एसएससी सीजीएल परीक्षा 2025 में अभूतपूर्व सुधार: एक ही पाली में, 100 किमी के भीतर केंद्र और निष्पक्ष अंकन, विवरण यहां देखें! | @ssc.gov.in | SSC News | SSC CGL exam 2025 to be held in single shift
कर्मचारी चयन आयोग (SSC) की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षाओं में से एक SSC CGL exam 2025 to be held in single shift को लेकर बड़ी घोषणा सामने आई है। इस बदलाव को लेकर उम्मीदवारों में उत्सुकता और चर्चा का माहौल बना हुआ है। माना जा रहा है कि यह निर्णय न केवल परीक्षा की पारदर्शिता और निष्पक्षता को बढ़ाएगा, बल्कि परीक्षा प्रक्रिया को और सरल बनाएगा। SSC के अध्यक्ष श्री स. गोपालकृष्णन ने इस ऐतिहासिक सुधार के पीछे की वजह और इसके संभावित लाभों को साझा किया है। तो आइए जानते हैं, आखिर इस बार की परीक्षा क्यों है खास!
अवलोकन | Overview
| प्रमुख सुधार | असर |
|---|---|
| एक पाली (Single Shift) में परीक्षा | निष्पक्षता, एकरूपता, सामान्यीकरण से मुक्ति |
| परीक्षा केंद्रों का 100 किमी में वितरण | यात्रा की कठिनाइयों में कमी, समय व खर्च की बचत |
| चार एजेंसियों में विभाजन | संचालन में दक्षता और जिम्मेदारी स्पष्टता |
| आधार सत्यापन को अनिवार्य करना | पहचान में सत्यता, लीक एवं धोखाधड़ी निवारण |
| CBT का जारी रखना | तेज, सुरक्षित, विश्वसनीय परीक्षा प्रक्रिया |
| परीक्षा तिथियों में देरी | तैयारी और व्यवस्था को समय मिलने का अवसर |
| Sliding Scheme | अधूरे नियुक्तियों की पूर्ति की संभावना |
| भर्ती के विशाल पैमाने का विश्लेषण | उम्मीदवारों में विश्वास व संकलन बनाए रखना |
आधिकारिक अधिसूचना: क्या घोषणा की गई है?
एसएससी ने 9 जून 2025 को एसएससी सीजीएल अधिसूचना 2025 जारी की थी, जिसमें ग्रुप बी और सी के कुल 14,582 पदों के लिए रिक्तियां थीं। आवेदन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है – आवेदन करने की अंतिम तिथि 7 जून थी, सुधार विंडो 9-11 जुलाई तक खुली थी।
अधिसूचना के मुख्य अंश:
योग्यता: स्नातक डिग्री अनिवार्य; आयु सीमा सामान्यतः 18-32 वर्ष, पद के अनुसार भिन्न हो सकती है।
चयन प्रक्रिया में बदलाव: अगर कोई उम्मीदवार चयन सूची से शामिल नहीं होता है, तो अब स्लाइडिंग स्कीम लागू की जा सकेगी—रिक्तियों को प्रतीक्षा सूची से भरा जाएगा। यह SSC CGL टियर 1 और टियर 2 पैटर्न में एक महत्वपूर्ण बदलाव है।
आयोग ने अधिसूचना में यह भी घोषणा की है कि वे कार्यबल में लैंगिक संतुलन का पालन करेंगे।
सरकार का दृष्टिकोण
सरकार ऐसी कार्यबल बनाने का प्रयास करती है जो लैंगिक संतुलन को प्रतिबिंबित करे, और महिला उम्मीदवारों को आवेदन करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
- इस कथन से स्पष्ट है कि एसएससी महिलाओं को सरकारी सेवाओं में अधिक अवसर प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित कर रहा है।
- इसमें दो नए पद जोड़े गए हैं: कार्यालय अधीक्षक (सीबीडीटी) और अनुभाग प्रमुख (डीजीएफटी), जो पहले एसएससी सीजीएल में नहीं थे।
- टियर 1 परीक्षा 13-30 अगस्त 2025 के लिए निर्धारित की गई थी, जिसे बाद में संशोधित किया गया।
- कुछ पदों (जैसे आयकर निरीक्षक) की भर्ती पात्रता और समूह वर्गीकरण में शुद्धिपत्र परिवर्तन किए गए।
पुराना बनाम नया SSC CGL टियर 1 और टियर 2 पैटर्न | Old vs New SSC CGL Tier 1 and Tier 2 Pattern
यहां वर्ष 2024 और 2025 के लिए एसएससी सीजीएल टियर 1 और टियर 2 परीक्षा पैटर्न की तुलना नीचे दी गई है:
