“उत्तर प्रदेश पशुधन स्वास्थ्य एवं रोग नियंत्रण योजना 2024 | Uttar Pradesh Livestock Health and Disease Control Scheme | UP-LH and DC” के अंतर्गत 520 मोबाइल वेटरनरी वैन सभी जिलों में पशुपालकों के लिए उपलब्ध करवाई जाएगी। इससे बीमार एवं एक्सीडेंट में घायल पशुओं को समय पर उपचार मिल सकेगा। योजना की शुरुआत 26 मार्च 2023 को हुई थी और यह उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा संचालित की जाएगी। योजना के तहत पशुपालन विभाग, उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा संचालन किया जाएगा। इसका उद्देश्य ‘पशु उपचार-पशुपालक के द्वार’ है, ताकि पशुपालकों को पशुचिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं नि:शुल्क और समय पर मिल सकें। योजना के तहत पात्र व्यक्ति को निमिन्लिखित लाभ प्रदान किए जाएंगे:- पशुपालक टोल फ्री नंबर 1962 पर कॉल करके आकस्मिक स्थिति में नि:शुल्क इलाज प्राप्त कर सकता है। यहां तक कि मोबाइल वेटरनिटी यूनिट के सफल संचालन और निगरानी के लिए निदेशालय स्तर पर एकीकृत केन्द्रीय कमांड एवं कंट्रोल सेंटर स्थापित किए गए हैं।
पशुधन स्वास्थ्य और रोग नियंत्रण (एलएच और डीसी) योजना जो पशु रोगों के नियंत्रण और निवारण के लिए केंद्रीय हिस्सेदारी के रूप में वित्तीय सहायता प्रदान करके पशुपालन के विकास में राज्यों/संघ राज्य क्षेत्रों के प्रयासों को पूरित करती है। यह 10 वीं पंचवर्षीय योजनावधि से जारी है। नए घटकों को शामिल करने और मौजूदा घटकों को संशोधित करके 11 वीं योजना और 12 वीं योजना अवधि के दौरान योजना को संशोधित किया गया था। क्लासिकल स्वाइन ज्वर नियंत्रण कार्यक्रम (Classical Swine Fever Control Program) को पूर्वोत्तर क्षेत्र में फोकस किया जा रहा है, जबकि अन्य रोग नियंत्रण कार्यक्रमों को पूरे देश में लागू किया जा रहा है।
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उत्तर प्रदेश पशुधन स्वास्थ्य एवं रोग नियंत्रण योजना 2024 | Uttar Pradesh Livestock Health and Disease Control Scheme | UP-LH and DC
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं केंद्रीय पशुपालन मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला जी द्वारा 201 करोड़ की लागत से पशुधन स्वास्थ्य एवं रोग नियंत्रण योजना को हाल ही में आरंभ किया गया है| योजना के तहत 520 मोबाइल वेटरनरी यूनिट एंबुलेंस सेवा को शुरू किया गया है| पुरुषोत्तम रुपाला जी का कहना है, कि जिस तरह से इंसानो के रोग उपचार व् दुर्घटना होने पर सहायता के लिए 108 एंबुलेंस सेवा की मदद ली जाती है, उसी तरह से अब सरकार ने जानवरो के रोग उपचार के लिए भी एंबुलेंस सेवा शुरू की है, जिसके लिए टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर को भी जारी किया गया है|
6 करोड़ गोधन संवर्धन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देते हुए, प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी कहते है, कि सरकार ने 6600 गोवंश निराश्रित के लिए संस्थानों का निर्माण करवाया गया है| यूपी में लगभग 12 लाख गौवंश निराश्रित है, जिसमे से 11 लाख गोवंशों का अकेले उत्तर प्रदेश सरकार ने जिम्मा उठाया है| इस योजना का लाभ लेकर आप घर बैठे ही अपने पशुओ के रोग उपचार के लिए टोल फ्री नंबर पर कॉल करके एम्बुलेंस सहायता प्राप्त कर सकते है| योजना के बेहतर संचालन और निगरानी के लिए दो कॉल सेंटर एवं 5 कंट्रोल जोन को अलग-अलग क्षेत्रों में स्थापित किया गया है|
