आने वाला है नौकरी पर संकट! जानिए WEF की रिपोर्ट के चौंकाने वाले खुलासे और समाधान! | World Economic Forum job risk report 2025 | How to save your jobs in future? | Future of Jobs Report 2025
क्या आपकी नौकरी 2030 तक सुरक्षित है? वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (WEF) की Future of Jobs Report 2025 ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया है—60% लोगों की नौकरियां खतरे में हैं! आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), ऑटोमेशन और डिजिटलाइजेशन की तेज़ रफ्तार के कारण पारंपरिक नौकरियां तेजी से खत्म हो रही हैं। जो काम आज इंसान कर रहे हैं, उन्हें मशीनें ज्यादा कुशलता से करने लगी हैं। लेकिन क्या इसका मतलब यह है कि आपके करियर का अंत नजदीक है? बिल्कुल नहीं! अगर आप सही स्किल्स सीखें और खुद को समय के साथ अपडेट करें, तो न केवल आप अपनी नौकरी बचा सकते हैं बल्कि बेहतर अवसर भी हासिल कर सकते हैं। अब सवाल यह है कि किन स्किल्स की डिमांड बढ़ेगी और कैसे खुद को अपस्किल करें? जानिए उन उपायों के बारे में, जो आपको इस बदलाव के दौर में आगे बनाए रखेंगे!
तकनीक के कारण जॉब मार्केट में बड़े बदलाव | Big changes in the job market due to technology
WEF की Future of Jobs 2025 रिपोर्ट के अनुसार, 2030 तक चार बड़े बदलाव नौकरी की दुनिया को पूरी तरह बदल देंगे:
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और ऑटोमेशन का बढ़ता प्रभाव – मशीनें तेजी से इंसानी नौकरियों की जगह ले रही हैं।
- ग्रीन एनर्जी की ओर बदलाव – जीवाश्म ईंधन की जगह सोलर, विंड और इलेक्ट्रिक एनर्जी की मांग बढ़ेगी।
- बदलती जनसंख्या संरचना – विकसित देशों में बुजुर्गों की संख्या बढ़ रही है, जिससे हेल्थकेयर सेक्टर में नौकरियों की मांग बढ़ेगी।
- वैश्विक व्यापार और राजनीति के प्रभाव – युद्ध और टैरिफ वॉर जैसे मुद्दे भी रोजगार पर असर डाल सकते हैं।
कौन सी नौकरियां होंगी प्रभावित? | Which jobs will be affected?
रिपोर्ट के अनुसार, 80 मिलियन (8 करोड़) नौकरियां खत्म हो सकती हैं, लेकिन 170 मिलियन (17 करोड़) नई नौकरियां भी पैदा होंगी। AI और ऑटोमेशन से सबसे अधिक खतरा इन सेक्टर्स को होगा:
किन क्षेत्रों की नौकरियां जाएंगी? (Which sectors will lose jobs?)
WEF की रिपोर्ट बताती है कि 2030 तक 8 करोड़ पारंपरिक नौकरियां समाप्त हो सकती हैं, खासकर इन सेक्टरों में:
- कॉल सेंटर कर्मचारी (Call Center Employees)
- एंट्री-लेवल कोडर्स (Entry-Level Coders)
- डेटा एंट्री ऑपरेटर (Data Entry Operators)
- बैंक कैशियर और क्लर्क (Bank Cashiers and Clerks)
- माइनिंग और पेट्रोलियम इंडस्ट्री कर्मचारी (Mining and Petroleum Industry Workers)
- गोदाम प्रबंधन और लॉजिस्टिक्स वर्कर्स (Warehouse Management and Logistics Workers)
किन क्षेत्रों में नई नौकरियां आएंगी? (In which sectors will new jobs be created?)
रिपोर्ट के मुताबिक, अगले 5-10 वर्षों में 17 करोड़ नई नौकरियां उभरेंगी, जिनमें मुख्यतः हाई-स्किल जॉब्स शामिल होंगी:
- AI और मशीन लर्निंग एक्सपर्ट (AI and Machine Learning Expert)
- बिग डेटा एनालिस्ट और डेटा साइंटिस्ट (Big Data Analyst and Data Scientist)
- रोबोटिक्स इंजीनियर (Robotics Engineer)
- साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट (Cyber Security Expert)
- ग्रीन एनर्जी स्पेशलिस्ट (सोलर और विंड एनर्जी सेक्टर) (Green Energy Specialist (Solar and Wind Energy Sector))
- EV मैकेनिक और इंजीनियर (EV Mechanic and Engineer)
- हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स (डॉक्टर्स, नर्स, केयरगिवर) (Healthcare Professionals (Doctors, Nurses, Caregivers)
AI से कैसे बचा सकते हैं अपनी नौकरी?