| विशेषता | एसएससी सीजीएल 2024 | एसएससी सीजीएल 2025 |
| परीक्षा चरण | टियर 1 और टियर 2 | टियर 1 और टियर 2 |
| टियर 1 परीक्षा तिथियां | 9 से 26 सितंबर, 2024 | 13 से 30 अगस्त, 2025 |
| टियर 2 परीक्षा तिथियां | 18 से 20 जनवरी, 2025 | घोषित किए जाने हेतु |
| टियर 1 प्रकृति | योग्यता | योग्यता |
| टियर 2 प्रकृति | स्कोरिंग | स्कोरिंग |
| टियर 1 कुल प्रश्न | 100 | 100 |
| टियर 1 कुल अंक | 200 | 200 |
| टियर 1 अवधि | 60 मिनट | 60 मिनट |
| टियर 1 नकारात्मक अंकन | प्रत्येक गलत उत्तर के लिए 0.50 अंक | प्रत्येक गलत उत्तर के लिए 0.50 अंक |
| टियर 2 परीक्षा मोड | कंप्यूटर आधारित | कंप्यूटर आधारित |
| अंतिम चयन आधार | टियर 2 में प्राप्त अंक | टियर 2 में प्राप्त अंक |
| अतिरिक्त परीक्षण | विशिष्ट पदों के लिए DEST (डेटा एंट्री स्पीड टेस्ट) | विशिष्ट पदों के लिए DEST (डेटा एंट्री स्पीड टेस्ट) |
बड़े बदलाव जिन्होंने उम्मीदवारों को चौंका दिया
- परीक्षा तिथि में परिवर्तन: टियर 1 परीक्षा की तिथियों को सितंबर 2024 के बजाय अगस्त 2025 तक संशोधित किया गया है और इससे संभवतः कई परीक्षार्थियों के अध्ययन कार्यक्रम में बाधा उत्पन्न हुई है।
- टियर 2 में DEST का स्थान: DEST डेटा एंट्री स्पीड टेस्ट (DEST) मूल रूप से एक अलग परीक्षा थी, लेकिन अब इसे टियर 2 में पेपर III के रूप में शामिल किया जा रहा है। यह उन लोगों के लिए एक झटका हो सकता है जो सफल होने की उम्मीद कर रहे थे क्योंकि इस पेपर के लिए बाकी पेपर्स की तुलना में अलग तरह के कौशल की आवश्यकता होती है।
- मल रोटास: परीक्षा पैटर्न में बदलाव करके अतिरिक्त सेक्शन और अंक वितरण में बदलाव किया गया है। इस बदलाव के कारण नए सेटों को समायोजित करने के लिए इच्छुक छात्रों के अध्ययन कार्यक्रम और दृष्टिकोण में बदलाव आ सकता है।
- सामान्य जागरूकता पर ज़्यादा ज़ोर: सामान्य जागरूकता के लिए निर्धारित वेटेज में वृद्धि हुई है, इसलिए यह परीक्षा में अंक प्राप्त करने के लिए एक ज़्यादा महत्वपूर्ण खंड है। महत्वाकांक्षी उम्मीदवारों को करेंट अफेयर्स और सामान्य ज्ञान पर नज़र रखने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ सकती थी।
- टियर 2 स्कोरिंग अभ्यास में बदलाव: टियर 2 स्कोरिंग में भी बदलाव किया गया है और अंतिम चयन के लिए टियर 2 में प्राप्त अंकों को ज़्यादा महत्व दिया जाएगा। इस बदलाव से उम्मीदवारों को अपनी पसंदीदा जगह पाने के लिए टियर 2 में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने में कठिनाई हो सकती थी।
एसएससी सीजीएल परीक्षा केवल एक पाली (Single Shift) में आयोजित
पिछली समस्या: पूर्व में SSC CGL परीक्षा कई शाखाओं (shifts) में आयोजित होती थी, जिससे प्रश्नपत्र का कठिनाई स्तर अलग-अलग हो सकता था और अंक सामान्यीकरण (normalisation) की प्रक्रिया की आवश्यकता होती थी।
सुधार:
अब परीक्षा सिर्फ एक ही पाली में पूरी की जाएगी, जिससे:
- सभी अभ्यर्थियों को एक समान परीक्षा अनुभव मिलेगा।
- सामान्यीकरण की जरूरत और उससे जुड़े विवाद समाप्त होंगे।
- परीक्षा की निष्पक्षता और विश्वसनीयता बढ़ेगी।
परीक्षा केंद्र आवंटन – 100 किमी के दायरे के भीतर
- पिछली समस्या: कई अभ्यर्थियों को दूर के, कभी-कभी 500 किलोमीटर तक दूर परीक्षा केंद्रों तक जाने के लिए मजबूर होना पड़ा, जिससे यात्रा में समय, खर्च और थकान तीसरा घटक बन गया।