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उत्तर प्रदेश पशुधन स्वास्थ्य एवं रोग नियंत्रण योजना 2024 का उद्देश्य | Objective of Uttar Pradesh Livestock Health and Disease Control Scheme 2024
- उत्तर प्रदेश में गौ सेवा के लिए बहुत सी योजनाएं चलाई जा रही है, जिसमे से एक कल्याणकारी योजना ‘यूपी पशुधन स्वास्थ्य एवं रोग नियंत्रण योजना 2024’ है |
- इस योजना की घोषणा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी द्वारा की है| शायद ही आप यह जानते हो कि दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में भारत विश्व में प्रथम स्थान पर है| इसके अलावा भारत में सबसे अधिक दुग्ध उत्पादन करने वाले राज्यों में उत्तर प्रदेश पहले स्थान पर आ रहा है|
- इस योजना को चलाने के पीछे सरकार का सबसे बड़ा उद्देश्य पशुओ में होने वाली कई तरह की घातक बीमारियों पर नियंत्रण पाना है|
- गोवंश में लगने वाले लंफी नामक रोग बड़ी सफलता हासिल करने के बाद मुंह पका खुर एवं पका लंफी जैसी खतरनाक बीमारियों से निजात पाने के लिए गोधन का उपयोग कर गोवंश का संरक्षण करना पशुधन स्वास्थ्य एवं रोग नियंत्रण योजना का मुख्य उद्देश्य है, जिसके लिए सरकार निरंतर कार्यरत है|
यूपी पशुधन स्वास्थ्य एवं रोग नियंत्रण योजना 2024 का लाभ लेने की प्रक्रिया | Process to avail benefits of UP Livestock Health and Disease Control Scheme 2024
- योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए गौ सेवको को टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर (Toll Free Helpline Number) 1962 पर संपर्क करना होगा|
- हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करने के तकरीबन 1 घंटे के भीतर मोबाइल वेटरनरी यूनिट पशुपालक के घर पर उपचार के उपस्थित होगी|
- योजना का लाभ लेकर आप बीमार एवं घायल पशुओ को समय पर उपचार दे पाएंगे|
- रोग उपचार के लिए पशुपालको को कोई शुल्क नहीं देना होगा, उन्हें केवल पशु पंजीकरण शुल्क देना पड़ेगा|
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यूपी पशुधन स्वास्थ्य एवं रोग नियंत्रण योजना 2024 की विशेषताएं | Features of UP Livestock Health and Disease Control Scheme 2024
- यूपी के गौ सेवकों और गोवंश को पशुधन स्वास्थ्य एवं रोग नियंत्रण योजना का लाभ मिलेगा|
- पशुओ में होने वालो रोगो पर नियंत्रण पाने के साथ ही नई बीमारियों की भी निगरानी की जाएगी एवं उचित समय पर रोगो पर नियंत्रण पाया जाएगा|
- योजना के अंतर्गत आने वाले सभी लाभ को पशुपालक तक पहुंचाने का कार्य किया जाएगा|
- पशुपालन करने वाले ग्रामीण गोवंश से प्राप्त गोधन का इस्तेमाल अपनी आय के स्त्रोत को बढ़ाने के लिए कर सकते है|
- 520 मोबाइल वेटरनरी यूनिट एंबुलेंस सर्विस के जरिए रोगी पशुओ के घर पहुंचकर उनका इलाज किया जाएगा|
- योजना के तहत प्रदेश के सभी जिलों के लिए 520 मोबाइल वेटरनरी वैन उपलब्ध कराई जाएगी, ताकि पशुपालको के बीमार एवं दुर्घटना में घायल पशुओ को तुरंत ही उपचार मिल सके|