AI और ऑटोमेशन के बढ़ते प्रभाव से बचने के लिए नई स्किल्स सीखना अनिवार्य हो गया है। रिपोर्ट के अनुसार, जो लोग डेटा साइंस, रोबोटिक्स, साइबर सिक्योरिटी, डिजिटल मार्केटिंग और AI-ड्रिवन स्किल्स सीखेंगे, उनके लिए नए अवसर खुल सकते हैं।
ग्रीन एनर्जी और हेल्थकेयर में बढ़ेंगी नौकरियां
- ग्रीन एनर्जी सेक्टर: सोलर, विंड और इलेक्ट्रिक व्हीकल इंडस्ट्री में इंजीनियरों और तकनीशियनों की मांग बढ़ेगी।
- हेल्थकेयर सेक्टर: विकसित देशों में डॉक्टर, नर्स और केयरगिवर की मांग बढ़ेगी।
भारत के युवाओं के लिए चेतावनी! | Warning for the youth of India!
एक सर्वे के अनुसार, 38% भारतीय वर्कफोर्स को अपस्किलिंग या री-स्किलिंग की जरूरत होगी। कंप्यूटर साइंस, मैकेनिकल और मैनेजमेंट ग्रेजुएट्स में भी सिर्फ 50-70% ही इंडस्ट्री के लायक स्किल्स रखते हैं।
भारत में युवाओं को लेकर रोज़गार क्षमता
भारत में AICTE और CII द्वारा किए गए एक सर्वेक्षण में पाया गया कि 2024 में 18-29 वर्ष के केवल 51.2% युवा ही जॉब के लिए तैयार हैं। विभिन्न सेक्टर्स में रोजगार क्षमता कुछ इस प्रकार रही:
कंप्यूटर साइंस ग्रेजुएट्स | 66% |
मैकेनिकल इंजीनियरिंग ग्रेजुएट्स | 54% |
MBA ग्रेजुएट्स | 71% |
बीकॉम, बीए, ITI और पॉलिटेक्निक के छात्र | कम स्किल स्तर के कारण प्रभावित |
भविष्य सुरक्षित रखने के लिए क्या करें? | What to do to secure the future?
दुनिया तेजी से बदल रही है, और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), ऑटोमेशन, और डिजिटलाइजेशन के कारण कई नौकरियों पर संकट मंडरा रहा है। वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (WEF) की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में 38% कर्मचारियों को अपनी नौकरियां सुरक्षित रखने के लिए नई स्किल्स सीखनी होंगी। इस बदलाव के दौर में अपस्किलिंग (नई स्किल्स जोड़ना) और रीस्किलिंग (नई तकनीकों में दक्षता हासिल करना) बेहद जरूरी हो गया है। लेकिन सिर्फ़ नौकरी ही क्यों? अगर आप सच में अपना भविष्य सुरक्षित करना चाहते हैं, तो बिज़नेस भी एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है! नए जमाने की स्किल्स सीखें, खुद को अपग्रेड करें, और अपने करियर को असली उड़ान दें!
1. खुद को अपग्रेड करें! जानें भविष्य में सबसे ज्यादा डिमांड वाली स्किल्स
आज के दौर में सिर्फ़ डिग्री होने से करियर सुरक्षित नहीं रह सकता। अगर आप चाहते हैं कि आपकी नौकरी बची रहे और करियर में तरक्की मिले, तो नई स्किल्स सीखना अब कोई विकल्प नहीं, बल्कि ज़रूरत बन चुका है। यह न सिर्फ़ आपको मौजूदा नौकरी में बनाए रखेगा, बल्कि बेहतर अवसरों के दरवाजे भी खोलेगा।
- AI और बिग डेटा में विशेषज्ञता (Specialization in AI and Big Data) – आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डेटा साइंस का विस्तार तेजी से हो रहा है। कंपनियां इन क्षेत्रों में कुशल लोगों को प्राथमिकता दे रही हैं।
- डिजिटल मार्केटिंग (Digital marketing) – इंटरनेट और सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभाव से डिजिटल मार्केटिंग की मांग तेजी से बढ़ रही है! अगर आप भी डिजिटल मार्केटिंग सीखकर अपना करियर संवारना चाहते हैं, तो यह आपके लिए शानदार मौका है। इस लिंक https://www.udemy.com/user/gaurav-agrawal-infotalks/ पर क्लिक करें और प्रोफेशनल डिजिटल मार्केटिंग स्किल्स सीखकर अपने भविष्य को नई ऊंचाइयों तक ले जाएं!