- सुधार: अब अभ्यर्थियों को उनके पंजीकृत पते के 100 किमी के भीतर केंद्र आवंटित किए जाएंगे। इस प्रयास से यात्रा संबंधित दिक्कतें काफी हद तक कम होंगी। वर्तमान में लगभग 80% उम्मीदवारों को नज़दीकी केंद्र मिल रहे हैं, और भविष्य में यह प्रतिशत 90% से अधिक करने की योजना है।
Vendor-Based Exam Management — चार एजेंसियों में विभाजन
पिछला मॉडल: पहले एक ही एजेंसी परीक्षा संचालन, प्रश्न निर्माण, सुरक्षा आदि सभी जिम्मेदारियाँ संभालती थी; इससे एक-तरफ़ा बोझ और संभावित कमजोरियां थीं।
सुधार:
अब ये जिम्मेदारियाँ चार अलग-अलग एजेंसियों में विभाजित कर दी गई हैं:
- एग्जाम केंद्रों का प्रबंधन
- सुरक्षा और निगरानी व्यवस्था
- आवेदन प्रबंधन
- प्रश्नपत्र निर्माण
SSC स्वयं प्रश्नपत्र निर्माण प्रक्रिया की निगरानी करेगा, जिससे गुणवत्ता और विश्वसनीयता सुनिश्चित होगी।
नयी सामान्यीकरण (Shift-wise Normalisation) प्रक्रिया
चूंकि अब परीक्षा एक ही पाली में होगी, इसलिए आधारभूत सामान्यीकरण की आवश्यकता नहीं रह जाएगी। हालाँकि, अन्य SSC परीक्षाओं के संदर्भ में SSC ने शिफ्ट-वार सामान्यीकरण प्रणाली अपनाया है ताकि यदि पेपर कठिन या आसान हो, तब भी मूल्यांकन निष्पक्ष बना रहे।
आधार सत्यापन (Aadhaar Authentication) को अनिवार्य बनाना
- पिछली समस्या: आवेदन से लेकर परीक्षा तक कई मामलों में आधार प्रमाणीकरण में देरी, OTP नहीं पहुंचना आदि तकनीकी दिक्कतें सामने आईं।
- सुधार: अब परीक्षा प्रक्रिया की शुरुआत से अंत तक आधार सत्यापन अनिवार्य होगा। इससे पहचान की पुष्टि, प्रश्नपत्र की गोपनीयता और लीक से सुरक्षा सुनिश्चित होगी। SSC ने बताया कि शुरुआती समस्याओं के बाद अब यह प्रक्रिया स्थिर हो गई है।
पेन-पेपेर मोड का विकल्प नहीं
कुछ सुझावों में पेन और पेपर आधारित परीक्षा (Pen-and-Paper) पर लौटने की संभावना पर प्रश्न हुआ।
SSC का स्पष्टीकरण:
- पेन-पेपेर मोड लीक, कदाचार और देरी की समस्यों को बढ़ा सकता है।
- CBT (Computer-Based Test) अधिक सुरक्षित, समय-बचत और प्रभावी है।
- परीक्षा प्रश्न शुरू होने से कुछ मिनट पहले वितरित किए जाते हैं, जिससे गोपनीयता बनी रहती है। यही कारण है कि पेन-पेपेर परीक्षा पर वापसी फिलहाल नहीं की जाएगी।
परीक्षा की नई तारीखें और आवेदनों की स्थिति
- Tier-1 परीक्षा जो पहले 13–30 अगस्त 2025 में होनी थी, अब सितंबर 2025 के पहले सप्ताह तक के लिए स्थगित की गई है।
- Tier-2 परीक्षा दिसंबर 2025 में निर्धारित समय के अनुसार आयोजित होगी।
- कुल 14,582 पदों के लिए यह भर्ती अभियान आयोजित किया जा रहा है।
- इस बार SSC दो नए पदों की भी भर्ती करेगा – Office Superintendent (CBDT) और Section Head (DGFT Office)।
- आवेदन की अंतिम तिथि 4 जुलाई 2025 थी।
“Sliding Scheme” — प्रतीक्षा सूची से चयन का प्रस्ताव
SSC ने एक ‘Sliding Scheme’ पेश किया है, जो मुख्य चयन सूची में शामिल उम्मीदवारों की अनुपस्थिति के मामले में वेटिंग लिस्ट से नियुक्ति की सुविधा देता है। यह अब तक SSC की नीति नहीं रही, लेकिन इस भर्ती अभियान के माध्यम से लागू करने की तैयारी है।
SSC भर्ती का पैमाना और महत्व
SSC सीजीएल परीक्षा का देशव्यापी महत्व इस तथ्य से स्पष्ट होता है कि:
- हर साल लगभग 2 करोड़ उम्मीदवार SSC की विभिन्न परीक्षाओं में भाग लेते हैं।
- इनमें से लगभग 60 लाख प्रमुख परीक्षाओं (एसएससी सीजीएल सहित) में शामिल होते हैं।
- औसतन 15–16 मुख्य परीक्षाएँ आयोजित की जाती हैं, जिससे 1.5 लाख से अधिक नियुक्तियाँ होती हैं।
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