- यूपी सरकार ने योजना को उचित ढंग से चलाने के लिए 5 कंट्रोल जॉन को स्थापित किया है, जो काफी लाभकारी सिद्ध होंगे|
- गोवंश की सेवा एवं सहयता के लिए योजना के अंतर्गत प्रदेश में 2 कॉल सेंटर को भी स्थापित किया गया है|
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केंद्र और राज्य के वित्त पोषण के साथ ‘यूपी पशुधन स्वास्थ्य एवं रोग नियंत्रण योजना 2024’ के घटकों का विवरण | Details of components of ‘UP Livestock Health and Disease Control Scheme 2024’ with Central and State funding
(1) पशु रोग नियंत्रण के लिए राज्यों को सहायता (Assistance to States for Animal Disease Control (ASCAD)
राज्य/ संघ राज्य क्षेत्र सरकारों को टीकाकरण द्वारा पशुधन और मुर्गी पालन के आर्थिक रूप से महत्वपूर्ण और ज़ूनोटिक रोगों के नियंत्रण के लिए, मौजूदा राज्य पशु चिकित्सा जैविक उत्पादन इकाइयों और मौजूदा रोग निदान प्रयोगशालाओं की मजबूती के साथ-साथ पशु चिकित्सकों और पैरा-पशु चिकित्सकों को सेवा के दौरान प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए सहायता प्रदान की जाती है। कैनाइन रेबीज के खिलाफ टीकाकरण के लिए और गोपशुओं और भैंसों में एंडो-परजीवी के नियंत्रण के लिए भी निधियां प्रदान की जाती हैं।
केंद्र:राज्य के बीच निधियन पैटर्न 60:40 के अनुपात में है सिवाय पूर्वोत्तर राज्यों और 3 हिमालयी क्षेत्र को छोड़कर जहां यह 90:10 के अनुपात में है। संघ राज्य क्षेत्रों हेतु प्रशिक्षण और आकस्मिक विदेशी रोगों के नियंत्रण और प्रशिक्षण/कार्यशालाओं के संचालन के लिए केंद्रीय सहायता 100% है। पक्षियों को मारने, संक्रमित पशुओं के उन्मूलन, परिचालन लागत सहित फ़ीड/अंडों को नष्ट करने के लिए के लिए किसानों को मुआवजे के रूप में (केंद्र: राज्यों के बीच 50:50) भी अनुदान प्रदान किया जाता है।
(2) पेस्ट डेस पेटिट्स रूमीनेंट्स नियंत्रण कार्यक्रम (Pest des Petits Ruminants Control Program (PPR-CP)
इस कार्यक्रम को वर्तमान में सभी अतिसंवेदनशील भेड़ और बकरियों का टीकाकरण करके पूरे देश में लागू किया गया है, जिसके लिए टीकाकरण और निगरानी हेतु केंद्रीय वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। केंद्र:राज्य के बीच निधियन पैटर्न 60:40 के अनुपात में है सिवाय पूर्वोत्तर राज्यों और 3 हिमालयी क्षेत्र को छोड़कर जहां यह 90:10 के अनुपात में है। संघ राज्य क्षेत्रों को 100% केंद्रीय सहायता प्रदान की जाती है।
(3) पशु चिकित्सा अस्पतालों और औषधालयों की स्थापना और मौजूदा का सुदृढ़ीकरण (Establishment of Veterinary Hospitals and Dispensaries and Strengthening of Existing (ESVHD)
राज्यों को नए पशुचिकित्सा अस्पतालों और औषधालयों को स्थापित करने में मदद करने के साथ-साथ चल रहे मोबाइल पशु चिकित्सा एम्बुलेंसों सहित मौजूदा को मजबूत/सुसज्जित करने के लिए, विभाग इस घटक के तहत वित्तीय सहायता प्रदान करता है। केंद्र:राज्य के बीच निधियन पैटर्न 60:40 के अनुपात में है सिवाय पूर्वोत्तर राज्यों और 3 हिमालयी क्षेत्र को छोड़कर जहां यह 90:10 के अनुपात में है। संघ राज्य क्षेत्रों को 100% केंद्रीय सहायता प्रदान की जाती है।
(4) क्लासिकल स्वाइन ज्वर नियंत्रण कार्यक्रम (Classical Swine Fever Control Program (CSF-CP)