- ग्रीन टेक्नोलॉजी और EV सेक्टर (Green Technology and the EV Sector) – इलेक्ट्रिक व्हीकल और सस्टेनेबल एनर्जी से जुड़ी स्किल्स भविष्य में हाई-डिमांड में होंगी।
- साइबर सिक्योरिटी और क्लाउड कंप्यूटिंग (Cyber Security and Cloud Computing) – ऑनलाइन सुरक्षा और क्लाउड टेक्नोलॉजी का महत्व बढ़ रहा है, जिससे इस फील्ड में बेहतरीन अवसर मिल सकते हैं।
- सॉफ्ट स्किल्स का विकास (Development of soft skills) – क्रिएटिविटी, क्रिटिकल थिंकिंग और कम्युनिकेशन स्किल्स जैसी योग्यताएं भविष्य में नौकरी पाने के लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित होंगी।
अगर आप नई स्किल्स सीखना चाहते हैं, तो सरकार की “Pradhan Mantri Kaushal Vikas Yojana“ एक बेहतरीन अवसर हो सकती है। इस योजना के तहत, आप बहुत ही कम लागत में प्रोफेशनल स्किल्स सीख सकते हैं, जिससे आपको न केवल अच्छी नौकरी मिलने की संभावना बढ़ेगी, बल्कि आप अपना खुद का व्यवसाय भी शुरू कर सकते हैं। आज ही अपनी स्किल्स पर काम करें और भविष्य की चुनौतियों के लिए खुद को तैयार करें!
सरकारी नौकरी के बारे में जाने:- https://gyansky.com/category/sarkari-jobs/
2. व्यापर भी है भविष्य सुरक्षित करने का बेहतरीन रास्ता
नई स्किल्स सीखकर न केवल नया व्यवसाय शुरू कर सकते हैं, बल्कि अपने मौजूदा बिज़नेस को भी और अधिक सफल बना सकते हैं। अगर आप नया व्यापार शुरू करना चाहते हैं, तो घबराने की जरूरत नहीं! भारत सरकार आपको फंडिंग से लेकर मार्गदर्शन तक पूरी सहायता प्रदान करती है। बिज़नेस के लिए सबसे जरूरी चीज़ – पूंजी, सरकार की लोन योजनाओं से मिल सकती है। युवाओं के उज्ज्वल भविष्य के लिए सरकार कई योजनाएं चला रही है, जिनका लाभ उठाकर आप अपने सपनों को साकार कर सकते हैं!
भारत सरकार द्वारा दिए जाने वाले बिज़नेस लोन की प्रमुख योजनाएं:
- प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) – सूक्ष्म और लघु उद्यमों को 10 लाख रुपये तक का लोन।
- स्टैंड-अप इंडिया योजना – एससी/एसटी और महिला उद्यमियों को 10 लाख से 1 करोड़ तक का लोन।
- स्टार्टअप इंडिया योजना – नए स्टार्टअप्स को वित्तीय और तकनीकी सहायता।
- क्रेडिट लिंक्ड कैपिटल सब्सिडी स्कीम (CLCSS) – छोटे उद्योगों को टेक्नोलॉजी अपग्रेड के लिए वित्तीय सहायता।
- प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (PMEGP) – स्वरोजगार के लिए 25 लाख तक का लोन।
- राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम (NSIC) योजना – छोटे और मध्यम उद्योगों को वित्तीय सहायता।
- सीजीटीएमएसई (CGTMSE) योजना – बिना गारंटी के लोन प्राप्त करने की सुविधा।
- डे-नाई-आरएलएम (Deendayal Antyodaya Yojana – NRLM) – ग्रामीण क्षेत्रों के लिए स्वरोजगार योजना।
महिलाओं के वित्तीय सम्बन्धी भविष्य सुरक्षित करने के लिए भी भारत सरकार दे रही सुविधाएँ, चला रही कई योजनाएँ!
