करने होते हैं।
जीएसटी रिटर्न फाइलिंग के प्रकार | Types of GST Return Filing
करदाता की श्रेणी | फाइल करने वाले रिटर्न | सिस्टम द्वारा ऑटो-जेनरेटेड रिटर्न | आवृत्ति | जमा करने / ऑटो-जेनरेशन की तारीख | जानकारी |
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नियमित करदाता | GSTR-1 | – | मासिक / त्रैमासिक | मासिक के लिए अगले महीने की 11 तारीख; QRMP स्कीम में तिमाही के बाद की 13 तारीख | बिक्री (आउटवर्ड सप्लाई) का विवरण |
नियमित करदाता | GSTR-1A | हाँ | मासिक / त्रैमासिक | GSTR-1 फाइल करने के बाद और GSTR-3B फाइल करने तक | GSTR-1 डेटा में संशोधन |
नियमित करदाता | GSTR-2A | हाँ | मासिक | आपूर्तिकर्ताओं द्वारा डेटा जमा करने पर रियल-टाइम अपडेट | खरीद (इनवर्ड सप्लाई) और ITC का विवरण |
नियमित करदाता | GSTR-2B | हाँ | मासिक | अगले महीने की 14 तारीख को उपलब्ध | कर अवधि के लिए खरीद और ITC का विवरण |
नियमित करदाता | GSTR-3B | – | मासिक / त्रैमासिक | मासिक के लिए अगले महीने की 20 तारीख; QRMP में तिमाही के बाद की 22/24 तारीख (राज्य के आधार पर) | बिक्री, ITC, टैक्स देनदारी और भुगतान का स्व-घोषणा |
कंपोजीशन स्कीम करदाता | GSTR-4 | – | वार्षिक | अगले साल की 30 जून | स्थानीय, अंतर-राज्यीय, आयात/निर्यात के लिए ITC और टैक्स भुगतान |
गैर-निवासी विदेशी करदाता | GSTR-5 | – | मासिक | अगले महीने की 13 तारीख | बिक्री, खरीद, क्रेडिट/डेबिट नोट, टैक्स देनदारी और भुगतान |
OIDAR सेवा प्रदाता | GSTR-5A | – | मासिक | अगले महीने की 20 तारीख | कर योग्य बिक्री और टैक्स देनदारी |
इनपुट सेवा वितरक (ISD) | GSTR-6 | – | मासिक | अगले महीने की 13 तारीख | प्राप्त और वितरित ITC |
TDS काटने वाले व्यक्ति | GSTR-7 | – | मासिक | अगले महीने की 10 तारीख | काटा गया TDS, देय TDS, भुगतान और क्लेम |
ई-कॉमर्स ऑपरेटर (TCS) | GSTR-8 | – | मासिक | अगले महीने की 10 तारीख | ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के माध्यम से बिक्री और TCS |
नियमित करदाता | GSTR-9 | – | वार्षिक | अगले साल की 31 दिसंबर | वित्तीय वर्ष में बिक्री, खरीद, टैक्स और HSN कोड का सारांश |
सभी करदाता | GSTR-9C | – | वार्षिक | अगले साल की 31 दिसंबर | खातों और GSTR-9 के बीच स्व-प्रमाणित मिलान |
रजिस्ट्रेशन रद्द/समर्पित करदाता | GSTR-10 | – | अंतिम रिटर्न | रजिस्ट्रेशन रद्द होने या समर्पण की तारीख से 3 महीने के भीतर | अंतिम रिटर्न का विवरण |
UIN धारक (जैसे विदेशी दूतावास) | GSTR-11 | – | मासिक | खरीद के महीने के बाद की 28 तारीख | प्राप्त खरीद और रिफंड क्लेम |
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ऑनलाइन GST रिटर्न कैसे फाइल करें? | How to file GST returns online?