यह रोग देश के पूर्वोत्तर भाग में सूअर पालन के विकास में एक बड़ी बाधा है जहाँ सूअर पालन अधिकांश घरों के लिए आजीविका का एक प्रमुख स्रोत है। सूअरों में सीएसएफ रोग को नियंत्रित करने के लिए, क्लासिकल स्वाइन ज्वर के लिए टीकाकरण हेतु केंद्रीय सहायता प्रदान की जाती है। पूर्वोत्तर राज्यों के लिए केंद्र:राज्य के बीच निधियन पैटर्न 90:10 के अनुपात में है।
(5) राष्ट्रीय रिंडरपेस्ट निगरानी और मॉनिटरिंग परियोजना (National Rinderpest Surveillance and Monitoring Project (NPRSM)
क्रमशः मई 2006 और मई 2007 में प्राप्त, रिंडरपेस्ट और संक्रामक बोवाइन प्लुरो-न्यूमोनिया (सीबीपीपी) संक्रमण से देश की मुक्ति की स्थिति को बनाए रखने के लिए निगरानी को मजबूत करने हेतु सहायता दी जाती है। राज्यों और संघ राज्य क्षेत्रों के लिए निधियन पैटर्न 100% केंद्रीय सहायता है।
(6) व्यावसायिक दक्षता विकास (Professional Efficiency Development (PED))
भारतीय पशु चिकित्सा परिषद अधिनियम, 1984 के अंतर्गत राज्य पशु चिकित्सा परिषदों और भारतीय पशु चिकित्सा परिषद (वीसीआई) को अपने वैधानिक कार्यों को करने के साथ-साथ सेवारत पशु चिकित्सकों के लिए सतत पशु चिकित्सा शिक्षा (सीवीई) को चलाने के लिए सहायता दी जाती है। केंद्र:राज्य के बीच निधियन पैटर्न 50:50 केंद्र है सिवाय संघ राज्य क्षेत्रों के जहां केंद्रीय सहायता 100% है।
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यूपी पशुधन स्वास्थ्य एवं रोग नियंत्रण योजना 2024 के लिए जरूरी डाक्यूमेंट्स | Documents required for UP Livestock Health and Disease Control Scheme 2024
अगर आप पशुधन स्वास्थ्य एवं रोग नियंत्रण योजना का लाभ लेना चाहते है, तो आपके पास कुछ निम्नलिखित डाक्यूमेंट्स होना जरूरी है:-
- स्थायी निवास प्रमाण पत्र (Address Proof)
- आधार कार्ड (Aadhar Card)
उत्तर प्रदेश पशुधन स्वास्थ्य एवं रोग नियंत्रण योजना 2024 की पात्रता | Eligibility for Uttar Pradesh Livestock Health and Disease Control Scheme 2024
पशुधन स्वास्थ्य एवं रोग नियंत्रण योजना का लाभ केवल दिए गए श्रेणी में आने वाले नागरिक ही ले सकते है:-
- लाभार्थी उत्तर प्रदेश का स्थाई निवासी हो|
- उत्तर प्रदेश के सभी पशुपालक इस योजना का लाभ लेने के पात्र है|
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उत्तर प्रदेश पशुधन स्वास्थ्य एवं रोग नियंत्रण योजना 2024 के लिए बजट | Budget for Uttar Pradesh Livestock Health and Disease Control Scheme 2024
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी द्वारा पशुधन स्वास्थ्य एवं रोग नियंत्रण योजना के लिए 201 करोड़ रूपए के बजट को पास किया गया है| इस बजट से 520 मोबाइल बैटरी यूनिट एंबुलेंस सर्विसेस को हरी झंडी दिखाई गई है, जिसके लिए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को मुख्यमंत्री योगी जी ने धन्यवाद किया है|
इस योजना के तहत प्रदेश में 5 कंट्रोल रूम एवं 2 कॉल सेंटर का निर्माण किया गया है, ताकि गोवंश की सेवाओं पर निगरानी रखी जा सके| इसके अलावा एंबुलेंस सेवा टोल फ्री नंबर 1962 को भी लांच किया गया है| इस टोल फ्री नंबर पर कॉल कर आप अपने बीमार पशु का तत्काल घर पर ही इलाज करवा सकेंगे|