आज के बदलते दौर में जहां नौकरियों पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और ऑटोमेशन का खतरा मंडरा रहा है, वहीं महिलाओं के लिए आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनना पहले से कहीं अधिक जरूरी हो गया है। भारत सरकार महिलाओं के वित्तीय सशक्तिकरण के लिए कई योजनाएँ चला रही है, जिससे वे अपना बिजनेस शुरू कर सकें, रोजगार पा सकें और आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित कर सकें।
कैसे मिल सकती है आर्थिक सहायता?
भारत सरकार महिलाओं को लोन, भत्ता और स्कॉलरशिप जैसी कई योजनाओं के माध्यम से वित्तीय सहायता प्रदान कर रही है। ये योजनाएँ महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और उनके रोजगार को बढ़ावा देने के लिए चलाई जा रही हैं। चाहे वे बिजनेस शुरू करना चाहती हों, नौकरी पाना चाहती हों या किसी Skill Development Course में शामिल होना चाहती हों, सरकार ने कई विकल्प उपलब्ध कराए हैं।
1. महिला उद्यमिता को बढ़ावा देने वाली लोन योजनाएँ:
- स्टैंड-अप इंडिया योजना – महिला उद्यमियों को 10 लाख से 1 करोड़ तक का लोन दिया जाता है।
- मुद्रा योजना (PMMY) – महिला बिजनेस स्टार्टअप्स को 50,000 से 10 लाख तक का लोन मिलता है।
- महिला उद्यम निधि योजना – महिला व्यापारियों को कम ब्याज दरों पर लोन प्रदान किया जाता है।
- सेंट किसान शक्ति योजना – महिलाओं को कृषि और डेयरी बिजनेस के लिए लोन दिया जाता है।
2. महिलाओं के लिए सरकारी भत्ता और अनुदान:
- महिला सम्मान बचत पत्र योजना – महिलाओं को 7.5% ब्याज दर पर सेविंग स्कीम का लाभ मिलता है।
- राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM) – स्वयं सहायता समूहों को आर्थिक सहायता और प्रशिक्षण दिया जाता है।
- प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (PMMVY) – गर्भवती महिलाओं को 5,000 रुपये तक की आर्थिक सहायता दी जाती है।
- बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना – लड़कियों की शिक्षा के लिए सरकार अनुदान और स्कॉलरशिप देती है।
3. महिलाओं के लिए स्किल डेवलपमेंट और जॉब सपोर्ट:
- STEP योजना (Support to Training and Employment Programme for Women) – महिलाओं को फ्री ट्रेनिंग और स्किल डेवलपमेंट दिया जाता है।
- महिला कोष योजना – ग्रामीण महिलाओं को नौकरी और बिजनेस के लिए फाइनेंशियल हेल्प दी जाती है।
- राष्ट्रीय महिला कोष (Rashtriya Mahila Kosh) – महिलाओं को कम ब्याज दरों पर लोन प्रदान किया जाता है।
निष्कर्ष
World Economic Forum की Future of Jobs 2025 रिपोर्ट के अनुसार, 60% नौकरियों पर खतरा मंडरा रहा है, खासकर युवाओं के लिए। AI, ऑटोमेशन और डिजिटलाइजेशन के कारण पारंपरिक नौकरियां तेजी से खत्म हो रही हैं, जिससे रोजगार बाजार में भारी बदलाव आ रहा है। ऐसे में खुद को सुरक्षित रखने के लिए अपस्किलिंग और रीस्किलिंग जरूरी हो गया है। AI, बिग डेटा, साइबर सिक्योरिटी, डिजिटल मार्केटिंग और ग्रीन टेक्नोलॉजी जैसी स्किल्स सीखना भविष्य के लिए फायदेमंद होगा। इसके अलावा, स्वरोजगार और स्टार्टअप्स को अपनाकर भी युवा अपनी आर्थिक स्थिरता बनाए रख सकते हैं। भारत सरकार की कई योजनाएं नए उद्यमियों और स्किल डेवलपमेंट को बढ़ावा देने के लिए मौजूद हैं। यदि समय रहते सही कदम नहीं उठाए गए, तो बेरोजगारी की समस्या और गहरी हो सकती है। इसलिए बदलाव को अपनाएं, खुद को अपग्रेड करें और भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार रहें!