भारत में GST (वस्तु एवं सेवा कर) रिटर्न फाइल करना अब आसान है। आप इसे ऑनलाइन खुद कर सकते हैं। नीचे GST return filing process को सरल हिंदी में समझाया गया है। इन चरणों को फॉलो करके आप बिना किसी परेशानी के GST return filing online कर सकते हैं।
- GSTIN के लिए रजिस्टर करें: अगर आपने अभी तक GST के लिए रजिस्ट्रेशन नहीं किया है, तो पहले GSTIN नंबर लें। यह 15 अंकों का नंबर होता है, जो आपके राज्य कोड और PAN के आधार पर बनता है।
- GST पोर्टल पर लॉगिन करें: GST return login portal पर जाएं। अपने यूजरनेम और पासवर्ड से लॉगिन करें। इसके बाद ‘सर्विसेज (services)’ टैब पर क्लिक करें।
- रिटर्न डैशबोर्ड चुनें: लॉगिन करने के बाद ‘रिटर्न डैशबोर्ड’ का ऑप्शन दिखेगा। इसे चुनें। अब उस वित्तीय वर्ष को चुनें, जिसके लिए आप GST return filing करना चाहते हैं। ड्रॉप-डाउन मेन्यू से सही साल चुनें।
- ऑनलाइन रिटर्न तैयार करें: अब वह रिटर्न फॉर्म चुनें, जिसे आप फाइल करना चाहते हैं, जैसे GSTR-1 filing या GSTR-3B return। ऑनलाइन प्रक्रिया के लिए ‘प्रिपेयर ऑनलाइन’ ऑप्शन पर क्लिक करें।
- जानकारी भरें: सभी जरूरी जानकारी, जैसे बिक्री, खरीद, और टैक्स की डिटेल्स, सही-सही भरें। अगर कोई GST late fee बाकी है, तो उसे भी दर्ज करें। जानकारी भरने के बाद फॉर्म को सेव करें और फिर सबमिट करें।
- रिटर्न की स्थिति जांचें: फॉर्म सबमिट करने के बाद GST return status check करें। पोर्टल पर जाकर देखें कि रिटर्न की स्थिति ‘सबमिटेड (Submitted)’ दिख रही है या नहीं।
- टैक्स का भुगतान करें: जब रिटर्न सबमिट हो जाए, तो ‘पेमेंट ऑफ टैक्स (Payment of Tax)’ पर क्लिक करें। ‘चेक बैलेंस (Check Balance)’ ऑप्शन पर क्लिक करके क्रेडिट और कैश बैलेंस देखें।
- लायबिलिटी ऑफसेट करें: अब ‘ऑफसेट लायबिलिटी (Offseting Liability)’ ऑप्शन पर क्लिक करके ऑनलाइन टैक्स का भुगतान करें। डिक्लेरेशन के लिए जरूरी बॉक्स चेक करें। फिर ‘फाइल फॉर्म विथ DSC’ या ‘फाइल फॉर्म विथ EVC’ चुनकर भुगतान पूरा करें।
विभिन्न GST return filing form के लिए कुछ अतिरिक्त या कम चरण हो सकते हैं। सभी जानकारी को सही रखने के लिए अपने इनवॉइस और डेटा को व्यवस्थित रखें। GST return software का उपयोग करने से गलतियों की संभावना कम होती है और प्रक्रिया आसान हो जाती है।
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कौन फाइल करता है GST रिटर्न? | Who files GST returns?