यूपी पशुधन स्वास्थ्य एवं रोग नियंत्रण योजना 2024 के लिए अधिकारिक वेबसाइट | Official website for UP Livestock Health and Disease Control Scheme 2024
चूंकि पशुधन स्वास्थ्य एवं रोग नियंत्रण योजना की घोषणा हाल ही में की गई, इसलिए अगर आप योजना से संबंधित जानकारी व लाभ के बारे में और अधिक जानकारी प्राप्त करना चाहते है, तो आप योजना की आधिकारिक वेबसाइट https://dahd.nic.in/ पर जाकर वृहद रूप से जानकारी ले सकते है|
गौ सेवको को योजना का लाभ लेने के लिए किसी भी तरह का आवेदन करने की जरूरत नहीं है, क्योकि पशुधन सेवा योजना में निराश्रित गोवंश एवं रोगी पशु संरक्षण के लिए 520 एंबुलेंस चलाई गई है| इस योजना का लाभ लेने के लिए केवल आपको मुख्य रूप से एंबुलेंस नंबर पर कॉल करना होगा|
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FAQs
Q. यूपी पशुधन स्वास्थ्य एवं रोग नियंत्रण योजना 2024 के तहत कौन-कौन सी योजनाएं शामिल हैं?
इस योजना के तहत कई योजनाएं शामिल हैं, जिनमें शामिल हैं:
- पशुओं का टीकाकरण
- पशुओं का उपचार
- पशुओं का रोग नियंत्रण
- पशुधन स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम
- पशुधन स्वास्थ्य सेवाओं का बुनियादी ढांचा
Q. यूपी पशुधन स्वास्थ्य एवं रोग नियंत्रण योजना 2024 का लाभ किसे मिलेगा?
इस योजना का लाभ उत्तर प्रदेश में सभी पशुपालकों को मिलेगा।
Q. योजना के लिए आवेदन कैसे करें?
इस योजना के लिए आवेदन करने के लिए, पशुपालकों को अपने नजदीकी पशु चिकित्सालय या पशुधन विभाग कार्यालय में संपर्क करना होगा।
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Q. यूपी पशुधन स्वास्थ्य एवं रोग नियंत्रण योजना 2024 के लिए आवेदन करने के लिए आवश्यक दस्तावेज क्या हैं?
इस योजना के लिए आवेदन करने के लिए, पशुपालकों को निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होगी:
- पशुधन स्वामित्व प्रमाण पत्र
- पशुधन टीकाकरण प्रमाण पत्र
- पशुधन स्वास्थ्य प्रमाण पत्र
- पहचान प्रमाण पत्र
- निवास प्रमाण पत्र
Q. यूपी पशुधन स्वास्थ्य एवं रोग नियंत्रण योजना 2024 के तहत मिलने वाली सहायता क्या है?
इस योजना के तहत, पशुपालकों को निम्नलिखित सहायता मिलेगी:
- पशुओं का मुफ्त टीकाकरण
- पशुओं का मुफ्त उपचार
- पशुधन स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रमों में भागीदारी
- पशुधन स्वास्थ्य सेवाओं का बुनियादी ढांचा
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Q. क्या योजना के तहत पशुओं का बीमा भी किया जाएगा?
जी हाँ, योजना के तहत पशुओं का बीमा भी किया जाएगा।
Q. क्या यूपी पशुधन स्वास्थ्य एवं रोग नियंत्रण योजना 2024 के तहत पशुओं को आवास भी प्रदान किया जाएगा?
जी हाँ, योजना के तहत पशुओं को आवास भी प्रदान किया जाएगा।
Q. क्या योजना के तहत पशुओं को चारा भी प्रदान किया जाएगा?
जी हाँ, योजना के तहत पशुओं को चारा भी प्रदान किया जाएगा।
Q. क्या यूपी पशुधन स्वास्थ्य एवं रोग नियंत्रण योजना 2024 के तहत पशुओं को प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाएगा?
जी हाँ, योजना के तहत पशुओं को प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाएगा।
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