GST कानून के अनुसार, भारत में कोई भी व्यक्ति या संस्था, जो व्यवसाय, व्यापार, या आर्थिक गतिविधि में शामिल है, उसे GST रजिस्ट्रेशन कराना होगा। इसमें निम्नलिखित शामिल हैं:
- व्यक्तिगत व्यापारी
- एलएलपी (LLP)
- हिंदू अविभाजित परिवार (HUF)
- सहकारी समिति
- ट्रस्ट
- एसोसिएशन ऑफ पर्सन्स (AOP) या बॉडी ऑफ इंडिविजुअल्स (BOI)
इन सभी को GST return for traders या अन्य व्यवसायों के लिए निर्धारित नियमों के अनुसार रिटर्न फाइल करना होता है।
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GST रिटर्न फाइल करने की आवृत्ति | Frequency of filing GST returns
रिटर्न फाइल करने की संख्या और समय आपके व्यवसाय के वार्षिक टर्नओवर और प्रकार पर निर्भर करता है:
- 5 करोड़ रुपये तक टर्नओवर: ऐसे व्यवसाय QRMP (Quarterly Return Monthly Payment) स्कीम चुन सकते हैं। इसमें साल में 9 रिटर्न फाइल करने होते हैं: 4 GSTR-1 filing, 4 GSTR-3B return, और 1 वार्षिक रिटर्न।
- 5 करोड़ रुपये से अधिक टर्नओवर: ऐसे व्यवसायों को हर महीने दो रिटर्न (monthly GST return filing) और एक वार्षिक रिटर्न फाइल करना होता है। यानी कुल 25 रिटर्न साल में।
- कंपोजीशन स्कीम: इस स्कीम में शामिल व्यवसायों को अलग-अलग रिटर्न, जैसे GSTR-4, फाइल करना होता है।
अगर आप nil GST return filing करना चाहते हैं, यानी कोई लेन-देन नहीं हुआ, तो भी रिटर्न फाइल करना जरूरी है। समय पर रिटर्न न करने पर GST return penalties और GST late fee लग सकता है। GST return filing in India को समय पर और सही तरीके से करने के लिए GST return filing website पर उपलब्ध गाइड्स और ट्यूटोरियल का उपयोग करें।
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FAQs: GST return filing in Hindi
1. अगर समय पर GST रिटर्न न फाइल करें तो क्या होगा?
समय पर रिटर्न न भरने पर ₹50 से ₹200 प्रति दिन तक जुर्माना लग सकता है, साथ ही ब्याज भी देना पड़ सकता है।
2. GST रिटर्न फाइल करने की अंतिम तिथि क्या होती है?
GSTR-1 और GSTR-3B सबसे सामान्य रिटर्न हैं। GSTR-1 की अंतिम तिथि हर माह की 11 तारीख और GSTR-3B की 20 तारीख होती है (कुछ मामलों में अलग भी हो सकती है)।
3. क्या जीएसटी रिटर्न फाइल करना अनिवार्य है अगर कोई व्यापार नहीं हुआ हो?
हाँ, यदि आप GST में रजिस्टर्ड हैं तो NIL रिटर्न फाइल करना भी अनिवार्य होता है।
4. GST रिटर्न फाइलिंग के लिए कौन-कौन से डॉक्यूमेंट्स जरूरी होते हैं?
सेल और परचेज इनवॉइस, बैंक स्टेटमेंट, पिछले रिटर्न की जानकारी, और GST नंबर आदि की आवश्यकता होती है।
5. GSTR-1 और GSTR-3B में क्या अंतर है?
GSTR-1 में आप अपनी सेल्स की डिटेल्स देते हैं, जबकि GSTR-3B में कुल टैक्स देनदारी और इनपुट टैक्स क्रेडिट की जानकारी दी जाती है।
6. क्या मोबाइल से GST रिटर्न फाइल किया जा सकता है?
हाँ, आप मोबाइल ब्राउज़र या कुछ मोबाइल ऐप्स की मदद से भी GST रिटर्न फाइल कर सकते हैं।
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निष्कर्ष | Conclusion
GST return filing हर रजिस्टर्ड व्यवसाय के लिए जरूरी है। चाहे आप छोटे व्यापारी हों या बड़ा व्यवसाय चलाते हों, ऑनलाइन GST रिटर्न फाइल करना अब आसान और सुविधाजनक है। सही जानकारी और GST return software की मदद से आप बिना किसी परेशानी के रिटर्न फाइल कर सकते हैं। समय पर GSTR-1 filing, GSTR-3B return, या nil GST return filing करके GST return penalties और GST late fee से बचें। अगर आप बिना किसी परेशानी और रुकावट के GST Return file करना चाहते है, तो GST return login portal पर उपलब्ध गाइड्स का उपयोग करें। इससे आपका समय बचेगा और व्यवसाय GST नियमों के अनुरूप रहेगा। आज ही शुरू करें और अपने व्यवसाय को मजबूत बनाएं!